Khandwa Latest News:जिले में एक 60 साल पुराने पीपल के पेड़ को खास तरीके से शिफ्ट किया गया. इसमें 6 महीने और लाखों रुपये लगे.
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प्रमोद सिन्हा/खंडवा: जिले में 60 साल पुराने और 50 फीट ऊंचे भारी-भरकम एक पीपल के पेड़ को एक स्थान से दूसरे स्थान शिफ्ट किया गया.इस काम में 6 महीने का समय और लगभग डेढ़ लाख रुपये खर्च हुए.यह सब कुछ खंडवा के एक कॉलोनाइजर ने किया.जिसने कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी से अपने ही लोगों को खोते हुए देखा.इस पूरी प्रक्रिया में पर्यावरण प्रेमी भी साथ रहे और पूरे उत्साह के साथ रैली निकालते हुए इस पेड़ को शहर में घुमाया गया और लोगों को पर्यावरण बचाने का संदेश भी दिया गया. इस अनोखी पहल की सभी जगह सराहना हो रही है.
अक्सर देखा जाता है कि कॉलोनाइजर अपनी कॉलोनी को विस्तार देने के लिए पेड़ों को काट देते हैं, लेकिन खंडवा के रितेश गोयल ने ऐसा नहीं करते हुए लगभग डेढ लाख रुपये खर्च किए और हैदराबाद से विशेषज्ञ को बुलाया.लगभग 6 महीने से इस पीपल के पेड़ को शिफ्ट करने की प्रक्रिया चल रही थी.शनिवार इसे दो क्रेनो की मदद से उठाया गया और रात में जब शहर की सड़कों से आवागमन कम हुआ.उसमें इसे 15 किलोमीटर दूर अन्य कॉलोनी में स्थापित किया गया.
पूरे समारोह के साथ पूरी की गई प्रक्रिया
इस प्रक्रिया को पूरे समारोह के साथ मनाया गया.जिसमें स्थानीय विधायक, महापौर और पर्यावरण प्रेमी भी शामिल हुए.बकायदा गाने बाजे के साथ एक रैली के रूप में इस पीपल के पेड़ को दूसरी जगह शिफ्ट किया गया.रितेश गोयल ने बताया कि कोरोना महामारी के समय उन्होंने ऑक्सीजन की कमी की महत्ता को देखा और इसी वजह से उन्होंने पर्यावरण बचाने के लिए यह प्रयास किया.उन्होंने कहा कि इसकी डॉक्यूमेंट्री भी बनाई जाएगी.जिससे पर्यावरण बचाने की दिशा में लोग जागरूक हो सकेंगे.
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एक विशेषज्ञ को किया गया कांटेक्ट
यह पेड़ खंडवा शहर के बीच में विस्तारित की जा रही है एक कॉलोनी में था.लगभग 60 वर्ष पुराना यह पीपल का पेड़ शिफ्ट करना एक टेड़ी खीर के समान था. खंडवा नगर निगम और फॉरेस्ट विभाग से इसकी बकायदा परमिशन ली गई ,फिर हैदराबाद से पेड़ शिफ्ट करने वाले एक विशेषज्ञ से कांटेक्ट किया गया.विशेषज्ञ की टीम ने लगभग 6 महीने पहले इसकी प्रोसेस स्टार्ट की.जब नई रूट तैयार हो गई तब शनिवार को इसे शिफ्ट करने का काम शुरू हुआ.पहले एक करें से कोशिश की गई,लेकिन प्रयास विफल हुए तो दूसरे ने लगानी पड़ी.हैदराबाद से आए विशेषज्ञ भाग्य रेड्डी ने बताया कि वह अभी तक लगभग 200 पेड़ शिफ्ट कर चुके हैं और पूरे ट्रीटमेंट के साथ यह प्रक्रिया पूरी करते हैं.
खंडवा की महापौर को भी आमंत्रित किया गया
इस प्रक्रिया में खंडवा की महापौर,विधायक जनप्रतिनिधि और पर्यावरण प्रेमियों को भी आमंत्रित किया गया था.सभी लोगों को पहले इसके बारे में समझाया,फिर शहर की सड़कों से आवागमन कम होने पर इसे रात में 15 किलोमीटर दूर अन्य कॉलोनी में शिफ्ट किया गया.महापौर अमृता यादव और विधायक ने कहा कि यह अच्छी पहल है.पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए यह संदेश बहुत असरकारी होगा.