MP Seat Analysis: निमाड़ का ये जिला है बीजेपी का गढ़, जातिगत वोटों को साधना कांग्रेस के लिए चुनौती
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MP Seat Analysis: निमाड़ का ये जिला है बीजेपी का गढ़, जातिगत वोटों को साधना कांग्रेस के लिए चुनौती

MP election 2023:  मध्य प्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी और कांग्रेस को निमाड़ की सियासी जमीन की चिंता सताने लगी है. एक तरफ बीजेपी को खंडवा जिले की सीटों को बचाना हैं, तो वहीं कांग्रेस के लिए यहां खाता खोलना किसी चुनौती से कम नहीं होगा.

MP Seat Analysis: निमाड़ का ये जिला है बीजेपी का गढ़, जातिगत वोटों को साधना कांग्रेस के लिए चुनौती

MP election 2023:  इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने ही कमर कस ली है.  कांग्रेस इस चुनाव में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है, वहीं बीजेपी ने भी कुर्सी की पेटी बांध ली है. बात अगर मध्यप्रदेश की निमाड़ की करे तो यहां से 16 सीटें है. जो चुनाव में काफी महत्वपूर्ण और निर्णायक होती है. बात 2018 की करें तो यहां कांग्रेस ने काफी अच्छी प्रदर्शन किया था. जिसमें 16 में से उन्हें 10 सीटों पर जीत मिली थी. आज हम इस रिपोर्ट में किशोर कुमार और दादाजी धुनी वाले की नगरी खंडवा जिले की बात करेंगे. यहां पर जातीय समीकरण और किसका पलड़ा भारी हैं, उसे जानेंगे. 

बता दें कि खंडवा जिले में कुल 4 विधानसभा क्षेत्र हैं. चारों ही विधानसभा क्षेत्रों में जातिगत समीकरण अहम माने जाते हैं. खंडवा में बलाही और मुस्लिम, मांधाता में गुर्जर व राजपूत, पंधाना में भील और हरसूद में कोरकू वोटर का साथ जीत तय करता है.  
खंडवा विधानसभा
वर्तमान में यहां बीजेपी से देवेंद्र वर्मा विधायक हैं. खंडवा विधानसभा में बलाही, मुस्लिम और ब्राह्मणों के वोट निर्णायक माने जाते हैं. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टी इस संतुलन को बनाए रखना चाहती है. खंडवा विधानसभा में कुल  2,46,064 वोटर हैं. इनमें से 41 हजार बलाही समाज, 34 हजार मुस्लिम और 32 हजार ब्राह्मण वोटर हैं. 
खंडवा विधानसभा
वर्तमान विधायक का नाम-  देवेंद्र वर्मा
2018 विधानसभा चुनाव परिणाम
वोट- 77,123
वोट प्रतिशत- 45%
मुख्य प्रतिद्वंद्वी- कुंदन मालवीय (INC)
वोट-57,986
वोट प्रतिशत- 34%
जीत का अंतर 19,137 वोट रहा था.
2013 और 2008 के परिणाम- बीजेपी (2013)  बीजेपी (2008)
हरसूद विधानसभा
इस विधानसभा सीट से बीजेपी के विधायक और मध्यप्रदेश के वन मंत्री विजय शाह ने जीत हासिल की है. हरसूद विधासनभा में कोरकू निर्णायक वोटर साबित होते हैं इसे ही देखते हुए यहां से 2018 में कांग्रेस ने कोरकू प्रत्याशी को टिकट दिखा था. हालांकि वो कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाएं.   यहां कुल 1 लाख 95 हजार 908 वोटर हैं. इनमें से 87 हजार कोरकू, 21 हजार मुस्लिम, 15 हजार यादव, 12 हजार ब्राह्मण और 12 हजार गुर्जर मतदाता हैं.
 
वर्तमान विधायक का नाम-  विजय शाह
2018 विधानसभा चुनाव परिणाम
वोट- 80,556
वोट प्रतिशत-40%
मुख्य प्रतिद्वंद्वी- सुखराम साल्वे (INC)
वोट-61,607
वोट प्रतिशत- 34%
जीत का अंतर 18,949  वोट रहा था.
2013 और 2008 के परिणाम- बीजेपी (2013)  बीजेपी (2008)
पंधाना विधानसभा
पंधाना (ST) विधानसभा सीट मध्य प्रदेश के खंडवा जिले की एक सीट है. यहां से राम दांगोर विधायक हैं. इस विधानसभा सीट में वोटरों की कुल संख्या  2 लाख 46 हजार 454 हैं. इनमें से 72 हजार आदिवासी हैं. इसके साथ 40 हजार गुर्जर, 35 हजार कुनबी, 25 हजार राजपूत और 16 हजार मुस्लिम वोटर हैं. 
वर्तमान विधायक का नाम-  राम दांगोरे
2018 विधानसभा चुनाव परिणाम
वोट- 91,844
वोट प्रतिशत- 46%
मुख्य प्रतिद्वंद्वी-छाया मोरे (INC)
वोट- 68,094
वोट प्रतिशत- 34%
जीत का अंतर 23,750  वोट रहा था.
2013 और 2008 के परिणाम- बीजेपी (2013)  बीजेपी (2008)
मंधाता विधानसभा
मांधाता विधानसभा सीट मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में आती है. 2018 में आईएनसी से नारायण सिंह पटेल ने भारतीय जनता पार्टी के नरेंद्र सिंह तोमर को 1,236 वोटों के मार्जिन से हराया था. लेकिन फिर नारायण पटेल बीजेपी में शामिल हो गए. उसके बाद यहां उपचुनाव में बीजेपी की तरफ से  नारायण सिंह पटेल जीते. यहां कुल 1 लाख 90 हजार 974 वोटर हैं. इनमें से सबसे अधिक 29 हजार गुर्जर, 18500 बंजारा और 18 हजार राजपूत मतदाता हैं. आदिवासी मतदाताओं की संख्या करीब 4500 और मुस्लिमों की 9800 है. 

वर्तमान विधायक का नाम-  नारायण सिंह पटेल
2018 विधानसभा चुनाव परिणाम
वोट- 80,394
वोट प्रतिशत- 53.33%
मुख्य प्रतिद्वंद्वी- उत्तमपाल सिंह (INC)
वोट-58,265
वोट प्रतिशत- 38.65%
जीत का अंतर 22,129  वोट रहा था.
2013 और 2008 के परिणाम- बीजेपी (2013)  बीजेपी (2008)

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