चुनाव से पहले राजस्थान में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 6 कलक्टर सहित 39 IAS अधिकारियों के तबादले
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चुनाव से पहले राजस्थान में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 6 कलक्टर सहित 39 IAS अधिकारियों के तबादले

IAS Transfer : विधानसभा चुनाव से पहले प्रशासनिक सर्जरी, चुनाव से पहले गहलोत सरकार ने फील्डिंग जमाना किया शुरू, 6 कलक्टर सहित 39 IAS अधिकारियों के तबादले, 6 जिलों के सरकार की आंख-कान कहे जाने वाले कलक्टर बदले, स्टडी लीव-डेपुटेशन से लौटकर एपीओ चल रहे 5 IASको पोस्टिंग

चुनाव से पहले राजस्थान में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 6 कलक्टर सहित 39 IAS अधिकारियों के तबादले

IAS Transfer : प्रदेश में फिर से प्रशासनिक फेरबदल देखने को मिला है. 39 आईएएस तबादला सूची में आरएएस से आईएएस बने अफसरों और पांच एपीओ चल रहे आईएएस को भी पोस्टिंग दी गईहैं. तबादला सूची में दो संभागों के संभागीय आयुक्त और छह जिलों के कलक्टर बदले गए हैं. वही आईएएस गौरव गोयल को महंगाई राहत का सफल संचालन का ईनाम देते हुए मुख्यमंत्री सचिव के साथ सूचना एवं जनसंपर्क विभाग का जिम्मा भी दिया गया हैं. वहीं स्टडी लीव से लौटने के बाद फिर से आईएएस राजन विशाल को सीएम का विशिष्ट सचिव लगाया गया हैं.

चुनाव से पहले जमाई अफसरों की फील्डिंग

विधानसभा चुनाव से पहले गहलोत सरकार ने अपने हिसाब से अफसरों की फील्डिंग जमाना शुरू कर दिया हैं. 39 आईएएस अधिकारियों की तबादला सूची में छह जिलों में सरकार की आंख-कान कहे जाने वाले जिला कलक्टर्स को बदला गया हैं. वहीं दो संभागीय आयुक्त बदले गए हैं. आरएएस से आईएएस बने 16 में से 14 आईएएस अफसरों को भी इस तबादला सूची में नई जगह पर पोस्टिंग दे दी गई हैं. डेपुटेशन और स्टडी लीव से लौटकर एपीओ चल रहे पांच आईएएस अफसरों को भी सरकार ने नई जगह पोस्टिंग दी हैं. प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अध्यक्ष नवीन महाजन को एचसीएम रोपा में भेज दिया गया है. आयुर्वेद सचिव भानुप्रकाश एट्रू को बीकानेर संभागीय आयुक्त बना दिया है. बीकानेर संभागीय आयुक्त नीरज के. पवन को आयुर्वेद का जिम्मा मिला है. इसी तरह स्टडी लीव से लौटे राजन विशाल की फिर से सीएमओ में एंट्री हुई हैं उन्हे सीएम का विशिष्ट सचिव लगाया गया हैं.

गौरव गोयल को मिला इनाम

वहीं चुनावी साल में सरकार ने आईएएस गौरव गोयल को सीएम सेकेट्री के साथ में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग का सचिव लगाया गया हैं. महंगाई राहत महंगाई राहत शिविरों का सफल संचालन का ईनाम देते इलेक्शन ईयर में गौरव गोयल के पास राज्य सरकार की योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने में अहम रॉल रहेगा. यानि की सरकारी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने के लिहाज से बडी भूमिका रहेगी. वहीं दो माह पहले स्वायत्त शासन विभाग में सचिव लगाए गए महेशचंद शर्मा को अब देवस्थान विभाग में भेजा हैं. इधर एसीएस शिखर अग्रवाल को प्रदूषण नियंत्रण मंडल और रजिस्ट्रार राजस्व मंडल महावीर को आईजी स्टाम्प का अतिरिक्त जिम्मा मिला है.

इन 6 जिलों में सरकार की आंख-कान कहे जाने वाले बदले कलक्टर

आशीष गुप्ता-जिला कलक्टर, जैसलमेर

अंशदीप-जिला कलक्टर, श्रीगंगानगर

अरविंद कुमार पोसवाल- जिला कलक्टर, उदयपुर

पीयूष सामरिया- जिला कलक्टर, चितौड़गढ़

डॉ. अमित यादव- जिला कलक्टर नागौर

सौरभ स्वामी- जिला कलक्टर, सीकर

इन संभाग में बदले संभागीय आयुक्त

भानू प्रकाश एटरू-बीकानेर

भंवरलाल मेहरा-संभागीय आयुक्त, जोधपुर

16 में से 14 आरएएस से आईएएस बने अफसरों को नई जगह पोस्टिंग

-प्रियंका गोस्वामी-अतिरिक्त मिशन निदेशक,NHM

-जगजीत सिंह मोगा- संयुक्त शासन सचिव, ऊर्जा विभाग

-रामनिवास मेहता-सचिव, RPSC, अजमेर

-डॉ.अरुण गर्ग- कार्यकारी निदेशक रीको

-राजेंद्र वर्मा- संयुक्त शासन सचिव जल संसाधन विभाग

-अल्पा चौधरी- अतिरिक्त आयुक्त, EGS, जयपुर-सैकंड

-हर्ष सावन सूखा-संयुक्त शासन सचिव, उच्च शिक्षा विभाग

-आशुतोष गुप्ता- मुख्य परीक्षा नियंत्रक, RPSC, अजमेर

-बाबूलाल गोयल-अतिरिक्त महानिदेशक, ओटीएस, रीपा

-बालमुकुंद असावा-संयुक्त शासन सचिव, राजस्व विभाग जयपुर

-नारायण सिंह-सचिव, राज्य निर्वाचन आयोग,जयपुर

-किशोर कुमार-संयुक्त शासन सचिव, शिक्षा विभाग जयपुर

-बचनेश कुमार अग्रवाल-अतिरिक्त आयुक्त, वाणिज्य कर विभाग जयपुर

-वासुदेव मलावत-अतिरिक्त आयुक्त, विनियोजन एवं अप्रवासी भारतीय जयपुर

स्टडी लीव और डेपुटेशन से लौटकर एपीओ चल रहे आईएएस को पोस्टिंग

-राजन विशाल-CM विशिष्ट सचिव और CEO राजस्थान स्टेट सर्विस वार रूम

-अर्चना सिंह-विशिष्ट शासन सचिव, गृह विभाग

-इंद्रजीत सिंह- DOIT कमिश्नर और MD राजकॉम्प

-नेहा गिरी-विशिष्ट सचिव, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग

-आनंदी-सचिव, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग जयपुर

इन आईएएस का भी हुआ तबादला

-नवीन महाजन-महानिदेशक, हरिश्चन्द्र माथुर संस्थान

-नीरज कुमार पवन-सचिव, आयुर्वेद विभाग

-कैलाश चंद मीना-सचिव, स्वायत्त शासन विभाग

-गौरव गोयल-CM सचिव के साथ और सचिव DIPR

-महेशचन्द्र शर्मा-सचिव, देवस्थान विभाग।

-विश्वमोहन शर्मा- प्रबंध निदेशक, ग्रामीण अकृषि क्षेत्र विकास अभिकरण,रूडा

-ताराचंद मीना-आयुक्त, TAD, उदयपुर

-श्रुति भारद्वाज- निदेशक राज्य बीमा एवं प्रावधायी निधि विभाग

-श्रीनिधि बीटी-आयुक्त, अजमेर विकास प्राधिकरण अजमेर

-डॉ.टी शुभमंगला-परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा अभियान

-अभिषेक खन्ना-सचिव, नगर विकास न्यास,भीलवाड़ा

-मयंक मनीष- आयुक्त, नगर निगम, उदयपुर

दो आईएएस अफसरों को अतिरिक्त चार्ज

-शिखर अग्रवाल-अध्यक्ष, पॉल्यूशन बोर्ड का अतिरिक्त चार्ज

-महावीर प्रसाद-अतिरिक्त चार्ज, IG, मुद्रांक एवं पंजीयन विभाग

आईएएस तबादला सूची को देखे तो आईएएस अफसर इंद्रजीत सिंह और नेहा गिरी पिछले एक वर्ष से न्यू जर्सी (अमेरिका) में हायर स्टडीज के लिए गए हुए थे. हाल ही इंद्रजीत सिंह को 31 मई को मास्टर इन पब्लिक पॉलिसी में डिग्री मिली है. नेहा गिरी उनकी पत्नी हैं. नेहा एक वर्ष से अवकाश पर थीं. अब दोनों ही अधिकारी वापस राजस्थान आ गए हैं. और सरकार ने इंद्रजीत सिंह को डीओआईटी में कमिश्नर लगाया हैं वहीं उनकी पत्नी नेहा गिरी को विशिष्ट सचिव, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग में लगाया गया हैं. इसी तरह लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी (मसूरी) में डिप्टी डायरेक्टर के पद पर राजस्थान काडर की आईएएस अफसर आनंदी दिसंबर-2020 से कार्यरत थीं. अब जयपुर लौटने के बाद उन्हे सचिव, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग की जिम्मेदारी दी गई हैं. इसके अलावा राजन विशाल जून-2022 तक जयपुर के कलेक्टर के पद पर थे उसके बाद विदेश में स्टडी के लिए चले गए थे. अब फिर से जयपुर लौटने के बाद उन्हे वापस से सीएमओ में लिया गया हैं. राजन विशाल को सीएम विशिष्ट सचिव और सीईओ राजस्थान स्टेट सर्विस वार रूम लगाया गया हैं. इसी तरह उनकी पत्नी अर्चना सिंह को विशिष्ट शासन सचिव, गृह विभाग लगाया गया हैं. उधर राज्य सरकार ने चुनाव से पहले छह जिलों में कलक्टर के चेहरे भी बदले हैं. जैसलमेर जिला कलक्टर टीना टाबी के मेटरनिटी लीव पर जाने के बाद आशीष गुप्ता को जिला कलक्टर जैसलमेर लगाया गया हैं. वहीं आईएएस अंशदीप को जिला कलक्टर श्रीगंगानगर , अरविंद कुमार पोसवाल को जिला कलक्टर, उदयपुर, पीयूष सामरिया को जिला कलक्टर, चितौड़गढ़, डॉ. अमित यादव को जिला कलक्टर नागौर और सौरभ स्वामी को जिला कलक्टर, सीकर लगाया गया हैं.

बहरहाल, माना जा रहा है कि प्रशासनिक सर्जरी के बहाने फेरबदल का यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा. इसे चुनाव से पहले की फील्डिंग के रूप में देखा जा रहा है. इसको लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि यह अफसरशाही की सुस्ती उड़ाने के लिए किया गया फेरबदल तो है ही, राजनीतिक दृष्टि से साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले की फील्डिंग भी है.

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