ये हैं भारत के सबसे तेजी से तरक्की करने वाले टॉप 10 राज्य, जानिए मध्य प्रदेश का क्या है नंबर?
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ये हैं भारत के सबसे तेजी से तरक्की करने वाले टॉप 10 राज्य, जानिए मध्य प्रदेश का क्या है नंबर?

रिजर्व बैंक ने देश के सबसे तेजी से तरक्की करने वाले राज्यों की लिस्ट जारी की है. इस लिस्ट में बीते 9 साल में तेजी से बढ़ने वाले राज्यों का डाटा तैयार किया है. आइए जानते हैं क्या कहती है ये रिपोर्ट...

ये हैं भारत के सबसे तेजी से तरक्की करने वाले टॉप 10 राज्य, जानिए मध्य प्रदेश का क्या है नंबर?

नई दिल्लीः भारत के केंद्रीय बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें देश के सबसे तेजी से तरक्की करने वाले राज्यों की जानकारी दी गई है. इस रिपोर्ट के अनुसार, गुजरात देश का सबसे तेजी से तरक्की करने वाला राज्य है. खास बात ये है कि बीते 9 साल से (वित्तीय वर्ष 2012 से वित्तीय वर्ष 2021 तक) देश में सबसे तेजी से बढ़ने वाला राज्य गुजरात ही है. रिपोर्ट के अनुसार, गुजरात की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) 8.2 फीसदी है, जो देश में सबसे ज्यादा है. 

क्या कहती है आरबीआई की रिपोर्ट
बता दें कि वित्तीय वर्ष 2012 में गुजरात की अर्थव्यवस्था 6.16 लाख करोड़ रुपए थी, जो कि वित्तीय वर्ष 2021 में बढ़कर 12.48 लाख करोड़ हो गई है. देश के राज्यों में सबसे बड़ी इकॉनोमी महाराष्ट्र की है, जो कि 18.89 लाख करोड़ रुपए है. महाराष्ट्र के बाद देश में गुजरात की इकॉनोमी ही सबसे बड़ी है. इस रिपोर्ट के बारे में जानने से पहले यह जान लें कि कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (Compound Annual Growth Rate) क्या होती है? बता दें कि किसी निवेश पर एक साल से ज्यादा किसी निश्चित समय में मिलने वाली वार्षिक ग्रोथ को कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (सीएजीआर)कहते हैं.

गुजरात के बाद दूसरे नंबर पर कर्नाटक का नाम है. कर्नाटक का कंपाउंट एनुअल ग्रोथ रेट 7.3 फीसदी है. वित्तीय वर्ष 2012 में  कर्नाटक की इकॉनोमी 6.06 लाख करोड़ रुपए थी जो कि वित्तीय वर्ष 2021 में बढ़कर 11.44 लाख करोड़ रुपए हो गई है. अर्थव्यवस्था के मामले में कर्नाटक देश का चौथा सबसे बड़ा राज्य है. 

तीसरे नंबर पर हरियाणा का नंबर आता है. वित्तीय वर्ष में हरियाणा की अर्थव्यवस्था का आकार 2.9 लाख करोड़ रुपए था, जो कि वित्तीय वर्ष 2021 में बढ़कर 5.36 लाख करोड़ रुपए हो गया है. 

मध्य प्रदेश का चौथा नंबर
आरबीआई की इस रिपोर्ट में मध्य प्रदेश को चौथा स्थान दिया गया है. मध्य प्रदेश का सीएजीआर 6.7 फीसदी है. 9 साल पहले मध्य प्रदेश की इकॉनोमी 3.16 लाख करोड़ रुपए थी, जो कि 2021 में बढ़कर 5.65 लाख करोड़ रुपए हो गई है. पांचवें नंबर पर आंध्र प्रदेश का नाम है, जिसका सीएजीआर 6.5 फीसदी है. आंध्र की अर्थव्यस्था बीते 9 साल में 3.79 लाख करोड़ से बढ़कर 6.70 लाख करोड़ रुपए हो गई है. 

छठे नंबर पर तेलंगाना का नंबर आता है, जिसकी सीएजीआर 6.1 फीसदी है. तेलंगाना की इकॉनोमी वित्तीय वर्ष 2021 में 6.10 लाख करोड़ रुपए हो गई है. इस लिस्ट में तमिलनाडु का सातवां नंबर है, जिसकी सीएजीआर 5.8 फीसदी है और इस राज्य की अर्थव्यवस्था 2021 में बढ़कर 12.46 लाख करोड़ रुपए हो गई है. 

आरबीआई की इस रिपोर्ट में ओडिशा को आठवां नंबर मिला है. ओडिशा का कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट 5.73 फीसदी है और वित्तीय वर्ष 2021 में इस राज्य की अर्थव्यवस्था बढ़कर 3.81 लाख करोड़ रुपए हो गई है. 

नौवां नंबर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को मिला है, जिसकी ग्रोथ रेट 5.67 फीसदी है. दिल्ली की इकॉनोमी वित्तीय वर्ष 2021 में 5.65 लाख करोड़ रुपए आंकी गई है. भारत के सबसे तेजी से विकास करने वाले राज्यों में 10वां नंबर उत्तर पूर्वी राज्य असम का है. असम का सीएजीआर 5.3 फीसदी है और इस राज्य की वित्तीय वर्ष 2021 में अर्थव्यवस्था बढ़कर 2.28 लाख करोड़ रुपए हो गई है. 

इन राज्यों की ग्रोथ रेट सबसे कम
आरबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, देश के जिन राज्यों की ग्रोथ रेट सबसे कम रही है, उनमें केरल (3.9 फीसदी), जम्मू कश्मीर (4.1 फीसदी), झारखंड (4.2 फीसदी) का नाम शामिल है. छोटे राज्यों में मिजोरम की ग्रोथ रेट सबसे ज्यादा है जो कि 7.9 फीसदी आंकी गई है. वहीं मेघालय की ग्रोथ रेट सबसे कम महज 2 फीसदी है. 

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