Pariksha Pe Charcha: प्रधानमंत्री छात्रों से बातचीत के लिए 'परीक्षा पे चर्चा' करते हैं. इस प्रोग्राम हजारों की तादाद में छात्र हिस्सा लेते हैं. उन्हीं में से एक छात्रा ने कुछ ऐसा कर दिखाया है कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उसे अचानक खत भेज दिया.
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Pariksha Pe Charcha: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परीक्षा पे चर्चा ने सोलापुर की साक्षी सुराना की जिंदगी बदल दी. उसने अपनी तकलीफों से लड़ते हुए नामुमकिन को मुमकिन कर दिखाया. साक्षी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा जब उसे पीएम मोदी की तरफ से एक खत मिला. गुरुवार को एक्स हैंडल 'मोदी आर्काइव' ने एक पोस्ट के ज़रिए उसकी कहानी बताई है. इस पोस्ट में दो मिनट से ज्यादा समय का एक वीडियो भी शेयर किया गया है.
वीडियो के साथ कैप्शन दिया,'एक साल पहले ही सोलापुर की साक्षी सुराना को एक मुश्किल फैसले का सामना करना पड़ा था. उन्हें स्वास्थ्य समस्याओं की वजह से एक साल स्कूल छोड़ना पड़ा था. गंभीर माइग्रेन और पीठ की ऐंठन की वजह से वे अपनी परीक्षाएं पूरी नहीं कर पाईं और खास तौर पर अर्थशास्त्र उनके लिए एक मुश्किल चुनौती बना हुआ था.'
उस कठिन दौर में प्रधानमंत्री मोदी के शब्दों ने सहारा दिया और उन्हें याद दिलाते रहे कि अगर आप आगे बढ़ते रहें तो बाधाओं के बावजूद भी कामयाबी मुमिका है. दृढ़ निश्चय के साथ साक्षी ने अपनी पढ़ाई में अपना सब कुछ झोंक दिया और नतीजा? उसने न सिर्फ 12वीं की परीक्षा में अपने स्कूल में टॉप किया, बल्कि अर्थशास्त्र में पहला स्थान हासिल किया.
Letters from PM | Sakshi Jinendra Surana, Solapur
The Power of Words
“No matter how much we write, words will always fall short in describing you,” wrote Sakshi in her poem for him.
Just a year ago, Sakshi Surana from Solapur faced a tough decision—she had to drop a year of… pic.twitter.com/4G7oJZbBxW
— Modi Archive (@modiarchive) January 16, 2025
फिर एक लिफाफे में प्रधानमंत्री दफ्तर से एक आधिकारिक पत्र आया. अंदर खुद प्रधानमंत्री मोदी का एक निजी संदेश था, जिसमें साक्षी की कोशिशों के लिए उन्हें बधाई दी गई थी और भविष्य में उनकी कमयाबी की कामना की गई थी. साक्षी को यकीन ही नहीं हुआ. जिन शब्दों ने कभी उसे प्रेरित किया था, अब वही शब्द उसकी उपलब्धि को पहचान देने वाले बन गए थे. उस पल, ऐसा लगा जैसे उसने पूरी दुनिया में पहला स्थान हासिल कर लिया हो.
पीएम मोदी के शब्दों की ताकत ने साक्षी के लिए सब कुछ बदल दिया था. अपनी कविता की अंतिम पंक्तियों में उन्होंने लिखा,'आप जैसे नेता के कामों को हम शब्दों में कैसे बयां कर सकते हैं? यह एक पहेली है जिसे मैं कभी नहीं सुलझा सकती.' पीएम मोदी वीडियो में कह रहे हैं कि 'मेरी प्रकृति है मैं हर चुनौती को चुनौती देता हूं, जिसने पानी में ही प्रैक्टिस शुरू कर दी, उसको कितना ही गहरा पानी क्यों ना हो, उसको भरोसा होता है मैं पार कर जाऊंगा.'
साक्षी सुराना कहती हैं कि '10वीं के बाद जब मैं कॉलेज में आई तो मुझे अर्थशास्त्र विषय बहुत ज्यादा कठिन लगता था. तभी मुझे पता चला कि मुझे माइग्रेन और पीठ में ऐंठन की परेशानी है. इसलिए मैंने सोचा कि मैं गैप करूंगी और अगले साल परीक्षा दूंगी. परीक्षा पर चर्चा की वजह से मैं बहुत ज्यादा प्रेरित हुई, फिर मैंने पढ़ना शुरू किया और मैंने ठाना था कि मैं अर्थशास्त्र में तो फर्स्ट आऊंगी और साथ ही साथ कॉलेज में भी फर्स्ट आऊंगी.'
इसके बाद वीडियो में बैकग्राउंड में कहा जाता है कि परीक्षा पर चर्चा से सीखकर सोलापुर में रहने वाली साक्षी सुराना ने परीक्षा में टॉप किया. साक्षी ने कहा कि'मैं बहुत खुश थी कि मैंने परीक्षा में टॉप किया, लेकिन मेरी खुशी दो-तीन गुनी तब हुई, जब पता चला कि मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दफ्तर से पत्र आया.'
साक्षी ने बताया,'जब मुझे पत्र मिला तो मुझे ऐसा लगा कि मैंने पूरी दुनिया में ही टॉप की हो. पत्र में साक्षी को परीक्षा में टॉप करने की बधाई दी गई थी. साथ ही विश्वास जताया गया था कि आने वाले समय में आप मेहनत और लगन से जिंदगी में लक्षित सफलता हासिल करते हुए अपने परिवार और देश का नाम रोशन करेंगी. आपके उज्जवल भविष्य की कामना सहित आपका नरेंद्र मोदी.'
(इनपुट-IANS)