Barmer: पीपा क्षत्रिय समाज की 12 सालों से चल रही है ये बड़ी पहल, अब इस बार 8 जोड़ों ने थामा एक दूजे का हाथ
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Barmer: पीपा क्षत्रिय समाज की 12 सालों से चल रही है ये बड़ी पहल, अब इस बार 8 जोड़ों ने थामा एक दूजे का हाथ

बाड़मेर के सिवाना के समदड़ी में सामूहिक विवाह सम्मलेन संपन्न हुआ. इस विवाह सम्मेलन की कई माह से तैयारी चल रही थी. हर वर्ष वैवाहिक बंधन में दूल्हा दुल्हन हां बंधते हैं. पीपाजी महाराज के दर्शन कर आशिर्वाद लिया,समिति द्वारा समाज के भामाशाहों का बहुमान किया गया.

 

Barmer: पीपा क्षत्रिय समाज की 12 सालों से चल रही है ये बड़ी पहल, अब इस बार 8 जोड़ों ने थामा एक दूजे का हाथ

Barmer: बाड़मेर के सिवाना के समदड़ी में सामूहिक विवाह हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी से पीपा क्षत्रिय समाज की ओर से आयोजन किया गया, जिसमें तुलसी विवाह के साथ 8 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे. पिछले 10 वर्षों से लगातार हर वर्ष पीपा क्षत्रिय समाज द्वारा रेलवे स्टेशन स्थित पीपाजी महाराज मंदिर के प्रांगण में सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन करते आ रहे हैं.

शुभ मुहूर्त में एक साथ आठ जोड़े परिणय सूत्र में बंधे सर्वप्रथम तुलसी विवाह के बाद सभी नवविवाहित जोड़ों को मंडप में प्रवेश दिया गया. जिसके बाद पुजारी राजू महाराज के सानिध्य में आचार्य पंडित मनीष दवे द्वारा वेद मंत्रों का उच्चारण किया गया. मंडप में बैठे अन्य पंडितों ने वेद मंत्रों के साथ विवाह की विधि संपन्न की. तत्पश्चात वर वधुओं ने पीपाजी महाराज के दर्शन कर आशिर्वाद लिया,समिति द्वारा समाज के भामाशाहों का बहुमान किया गया.

सामूहिक विवाह समिति अध्यक्ष मोहनलाल सवाजी सोलंकी तिलवाड़ा ने बताया कि पीपा क्षत्रिय समाज द्वारा सामाजिक एकता एवं स्नेह मिलन के रूप में सामूहिक विवाह पिछले 12 वर्षों से निरंतर जारी है ,जिसमें पूर्व में 11हजार की राशि ली जाती थी,

अब उसको बढ़ाकर 15 हजार कर दी गई है जिसके अंदर समाज के भामाशाहो द्वारा भेट की गई राशि से दुल्हन के सोने चांदी के आभूषण घरेलू विभिन्न सामग्री एवं दूल्हे के कम्प्लीट वस्त्र वर वधु पक्ष से 100 सदस्यों के लिए भोजन प्रसादी की व्यवस्था ट्रस्ट की तरफ से की जाती है, उनका कहना है कि इस आयोजन से समाज के हर व्यक्ति को फायदा मिलता है, वही सामाजिक एकता के संदेश के साथ स्नेह मिलन भी हो जाता है.

पीपा क्षत्रिय समाज का बड़ा योगदान

पीपा क्षत्रिय ट्रस्ट द्वारा कोविड-19 के समय राम रसोड़ा का खोला गया था जिसके अंदर कोई भी भूखा ना सोए इसको लेकर प्रत्येक व्यक्ति तक भोजन पहुंचाने की व्यवस्था की गई वहीं राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार को भी सहायता के रूप में एक एक लाख की राशि भेंट की गई , मंदिर के अंदर प्रतिदिन साधु संतों एवं यात्रियों के लिए निशुल्क भोजन की व्यवस्था है. लोक देवता बाबा रामदेव पैदल यात्रियों एवं अन्य धार्मिक स्थलों के पैदल यात्रियों के लिए चाय नाश्ता भोजन सहित छेड़ने की निशुल्क व्यवस्था भी करवाते हैं.
 

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