Chhattisgarh News: जांजागीर चांपा जिले के 16 मजदूरों को उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में ईंट भट्ठे के ठेकेदार द्वारा बंधक बनाया गया है. परिजनों ने कलेक्टर से मदद की गुहार लगाई है. मामले को गंभीरता से देखते हुए कलेक्टर ने संबंधित अधिकारी को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
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जितेंद्र कंवर/जांजगीर चांपा: छत्तीसगढ़ के जांजागीर चांपा (janjgir champa) जिला के 16 मजदूरों ( laborers) को उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर (mirzapu) में बंधक बना लिया गया है. मिर्जापुर से अपने गांव आए मजदूर और वहां फंसे मजदूरों के परिजन कलेक्टर (collector) से मदद की गुहार लगाने कलेक्टर कार्यालय पहुंचे, और ईंट भट्ठा ठेकेदार द्वारा परिजनों को किए जा रहे प्रताड़ना को बताया. मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने जिला श्रम पदाधिकारी को कार्रवाई के लिए निर्देश दे दिए हैं.
जानिए पूरा मामला
जांजगीर चांपा जिला से मजदूरों का पलायन बदस्तूर जारी है, जिला प्रशासन भले ही पलायन को स्वीकार नहीं करती लेकिन ईंट भट्ठे में बंधक बने मजदूर हकीकत को बयां करती है. ताजा मामला नवागढ़ ब्लाक के सेमरा गांव से सामने आया है. जहां के 16 मजदूर दलाल के माध्यम से उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के ईंट भट्ठा में कमाने खाने गए थे. कुछ दिन तक वहां सब ठीक था. लेकिन जब रुपए के हिसाब की बात आयी तो भट्ठा मालिक ने दलाल को मजदूर लाने के लिए 3 लाख देने की बात कही और कम लेबर भेजनें के कारण इन्ही लेबर से दलाल का पैसा वसूल करने के लिए धमकी दी और पैसा नहीं चुकाने पर जान से मारने की धमकी भी दी.
मजदूरों ने बताई आपबीती
मजदूरों ने बताया कि ठेकेदार की दबंगई और दुर्व्यवहार से अपनी कमाई का पूरा पैसा दे दी है. और एक मजदूर अपने पत्नी और 15 माह के बच्चे को वहीं छोड़ कर पैसे का इंतजाम करने अपने गांव आया है. लेकिन पैसे का इंतजाम नहीं होने पर अब जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है. बंधक मजदूरों के परिजन भट्ठा मालिक के दहशत में हैं और परदेश में बंधक बने अपनी महिलाओ पुरुष और 5 बच्चों की सकुशल वापसी का इंतजार कर रहे हैं.
कार्रवाई के निर्देश
मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने जिला श्रम पदाधिकारी को मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. जिला श्रम पदाधिकारी ने बताया कि सैमरा गांव से शिकायत मिली है. परिजनों ने पुरुष, महिला और छोटे बच्चों के साथ 16 मजदूरों को बंधक बनाने की शिकायत की है. इस मामले में मिर्जापुर जिला प्रशासन से चर्चा कर जानकारी दे दी गई है, मजदूरों को उनके गांव पहुंचाने के लिए भी चर्चा हुई हैं. अब मिर्जापुर जिला प्रशासन द्वारा मजदूरों के विषय में जो भी जानकारी दी जाएगी. उसके तहत आगे की कार्रवाई होगी.
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