राजस्थान राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य शिव भगवान नागा ने स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में अभियान चलाकर पात्र बच्चों को पालनहार योजना, छात्रवृति सहित अन्य राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने के निर्देश दिए हैं.
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चित्तौड़गढ़: राजस्थान राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य शिव भगवान नागा ने स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में अभियान चलाकर पात्र बच्चों को पालनहार योजना, छात्रवृति सहित अन्य राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने के निर्देश दिए हैं. शिव भगवान नागा ने बुधवार को सर्किट हाउस में अधिकारियों की बैठक में शिक्षा और समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को समन्वित प्रयास कर बच्चों को राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ दिलवाने पर जोर दिया. बैठक में बाल श्रम, भिक्षावृत और स्कूलों से पलायन के मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए शिव भगवान नागा ने अधिकारियों को अभियान चलाकर ऐसे बच्चों को चिह्नित कर उनके अभिभावकों की काउंसलिंग कर बच्चों को समाज की मुख्यधारा में शामिल करने की आवश्यकता जताई. बाल वाहिनियों और ऑटों में क्षमता से अधिक स्कूली बच्चों को बैठाने की बात सामने आने पर उन्होंने परिवहन विभाग के अधिकारियों को नियमित मॉनीटरिंग करने के निर्देश दिए.
वहीं, शहर के एक निजी विद्यालय में आवश्यक पात्रता के बिना ही शिक्षण कार्य करवाने की तरफ ध्यान आकर्षित करने पर उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को शहर की सभी स्कूलों में शिक्षण कार्य के लिए आवश्यक पात्रता की जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए. इस दौरान डॉ दीपक कुमार पुलिस उप अधीक्षक राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग, डॉ पवन पूनिया उपनिदेशक राजस्थान राज्य बाल अधिकार आयोग संरक्षण आयोग, राम दयाल सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई एवं बाल अधिकारिता विभाग, विकास खटीक परिवीक्षा अधिकारी सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, चंद्र प्रकाश जीनगर अधीक्षक राजकीय संप्रेक्षण एवं किशोर गृह, नवीन किशोर काकड़दा संरक्षण अधिकारी जिला बाल संरक्षण इकाई, भूपेंद्र सिंह समन्वयक चाइल्डलाइन चित्तौड़गढ़ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
हर बच्चा प्रतिभाशाली, प्रोत्साहन की आवश्यकता
इससे पहले शिव भगवान नागा शहर के लालजी का खेड़ा स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल पहुंचे. यहां उन्होंने स्कूली बच्चों से बात कर उन्हें पढ़-लिखकर जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया. कक्षाओं और आंगनबाड़ी में जाकर बच्चों से उनके परिवार और माता-पिता के बारे में जानकारी ली. उन्होंने कहा कि यहां के बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. बस, इन्हें थोड़ा-सा प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है. इस दौरान बाल कल्याण समिति, चित्तौड़गढ़ की अध्यक्ष प्रियंका पालीवाल ने शिक्षकों और समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को सामूहिक प्रयास कर बच्चों को भिक्षावृत से दूर करने के लिए विशेष प्रयास करने पर जोर दिया.
उन्होंने बच्चों से चाइल्ड हेल्पलाइन का नंबर पूछा और कोई भी समस्या होने पर चाइल्ड हेल्पलाइन का नंबर 1098 पर संपर्क करने को कहा. प्रियंका पालीवाल ने कहा कि लालजी का खेड़ा स्कूल को हम एक मॉडल स्कूल के रूप में विकसित करना चाहते हैं.
यह हम सबके लिए एक चुनौती है कि कैसे हम बच्चों को भिक्षावृत से दूर कर समाज की मुख्यधारा में स्थापित करें. मुझे पूरा भरोसा है कि हम इस काम को करने में सफल होंगे. यहां से आयोग का दल जिला चिकित्सालय पहुंचा और शिशु इकाई में नवजात बच्चों और गर्भवती माताओं के लिए उपलब्ध सुविधाओं और संसाधनों का जायजा लिया. इस दौरान पालना घर के सामने एम्बुलेंस और कचरा जमा देखकर शिव भगवान नागा ने संबंधित अधिकारियों को पालना घर को व्यवस्थित करने के निर्देश दिए.
रिपोर्टर दीपक व्यास
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