Ajmer,Pushkar news: पुष्कर की अरावली पर्वतमाला की श्रंखला नाग पहाड़ी में पैंथर का आतंक बढने लगा है. जिसके कारण गांवों में पालतू पशुओं के जीवन पर संकट छा गया है. मंगलवार देर रात राजकीय विधयालय के पीछे कालू सिंह रावत के बाड़े में बंधी 5 बकरियों को पेंथर ने अपना शिकार बना लिया.
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Ajmer,Pushkar news: पुष्कर की अरावली पर्वतमाला की श्रंखला नाग पहाड़ी में पैंथर के विचरण दृश्य अक्सर देखे जाते थे. अमूमन पहाड़ी की ऊंची चोटियों पर विचरण करने वाला पैंथर अब आबादी क्षेत्र में पालतू जीवो को अपना शिकार बना रहा है. 8 दिनों के अंतराल में दूसरी बार पेंथर ने पुष्कर के निकटवर्ती गाँव नेडलिया के माधोपुरा में 5 बकरियां का शिकार किया. और भैस और गाय को घायल कर दिया. पेंथर के शिकार के बाद ग्रामीणों ने वन विभाग से पिंजरा लगाने की मांग की है.
पैंथर ने किया फिर 5 बकरियों का शिकार
पुष्कर के निकटवर्ती ग्रामनेडलिया माधोपुरा में पेंथर के हमले के बाद दहशत का माहौल है. मंगलवार देर रात राजकीय विधयालय के पीछे कालू सिंह रावत के बाड़े में बंधी 5 बकरियों को पेंथर ने अपना शिकार बना लिया. जानवरो की तेज आवाज के चलते कालू सिंह का परिवार के साथ आसपास के पडोसी जाग गए और शोर मचाना शुरू कर दिया. जिसके बाद पेंथर बकरियों को मोके पर छोड़ कर भाग गया. ग्रामीणों ने बताया की इस दौरान पेंथर ने बाड़े में बंधी गाय और भेस पर हमला किया.
ग्रामीणों ने उठाई वन विभाग से पिंजरा लगाने की मांग
पुष्कर के निकटवर्ती गांव नेडलिया के माधोपुरा में पेंथर के हमले बाद ग्रामीणों में खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है. मंगलवार सुबह ग्रामीणों ने इक्कठा होकर वन विभाग से जल से जल्द पिंजरा लगाकर पेंथर को पकड़कर दूसरे वन क्षेत्र में छोड़ने की मांग की है. ग्रामीण महेंद्र सिंह रावत ने बताया की पूर्व में 9 बकरियों के शिकार के दौरान वन विभाग ने ग्रामीणों को पिंजरा लगाने का भरोसा दिलाया था. बावजूद इसके 8 दिन बिट जाने के बाद भी वन विभाग ने कोई कार्यवाही है की. ग्रामीणों ने चेताया की यदि वन विभाग इस क्षेत्र में पिंजरा है लगता है तो ग्रामीणों के जान माल को खतरा रहेगा. आगामी दिनों में यदि वन विभाग कोई कार्यवाही है करता है तो ग्रामीणों उपखण्ड कार्यालय पर एकत्रित होकर अपना विरोध जताएंगे.
वन विभाग लगा रहा है वन क्षेत्र में 2 पिंजरे
वन विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी नरेंद्र चौधरी ने बताया की फिलहाल विभाग द्वारा मौका मुआयना, पंचनामा बनाकर मृत जानवरो का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. जिसमे वन्य जीव द्वारा शिकार की पुष्टि होने के बाद मुआवजे की प्रक्रिया को अंजाम दिया जायेगा. वन विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी नरेंद्र चौधरी ने बताया ग्रामीणों की मांग पर क्षेत्र में दो संवेदनशील स्थानों पर पेंथर को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए जा रहे है. ग्रामीणों से समझाइश कर सतर्कता बरतने की अपील की जा रही है.
पहाड़ो पर जल स्त्रोतों के सूखने के कारण आते है पैंथर
हाल के दिनों में पुष्कर सहित अजमेर के अरावली पहाड़ी से सटे क्षेत्रों में पेंथर की मूवमेंट देखि जा रही है. क्षेत्रीय वन अधिकारी नरेंद्र चौधरी ने बताया कि आम तौर पर पहाड़ के ऊपरी क्षेत्र में जल के स्रोत सूखने पर वन्य जीव पहाड़ के निचले क्षेत्र में आते हैं. वही दूसरी और इन दिनों गावो ढाणी और बड़े शहरो में आबादी का विस्तार पहाड़ी क्षेत्रों की और तेजी से बढ़ रहा है. इस दौरान भूख लगने पर वन्य जीव पहाड़ी क्षेत्र के आसपास बसी आबादी में आसान शिकार भी कर लेता है. वही दूसरी और जानकारी के अनुसार पुष्कर के नाग पहाड़ इलाके में 3 तेंदुए, खोरी गांव के पास बैद्यनाथ की पहाड़ी में 1 तेंदुआ, और नांद से कड़ेल तक की पहाड़ी में 2 तेंदुए अक्सर विचरण करते पाए जाते हैं. हाल ही में अजमेर की नाग पहाड़ी के करीब 2 श्रावको और एक मादा पेंथर को देखा गया था.
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