मैहर: कुछ कर गुजरने का हौसला हो तो मुश्किलें भी कामयाबी का राह आसान कर देती है. जहां एक तरफ कृषि उन्नति में तकनीक मददगार साबित हो रही है. वहीं हाईटेक तकनीक से कृषक कामयाबी के बुलंदी पर पहुंच रहे हैं.
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मैहर: कुछ कर गुजरने का हौसला हो तो मुश्किलें भी कामयाबी का राह आसान कर देती है. जहां एक तरफ कृषि उन्नति में तकनीक मददगार साबित हो रही है. वहीं हाईटेक तकनीक से कृषक कामयाबी के बुलंदी पर पहुंच रहे हैं. मैहर से एक ऐसी ही बुलंद हौसलों की कहानी सामने आई है. जहां गरीब युवा किसान घर बैठे आधुनिक डिजिटल तकनीक के जरिये अपने कृषि उत्पाद को न सिर्फ देश विदेश में स्थापित किया बल्कि लाखों रुपये महीने लाभ कमा रहे है.
दरअसल ये कहानी मैहर जिले के ग्राम त्योंधरी मे जन्मे कृष्ण कुमार की है. जिनके जीवन का उद्देश्य खेती करना ही नहीं बल्कि आज के युवाओं को भी कृषि के लिए प्रेरित करना है. कृष्ण कुमार पिछले 3 साल पहले यूट्यूब से चंदन के बीज से चंदन की खेती करना सीखा फिर उसके बाद खुद का चैनल बनाकर आज लाखों रुपये कमा रहे हैं. बल्कि देश विदेशों मे बीज बेच कर लोगों को चंदन के पेड़ की खेती करना सीखा रहे हैं. मैहर के कृष्ण कुमार के बीज भारत के कोने कोने मे तो जाते ही है इसके साथ साथ साऊथ अफ्रीका जैसे अन्य देशों मे भी निर्यात होता है.
यूट्यूब से सीख गए खेती
ज़ी मीडिया से बातचीत करते हुए किसान कृष्ण कुमार ने बताया कि खेती के प्रति बचपन से ही रूचि थी पर खेती में नई तकनीक सीखने के लिए कोई साधन नहीं था. आज से तीन वर्ष पहले यूट्यूब से एक नया रास्ता मिला जिसके बाद लगातार सीखते गए और आज घर में पड़ी थोड़ी जमीन पर वह चंदन के बीच से पेड़ उगाते है और नव युवाओं उपहार मे पेड़ देकर चंदन की खेती के प्रति जागरूक भी करते है.
लाखों रुपये की हो रही कमाई
इतना ही नहीं कृष्ण यूट्यूब पर भी खुद का चैनल बना कर लोगों को चंदन की खेती करना सिखाते हैं इसके साथ ही बीज का भी विक्रय करते है. मैहर के छोटे से गांव में जन्मे कृष्ण कुमार सिंह अपनी बुलंद हौसलों की मेहनत से आज लाखों रुपये कमाते हैं. कृष्ण कुमार का मानना हैं कि अगर हम चंदन की खेती करें तो आसानी से लाखों रुपये कमा सकते है.
रिपोर्ट- नजीम सौदागर