बैतूल के मांडवी में बोरवेल में गिरे तन्मय को नहीं बचाया जा सका. मांडवी गांव में मंगलवार शाम को बोरवेल में गिरे तन्मय को बाहर निकालने बचाव अभियान 84 घंटे बाद पूरा हुआ. लेकिन बोरवेल में गिरा तन्मय जिंदगी की जंग हार गया. शनिवार सुबह करीब 5.30 बजे बचाव दल ने उसे बाहर निकाला.
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इरशाद हिंदुस्तानी/बैतूल: बैतूल के मांडवी में बोरवेल में गिरे तन्मय को नहीं बचाया जा सका. मांडवी गांव में मंगलवार शाम को बोरवेल में गिरे तन्मय को बाहर निकालने बचाव अभियान 84 घंटे बाद पूरा हुआ. लेकिन बोरवेल में गिरा तन्मय जिंदगी की जंग हार गया. शनिवार सुबह करीब 5.30 बजे बचाव दल ने उसे बाहर निकाला. तन्मय के शव को पोस्टमार्टम के लिए एंबुलेंस से जिला अस्पताल रवाना किया गया है. कलेक्टर अमनवीर सिंह बैंस ने बताया कि रेस्क्यू का काम पूरा कर लिया गया है. बॉडी एंबुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाई जा रही है.
वहीं इस दुखद हादसे में सीएम शिवराज ने ट्वीट कर कहा कि दुःख की इस घड़ी में तन्मय का परिवार स्वयं को अकेला न समझे, मैं और संपूर्ण मध्यप्रदेश परिवार के साथ है. राज्य सरकार की ओर से पीड़ित परिवार को ₹4 लाख की आर्थिक सहायता दी जायेगी.
सीएम ने जताया शोक
अत्यंत दुखद है कि बैतूल के मांडवी गांव में बोरवेल में गिरे नन्हे तन्मय को प्रशासन के अथक प्रयासो के बाद भी नहीं बचाया जा सका।
ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और परिजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं।
।। ॐ शांति ।।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 10, 2022
#WATCH | Madhya Pradesh | 8-year-old Tanmay Sahu who fell into a 55-ft deep borewell on December 6 in Mandavi village of Betul district, has been rescued. According to Betul district administration, the child has died pic.twitter.com/WtLnfq3apc
— ANI (@ANI) December 10, 2022
मंगलवार से फंसा था तन्मय
बता दें कि 8 साल का तन्मय मंगलवार शाम से ही बोरवेल में फंसा हुआ था. 55 फीट की गहराई पर फंसे तन्मय को बचाने के लिए 84 घंटे का लंबा रेस्क्यू अभियान चलाया गया. पानी और पत्थरों की वजह से प्रशासन को दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
तन्मय को बोरवेल से निकाला गया, एंबुलेंस के जरिए भेजा गया जिला अस्पताल#MadhyaPradesh #betul #TanmaySahuinBorewell pic.twitter.com/kxDgRyEB1l
— Zee MP-Chhattisgarh (@ZeeMPCG) December 10, 2022
रेस्क्यू में 61 जवान लगे थे
इस लंबे चले रेस्क्यू ऑपरेशन में तकरीबन NDRF और DSRF के 61 जवानों की तैनाती की गई थी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक तन्मय 39 फीट की गहराई में फंसा हुआ था.