शिवराज सरकार की एक सीनियर मंत्री ने कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री को बीजेपी में आने का ऑफर दे दिया. जिससे प्रदेश के सियासी गलियारों में दोनों नेताओं के बीच हुई यह बातचीत चर्चा का मुद्दा बनी हुई है. बता दें कि कांग्रेस विधायक पूर्व सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के खास माने जाते हैं.
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देवास। मध्य प्रदेश की सियासत में दलबदल को लेकर अक्सर चर्चा होती रहती है. प्रदेश की सियासत में दो दिग्गज नेताओं के बीच ऐसी चर्चा हुई जो प्रदेश के सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गई है. क्योंकि शिवराज सरकार की कद्दावर मंत्री ने कमलनाथ के खास माने जाने वाले एक विधायक और पूर्व मंत्री को बीजेपी में शामिल होने का ऑफर दे दिया. जिससे दोनों नेताओं के बीच की यह चर्चा सुर्खियों में हैं. पूरा मामला क्या है हम आपको बताते हैं.
यशोधरा राजे सिंधिया और सज्जन सिंह वर्मा के बीच हुई बातचीत
दरअसल, पूरा मामला देवास जिले का है. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जिले की प्रभारी मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया देवास पहुंची ध्वजारोहण कार्यक्रम के बाद जब वह सर्किट हाउस पहुंची तो यहां उनकी मुलाकात कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा से हुई, दोनों के बीच काफी देर तक बातचीत होती रही. बातों ही बातों में यशोधरा राजे सिंधिया ने सज्जन सिंह वर्मा से कहा कि '' झंडा तो आप ही पकड़ते हो, भाजपा में आ जाओ, आपका हमारी पार्टी में स्वागत है. जिस पर मंत्री ने जवाब दिया ''शिवराज जी नहीं आने दे रहे है''
यह उनका बड़प्पन हैः सज्जन सिंह वर्मा
हालांकि यह संवाद दोनों ही नेताओं के बीच हंसी मजाक का माना जा रहा है. लेकिन प्रदेश में जिस तरह के राजनीतिक हालात बनते रहते हैं, उससे दोनों नेताओं को बीच हुई यह चर्चा प्रदेश के सियासी गलियारों में चर्चा का विषय जरूर बन गया. जब इस मामले में सज्जन सिंह वर्मा से बात की गई तो उनका कहना था कि यह उनका (यशोधरा राजे सिंधिया) का बड़प्पन है कि उन्होंने मुझे बीजेपी में आने के लिए कहा, वह प्रदेश के राज परिवार से आती है, ऐसे में उनकी बात काटना सही नहीं रहता.
कमलनाथ के खास माने जाते हैं सज्जन सिंह वर्मा
देवास जिले की सोनकच्छ विधानसभा सीट से विधायक सज्जन सिंह वर्मा कांग्रेस के सीनियर नेता हैं, वह पूर्व सीएम कमलनाथ के खास माने जाते हैं, सज्जन सिंह वर्मा कमलनाथ सरकार में मंत्री भी थे, जबकि वह दिग्विजय सिंह सरकार में भी 10 साल तक मंत्री रहे थे.
बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब बीजेपी के नेताओं ने कांग्रेस नेताओं को बीजेपी में आने का ऑफर दिया है, इससे पहले खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के कद्दावर नेता अरुण यादव को बीजेपी में आने के लिए कहा था कि उन्होंने खंडवा की एक सभा में कहा था कि ''अरुण भैया क्या कर रहे हो भैया?'' सीएम शिवराज के इस बयान के बाद भी अटकलों का दौर शुरू हो गया था. हालांकि देवास में यशोधरा राजे सिंधिया और सज्जन सिंह वर्मा के बीच हुआ संवाद सामान्य चर्चा ही माना जा रहा है.
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