गंभीर बीमारी से लेकर छोटी बीमारी तक के मरीजों के लिए राहत वाली खबर है, क्योंकि अब आभा कार्ड के जरिए सभी हेल्थ रिकॉर्ड डिजिटल होंगे, जिससे मरीज देश के किसी भी कोने में अपना इलाज करवाएगा तो उसे पुरानी फाइलों को लेकर जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी.
Trending Photos
प्रिया पांडेय/भोपालः भारत सरकार के आयुष्मान भारत योजना के तहत डिजिटल हेल्थ कार्ड की शुरुआत के साथ अब मेडिकल रिकॉर्ड का डिजिटलीकरण भी किया जाएगा. डिजिटल हेल्थ आईडी आभा आधार कार्ड के तर्ज पर तैयार होगा. इस कार्ड के जरिए अब मरीजों को देश के किसी भी कोने में इलाज करवाने के लिए पुरानी फाइलों को लेकर घूमने की जरुरत नहीं होगी. इस कार्ड के जरिए डॉक्टर एक क्लिक में मरीज की पूरी हेल्थ हिस्ट्री चेक कर लेंगे.
एक क्लिक में डॉक्टर देखेगें पूरी मेडिकल हिस्ट्री
गंभीर बीमारी से लेकर छोटी बीमारी तक के मरीजों के लिए राहत की खबर है. अब उन्हें अगर देश के अलग-अलग राज्यों में भी इलाज करवाने के लिए जाना है तो अपनी पूरी मेडिकल फाइल लेकर घूमने की जरूरत नहीं होगी. एक क्लिक में ही उनकी पूरी मेडिकल हिस्ट्री डॉक्टर के सामने आ जाएगी. बता दें कि यह कार्य डिजिटल हेल्थ आईडी आभा के जरिए मुमकिन हुआ है. राजधानी भोपाल के 40 अलग अलग हिस्सों में इसके बनने की शुरुआत हो चुकी है.
आधार कार्ड की तरह हैल्थ कार्ड भी
आधार कार्ड की तरह लोगों की हैल्थ आईडी तैयार की जा रही है. लोगों की स्वास्थ्य का लेखा-जोखा हेल्थ कार्ड में रखा जाएगा. इसमें व्यक्ति से संबंधित सभी मेडिकल हिस्ट्री को शामिल किया जा रहा है. इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट आभा आईडी बनाई जा रही है. इसके लिए आधार कार्ड और आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर की जरूरत होगी.
भोपाल के इन जगहों पर रहा रजिस्ट्रेशन
जो व्यक्ति आभा आईडी बनवाने जा रहा है, उसे अपना आधार कार्ड और आधार से लिंक मोबाइल नंबर साथ लेकर जाना होगा. प्रक्रिया के दौरान उसी नंबर मैसेज आएगा जो आधार से लिंक होगा. राजधानी भोपाल के जेपी के अलावा सभी सरकारी सीएचसी, पीएचसी, सिविल अस्पताल, सिविल डिस्पेंसरी, और समस्त संजीवनी क्लिनिक में ओपीडी के वक्त यह आईडी बनवा सकते हैं.
ये भी पढ़ेंः मुरैना में सफाई के दौरान मिला कुछ ऐसा, पहले कबाड़ में बेचा बाद में संग्रहालय रखवाया