मंडला जिले में आईपीएस अफसर यशपाल सिंह राजपूत ने नक्सलियों पर लगाम कसने के लिए काम किया और दो नक्सलियों का एनकाउंटर भी किया. भारत सरकार ने पुरस्कार के रूप में उनका वीरता सम्मान के लिए चयन किया है.
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विमलेश मिश्र/ मण्डला: मध्य प्रदेश में मंडला जिले के एसपी यशपाल सिंह राजपूत भारत सरकार के द्वारा दिये जाने वाले वीरता पुरस्कार के लिए चयनित किये गए हैं. यशपाल सिंह को ये पुरस्कार 26 जनवरी को भोपाल में दिया जाएगा. जिले के एसपी को ये पुरस्कार नक्सलियों से मुठभेड़ कर 2 कुख्यात नक्सलियों को ढेर करने के लिए दिया जा रहा है. ये पुरस्कार प्रदेश और केंद्र सरकार सहमति से दिया जाता है.
पुरस्कार मिलने पर जताई खुशी
पुरस्कार पाकर पुलिस अधिकारी यशपाल सिंह न केवल खुश है बल्कि ऊर्जा से भरे दिख रहे हैं. एसपी का कहना है कि हमारी पुलिस, एसएएफ और हॉकफोर्स इतने सक्षम हैं कि नक्सलियों का सफाया कर सकते हैं.
एक्स्ट्रा ऑर्डनरी काम के लिए दिया जाता है ये पुरस्कार
मण्डला जिले के एसपी को नक्सलियों के एनकाउंटर की कार्यवाही को अंजाम देने पर यह सम्मान मिला है. ये पुरस्कार एक्स्ट्रा ऑर्डनरी काम के लिए दिया जाता है.
नक्सलियों का किया था एनकाउंटर
दरअसल, मामला 12 फरवरी का है. उन्हें जब सूचना मिली कि जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र मोतीनाला थाना के लालपुर में इनामी नक्सलियों सहित नक्सलियों का दल है. पुलिस ने सूचना के आधार पर एनकाउंटर की कार्रवाई करते हुए 2 इनामी नक्सली दुल्ला उर्फ मेनु व महिला नक्सली गीता को मार गिराया था. इनके पास से ढेर सारा असलहा, बारूद, ओर हथियार बरामद किए थे. इन दोनों नक्सलियों पर 16 - 16 लाख रुपये का ईनाम घोषित था.
मंडला जिले में है नक्सल प्रभावित क्षेत्र
बता दें कि छत्तीसगढ़ की सीमा व पड़ोसी जिले बालाघाट की सीमा से लगे मण्डला जिले के मोतीनाला, मवई क्षेत्र नक्सल प्रभावित हैं. इन क्षेत्रों में नक्सलियों का विस्तार दलम सक्रिय है जो समय-समय पर नक्सल गतिविधियों को अंजाम देता रहता है. ऐसे में मंडला सेंसेटिव एरिया बना रहता है. एसपी यशपाल सिंह ने यहां नक्सली समस्या को कंट्रोल करके रखा हुआ है.
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