Dungarpur: डूंगरपुर में मौसमी बीमारियों का प्रकोप, डेंगू के मरीज की गुजरात में मौत
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Dungarpur: डूंगरपुर में मौसमी बीमारियों का प्रकोप, डेंगू के मरीज की गुजरात में मौत

डूंगरपुर  में लोग सर्दी, जुकाम, बुखार के साथ डेंगू, मलेरिया और स्क्रब टाइफस की चपेट में, आसपुर निवासी एक डेंगू पीड़ित मरीज की गुजरात में उपचार के दौरान मौत.

डूंगरपुर जिला अस्पताल में लगी मरीजों की कतारें

Dungarpur: डूंगरपुर जिले में मौसम बदलने के साथ ही अब मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ने लगा है. जिले में लोग सर्दी, जुकाम, बुखार के साथ डेंगू, मलेरिया और स्क्रब टाइफस की चपेट में आ रहें हैं. सरकारी रिकॉर्ड में ऐसे मरीजों के आंकड़े भले ही कम है,लेकिन प्राइवेट लैब से बड़ी संख्या में गंभीर बीमारियों के लोग सामने आ रहें हैं. ये लोग सरकारी या फिर प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करवा रहें हैं. वही डूंगरपुर जिला अस्पताल में एक बेड पर दो-दो मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है.

जिले में मौसम बदलने के बाद मौसमी बीमारियों से ग्रसित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है, जिसके चलते लोग आसपास के अस्पताल या फिर जिला अस्पताल तक दौड़ लगा रहें हैं. वहीं बड़ी संख्या में मरीज घरों पर ही इलाज ले रहें हैं. मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ने के बाद श्री हरिदेव जोशी जिला अस्पताल में ओपीडी 700 से 800 से ज्यादा मरीजों की हो गई है, जबकि 50 से ज्यादा मरीज रोजाना भर्ती हो रहें हैं. इन मरीजों में सबसे ज्यादा सर्दी -जुकाम, खांसी और बुखार के मरीज हैं. वहीं बड़ी संख्या में डेंगू के मरीज भी सामने आ रहें हैं जो चिंता का विषय है.

डेंगू पीड़ित मरीज की गुजरात में मौत

सीएमएचओ के अनुसार जिले में अब तक 848 सैंपल लिए है, जिसमें 84 डेंगू मरीज आए हैं. इस महीने 3 डेंगू मरीजों की पुष्टि हुई है, इसमें एक महिला और एक पुरुष है. दोनों ही आसपुर क्षेत्र से हैं. वहीं आसपुर निवासी एक डेंगू पीड़ित मरीज की गुजरात में उपचार के दौरान मौत भी हुई है. ये सरकारी रिकॉर्ड के आंकड़े हैं, लेकिन प्राइवेट लैब की बात करे तो रोजाना 8 से 10 डेंगू केस आ रहें हैं. डॉक्टरों की ओर से उनका डेंगू का इलाज किया जा रहा है, लेकिन सरकारी रिकॉर्ड में कार्ड डेंगू टेस्ट को वेलिड नहीं होना बताकर आंकड़ों में नहीं आ रहा है. 

यही हाल मलेरिया की रिपोर्ट में भी है. सरकारी आंकड़ों में मलेरिया के 21 पॉजिटिव केस ही आए हैं, जबकि मलेरिया पीएफ का एक भी केस नहीं है. दूसरी ओर प्राइवेट लैब में 10 से 15 मरीज मलेरिया के शिकार हो रहें हैं. इसके अलावा स्क्रब टाइफस के भी 2 केस आए हैं. मरीजों की संख्या बढ़ने से अस्पतालों में भी भीड़ लग रही है. वहीं डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज के अधीन जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ने पर एक बेड पर दो-दो मरीजो को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है. इधर स्वास्थ्य विभाग ने बीमारियों से बचाव के लिए लोगों को सावधानी के साथ ही साफ सफाई रखने की अपील की है. तेज बुखार, सर्दी जुकाम, खांसी, कमजोरी जैसी किसी भी तरह की शिकायत होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं और इलाज लेने की सलाह के साथ घरों के आसपास भरे पानी, कूलर, टायर, पुराने बर्तनों में भरे पानी या फिर जहां मच्छर हो सकते हैं, ऐसी सभी जगहों को साफ करने की भी नसीहत दी है.

Reporter - Akhilesh Sharma

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