भीलवाड़ा में जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग के संयुक्त तत्वाधान में पहल, जन्मजात हृदय रोग (सीएचडी) से ग्रसित 4 बच्चे, जिनमे 1 बालक और 3 बालिकाओं को गुणवत्तापूर्ण उच्च स्तर के निशुल्क उपचार के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत अनुमोदित कोटा के सुधाअस्पताल के लिए रवाना किया गया है.
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Bhilwara: भीलवाड़ा में जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग के संयुक्त तत्वाधान में एक पहल शुरू की गई है. इस पहल के अंतर्गत जिले में जन्मजात बीमारी से ग्रसित बच्चों को निशुल्क उच्च स्तरीय उपचार करवाया जाएगा. जिले में शाला स्वास्थ्य परीक्षण कार्यक्रम के तहत स्कूली बच्चों को जन्मजात ह्रदय रोग (सीएचडी) से निजात दिलाने के लिए 4 बच्चों के वाहन को कलेक्ट्रेट परिसर जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इन बच्चों को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत अनुमोदित कोटा के एक हॉस्पिटल के लिए रवाना किया गया है.
जिला प्रशासन द्वारा अब तक लगभग एक दर्जन से अधिक स्कूली बच्चों को निशुल्क इलाज उपलब्ध करवाकर जन्मजात बीमारियों से निजात दिलाया जाएगा. इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर मुस्ताक खान, डिप्टी सीएमएचओ डॉ घनश्याम चावला, आरसीएचओ डॉ संजीव मौजूद रहें. जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा है कि प्रदेश के हर गरीब व्यक्ति को निशुल्क इलाज मिले, इसके तहत हमने जिले में स्कूल हेल्थ प्रोग्राम के तहत मोबाईल हैल्थ टीमों द्वारा प्रशिक्षण कर स्क्रीनिंग की गई. इसके प्रथम चरण में 5 बच्चों का निशुल्क उपचार करवाया गया.
इसके दूसरे चरण में जन्मजात हृदय रोग (सीएचडी) से ग्रसित 4 बच्चे, जिनमे 1 बालक और 3 बालिकाओं को गुणवत्तापूर्ण उच्च स्तर के निशुल्क उपचार के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत अनुमोदित कोटा के सुधाअस्पताल के लिए रवाना किया गया है. जिससे इलाज के बाद यह अपना जीवन खुशी के साथ व्यतीत कर सकें. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉं. मुस्ताक खान ने बताया कि हृदय में जन्म के समय छेद होने की विकृति की वजह से बच्चों को दौडने, श्वास लेने में परेशानी रहती है, जिसके कारण बच्चों की शारीरिक वृद्वि भी नहीं हो पाती है. शाला स्वास्थ्य परीक्षण के तहत जिले के राजकीय विद्यालयों में स्क्रीनिंग के दौरान गुलाबपुरा से गोवर्धन, सुनीता माली, अन्नू साहू तथा सहाडा से पूजा नायक इन 4 बच्चों की पहचान की गई और इन्हें वाहन द्वारा ऑपरेशन के लिए कोटा भिजवाया गया है. कोटा भेजे गये बच्चों का ऑपरेशन सुधा अस्पताल में किया जायेगा.
इन बच्चों के दिल में छेद की सर्जरी का पूरा खर्चा चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत लगभग डेढ़ लाख रू. प्रत्येक बच्चे पर राज्य सरकार द्वारा वहन किया जायेगा. इस दौरान डिप्टी सीएमएचओ डॉ. घनश्याम चावला, जिला आरसीएच अधिकारी डॉ. संजीव शर्मा, एडीएनओ डॉ. सोनिया छाबडा, जिला आईईसी समन्वयक अशोक प्रजापत, फिजियोथेरेपिस्ट शान्तिलाल, सोशल वर्कर हेमन्त कुमार, फार्मासिस्ट हरिसिंह सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहें.
Reporter - Mohammad Khan
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