MP Ravidas Mandir: PM Modi आज रविदास मंदिर की रखेंगे नींव! 18 में दलितों ने पलटी थी बाजी, जानें वोटों का समीकरण
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MP Ravidas Mandir: PM Modi आज रविदास मंदिर की रखेंगे नींव! 18 में दलितों ने पलटी थी बाजी, जानें वोटों का समीकरण

PM Modi In Madhya Pradesh Visit: एमपी विधानसभा चुनाव से पहले आज एक बार फिर पीएम मोदी मध्य प्रदेश की धरती में आएंगे. पीएम मोदी संत रविदास मंदिर का भूमि पूजन करेंगे. गौरतलब है कि प्रदेश में 16% दलित मतदाता हैं.

PM Modi MP Sagar Visit

PM Modi MP Sagar Visit: मध्य प्रदेश (MP News) में साल के अंत में विधानसभा चुनाव (MP Election) होने वाले हैं. बीजेपी पूरी तैयारियों में जुटी हुई है और एमपी में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का दौरा लगातार जारी है. आज पीएम नरेंद्र मोदी एक बार फिर मध्य प्रदेश के दौरे पर आ रहे हैं. पीएम मोदी आज सागर में संत रविदास मंदिर का भूमिपूजन करेंगे. गौरतलब है कि 8 फरवरी 2023 को मुख्यमंत्री शिवराज ने सागर के पास संत रविदास के सम्मान में एक भव्य मंदिर बनाने की घोषणा की थी, जिसकी अनुमानित लागत लगभग 100 करोड़ रुपये है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार 12 अगस्त को सागर में प्रतिष्ठित संत रविदास मंदिर का शिलान्यास करेंगे. कार्यक्रम में पीएम मोदी के साथ, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कई केंद्रीय मंत्री भी इसमें शामिल होने वाले हैं. 

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एमपी में दलित वोटों का प्रभाव
बता दें कि बुंदेलखंड में संत रविदास का विशाल और भव्य मंदिर का कनेक्शन मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से भी है. मध्य प्रदेश में, दलित वोट राज्य के कुल मतदाताओं का लगभग 16% हैं. साथ ही 84 सीटों पर लगभग 80 लाख मतदाता हैं. खासकर बुन्देलखण्ड में दलित समाज की आबादी  20-25% है. बता दें कि 2013 के मध्य प्रदेश चुनाव में, भाजपा ने प्रचंड बहुमत हासिल किया था. जिसमें दलित सीटों की भी अहम भूमिका थी. पार्टी ने 35 में से 28 सीटें हासिल की थीं. वहीं, उस चुनाव में कांग्रेस ने 4 और बसपा ने सिर्फ 3 सीटें हासिल कीं थीं. 

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2018 में पलट गई थी बाजी 
बता दें कि 2018 के चुनावों में बदलाव हुआ. कांग्रेस ने अनुसूचित जाति (एससी) आरक्षित सीटों पर पहले के मुकाबले शानदार प्रदर्शन किया. 2013 के नतीजों की तुलना में, भाजपा की सीटों की संख्या 28 से घटकर 18 हो गई, जबकि कांग्रेस ने बढ़त हासिल की. पार्टी 4 सीटों से बढ़कर 17 पर पहुंच गई. यहां तक कि 15 सालों के बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस की वापसी में दलित वोटों ने अहम भूमिका निभाई थी.  इसी के चलते भाजपा ने इस बार पूरी तरह से कमर कस ली है. खास कर पार्टी बुंदेलखंड क्षेत्र में दलित वोटों को साधने में जुटी है.

बसपा का दलितों में प्रभाव
बसपा आज भी एमपी की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है. भले ही 2018 के मध्य प्रदेश चुनाव में बसपा ने दलित रिजर्व एक सीट पर जीत हासिल की. वहीं, 2013 के चुनाव में बसपा ने तीन सीटें हासिल कर अपनी अहमियत बताई थी. यहां तक 2003 से 2013 तक के वर्षों में, बसपा ने लगातार दलित वोटों में लगभग 10% की हिस्सेदारी बनाए रखी. इसलिए बसपा को भी कम नहीं आंका जा सकता है.

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