Madhya Pradesh Politics: भोपाल के सौरभ शर्मा कैश कांड में पूर्व परिवहन मंत्री और बीजेपी विधायक भूपेंद्र सिंह को घेरने के लिए कांग्रेस कई पोस्ट कर रही है. हेमंत कटारे, जीतू पटवारी, उमंग सिंघार सभी ने खुलकर आरोप लगाए, जिसका भूपेंद्र सिंह ने जवाब देते हुए उनके पोस्ट किए कागजात को फर्जी बताया है.
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Congress allegation on bhupendra singh: भोपाल के चर्चित सौरभ शर्मा केस में पूर्व परिवहन मंत्री और बीजेपी विधायक भूपेंद्र सिंह को घेरने के लिए कांग्रेस लगातार कोशिश कर रही है. सौरभ शर्मा मामले में उप-नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने गंभीर आरोप लगाए. पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने भी एक्स पर पोस्ट कर आरोप लगाए. उमंग सिंघार ने भी आरोप लगाते हुए कुछ कागज एक्स पर पोस्ट किए थे, जबकि गुरुवार को कटारे ने प्रेस वार्ता कर भूपेंद्र सिंह के सौरभ शर्मा घोटाले में हाथ होने के आरोप लगाए. उन्होंने एक नोटशीट दिखाते हुए कहा, भूपेंद्र सिंह की अनुशंसा पर सौरभ को नौकरी दी गई, उसी नोटशीट को सिंघार ने भी पोस्ट किया और भूपेंद्र सिंह पर निशाना साधा, लेकिन इस मामले में ट्विस्ट तब आया जब भूपेंद्र सिंह ने सिंघार की इसी पोस्ट को रीट्वीट करते हुए उसे फर्जी बताया है, जिससे यह मामला अब एक तरफ उलझता दिख रहा है तो दूसरी तरफ बीजेपी और कांग्रेस में आरोप प्रत्यारोप का दौर तेज होता दिख रहा है.
भूपेंद्र सिंह का जवाब
भूपेंद्र सिंह ने लिखा उमंग जी, बार-बार अपनी पोस्ट संशोधित करके भी आप न तो अपना भ्रम दूर कर पा रहे हैं और न ही अपनी राजनैतिक मंशा में सफल हो पा रहे हैं. भूपेंद्र सिंह ने ये पोस्ट कर उन्हें घेरने में लगी कांग्रेस को उल्टा घेर लिया. भोपाल के चर्चित कैश केस मामले में सौरभ शर्मा की मदद करने के आरोप लगाते हुए नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने एक्स पर पोस्ट डाले, जिसमें एक कागज और एक पुराना बयान है. सिंघार ने लपेटे में लेवे की कोशिश तो की, लेकिन दांव उल्टा पड़ गया. सिंघार ने जो कागज और वीडियो पोस्ट किया था, भूपेंद्र सिंह ने उसे गलत कांटेक्स्ट में साबित कर दिया. उन्होंने आगे लिखा आप तो मंत्री जैसे जिम्मेदार पद पर रहे हैं, आपके द्वारा दर्शाया गया दस्तावेज प्रकरण में प्राप्त आवेदन के क्रम में विभाग से अभिमत मांगने के लिए लिखी गई नोटशीट है जो कि एक सामान्य प्रक्रिया है। यह न तो नियुक्ति पत्र है, न ही अनुशंसा का पत्र है और न ही नियुक्ति का अनुमोदन है। आपने स्वयं के द्वारा पोस्ट की गई नोटशीट को यदि ध्यान से पढ़ा होता तो आपको तथ्य का ज्ञान अपने ही श्रीमुख से हो जाता.
क्या लिखा था सिंघार ने
भूपेंद्र सिंह जी एक तरफ आप ही के हस्ताक्षर की हुई सौरभ शर्मा की नियुक्ति की नोट शीट है और दूसरी तरफ़ आपका बयान है कि आपने नोट शीट नहीं लिखी है! अब आप ही अपने श्रीमुख से बताएँ किस बात को प्रामाणिक माना जाए?
.@UmangSinghar जी, बार-बार अपनी पोस्ट संशोधित करके भी आप न तो अपना भ्रम दूर कर पा रहे हैं और न ही अपनी राजनैतिक मंशा में सफल हो पा रहे हैं।
आप तो मंत्री जैसे जिम्मेदार पद पर रहे हैं, आपके द्वारा दर्शाया गया दस्तावेज प्रकरण में प्राप्त आवेदन के क्रम में विभाग से अभिमत मांगने के… https://t.co/S3f1CnBvFo
— Bhuppendra Siingh (@bhupendrasingho) January 17, 2025
जीतू पटावरी ने भी घेरा
पीसीसी चीफ जीतू पटावरी ने भी एक्स पर लिखा था पूर्व परिवहन मंत्री @bhupendrasingho ने कहा था, "अगर मैंने सौरभ शर्मा की नियुक्ति से संबंधित नोटशीट लिखी हो, तो राजनीति से संन्यास ले लूंगा!" नोटशीट पब्लिक डोमेन में है, तो पूछा जाना चाहिए कि "सौरभ-समर्थक" कब संन्यास ले रहे हैं? वैसे यह परिवहन विभाग में हुई 2000 करोड़ से ज्यादा की कलंक-कथा का "अर्ध-सत्य" है! जब तक सौरभ का आर्थिक-दोहन करने वाली सफेदपोश 'शख्सियतों' का चेहरा खरोंचा नहीं जाएगा, 'संगठित अपराध' व 'सामूहिक डकैती' का पूरा हिसाब सामने नहीं आ पाएगा!