8 साल के बच्चे की मौत को लेकर हाइवे जाम, नौकरी और पैसे मिलने के आश्वासन के बाद मामला शांत
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8 साल के बच्चे की मौत को लेकर हाइवे जाम, नौकरी और पैसे मिलने के आश्वासन के बाद मामला शांत

 भिवाड़ी के खानपुर गांव में मंदिर के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन से 8 वर्षीय मासूम लक्ष्य की तार छूने से मौत हो गई थी, जिसका मामला रविवार को गरमा गया और ग्रामीणों ने बच्चे के शव को अलवर भिवाड़ी मेगा हाईवे पर रखते पर जाम लगा दिया.

8 साल के बच्चे की मौत को लेकर हाइवे जाम, नौकरी और पैसे मिलने के आश्वासन के बाद मामला शांत

अलवर: भिवाड़ी के खानपुर गांव में मंदिर के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन से 8 वर्षीय मासूम लक्ष्य की तार छूने से मौत हो गई थी, जिसका मामला रविवार को गरमा गया और ग्रामीणों ने बच्चे के शव को अलवर भिवाड़ी मेगा हाईवे पर रखते पर जाम लगा दिया. परिजन व ग्रामीण 50 लाख रुपए व सरकारी नौकरी की मांग पर अड़े रहे. वहीं, देर शाम 5 बजे एडिशनल एसपी विपिन शर्मा के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ.

भिवाड़ी के खानपुर गांव में 1 दिन पूर्व मंदिर के ऊपर से जा रही हाईटेंशन लाइन के तार के छूने से एक 8 वर्षीय मासूम की मौत का मामला रविवार को गरमा गया. ग्रामीणों ने बिजली विभाग के प्रति भारी रोष जताते हुए अलवर भिवाड़ी मेगा हाईवे पर बच्चे के शव को रख कर जाम लगा दिया. दुर्घटना का शिकार 8 वर्षीय लक्ष्य के शव को दोपहर 1 बजे दिल्ली से भिवाड़ी लाया गया और परिजनों सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने एकत्रित होकर शव को अलवर भिवाड़ी मेगा हाईवे के बीच में रखकर जाम लगा दिया, जिससे मामला बिगड़ गया.

सूचना लगते ही मौके पर प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे और ग्रामीणों के साथ समझाया, लेकिन ग्रामीणों ने यह कहते हुए मना कर दिया कि पीड़ित के परिजनों को 50 लाख रुपए मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए. इसके बाद ही आगे कुछ सोचा जाएगा. इससे पूर्व ग्रामीणों ने बाईपास पर स्थित मार्केट को बंद करा दिया मार्केट के लोगों ने भी ग्रामीणों का साथ देते हुए सभी दुकानों को बंद कर दिया.

अधिकारियों के आने के बाद ग्रामीण हुए शांत

मामले की गंभीरता को देखते हुए टपूकड़ा तहसीलदार रेखा यादव मौके पर पहुंची ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीणों ने उनकी एक भी नहीं सुनी और उच्च अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे. इसी दौरान सूचना लगते ही मौके पर डीएसपी सुजीत शंकर मय पुलिस जाब्ते के मौके पर पहुंचे करीब 1 घंटे बाद तिजारा एसडीएम महेंद्र यादव भी मौके पर पहुंच गए. ग्रामीणों ने उनके सामने परिजनों को सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग रखी जिस पर करीब 3 घंटे तक कशमकश चलती रही लेकिन कोई फैसला नहीं हो पाया. इस बीच जिला कलेक्टर जितेंद्र सोनी से भी बात कर मामले पर रायशुमारी की गई लेकिन कोई भी अधिकारी ग्रामीणों व परिजनों को नहीं समझा पाया.

घंटों समझाने के बाद मामला ठंडा पड़ा

आखिर में शाम 4 बजे भिवाड़ी पुलिस पुलिस एडिशनल एसपी विपिन शर्मा मौके पर पहुंचे और उन्होंने जिला कलेक्टर से बात करते हुए ग्रामीणों से समझाइश की जिसमें परिजनों को 10 लाख रुपए मुआवजा राशि के साथ मृतक बच्चे की माता को आंगनबाड़ी में सहायिका के पद पर व पिता को गांव में ही संचालित सरकारी अस्पताल में फोर्थ क्लास की नौकरी देने का आश्वासन दिया, जिस पर ग्रामीण सहित परिजन सहमत हो गए और उन्होंने एडिशनल एसपी विपिन शर्मा का आभार जताते हुए धरना प्रदर्शन खत्म किया और बच्चे के शव को अंतिम संस्कार के लिए गांव में ले गए. इसी दौरान भिवाड़ी नगर परिषद सभापति शीशराम तंवर ने भी अपनी तरफ से परिजनों को 1 लाख रुपए देने की घोषणा की साथ ही विधायक प्रतिनिधि ने भी विधायक की एक सेलरी परिजनों को देने का आश्वासन दिया.

इस दौरान पूर्व पार्षद प्रवीण कुमार, पार्षद प्रीतम दायमा, पूर्व पार्षद सुभाष यादव, सरपंच धनीराम यादव, पवन यादव, धर्मेंद्र यादव, तिजारा उपखंड अधिकारी महेंद्र यादव, एडिशनल एसपी विपिन शर्मा, डीएसपी सुजीत शंकर, भिवाड़ी फूलबाग थानाधिकारी करणी सिंह, टपूकड़ा तहसीलदार रेखा यादव सहित प्रशासन के अधिकारी वह बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे.

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