JNU Hospital Controversy: "जेएनयू अस्पताल में मरीज की मौत के बाद भी इलाज जारी रखने का मामला सामने आया है! परिजनों ने आरोप लगाया है कि अस्पताल प्रशासन ने मृत मरीज के लिए वेंटिलेटर और दवाइयों की मांग की और भामाशाह कार्ड के बावजूद 10 हजार रुपये कैश लिए!
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के अस्पताल में एक मरीज की मौत के बाद भी इलाज जारी रखने का मामला सामने आया है.
परिजनों ने आरोप लगाया है कि अस्पताल प्रशासन ने मृत घोषित मरीज के लिए वेंटिलेटर और दवाइयों की मांग की, और भामाशाह कार्ड के बावजूद रोजाना 10 हजार रुपये कैश लिए. यह मामला अस्पताल प्रशासन की लापरवाही और धन उगाही के आरोपों को उजागर करता है.
परिजनों ने बताया कि मरीज 9 दिन से अस्पताल में भर्ती था, लेकिन उसकी मौत के बाद भी अस्पताल प्रशासन ने इलाज जारी रखा. जब परिजनों ने इसका विरोध किया, तो अस्पताल प्रशासन ने मृत घोषित मरीज को वेंटिलेटर पर फिर से रखने का प्रयास किया.
इस मामले ने अस्पताल प्रशासन की लापरवाही और धन उगाही के आरोपों को उजागर किया है. परिजनों ने अस्पताल की लापरवाही और अनियमितता को उजागर करने के लिए एक वीडियो भी बनाया है. मामले को लेकर अस्पताल प्रशासन पर प्रदर्शन की तैयारी भी की जा रही है.