Chhattisgarh News: एक ओर लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस लगातार बैठकें कर रही है. एक दिन पहले हुई स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में ही पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम का प्रस्ताव रखा गया था. उन्हें राजनांदगांव सीट से मैदान में उतारने की चर्चा थी, लेकिन आज उन्होंने चुनाव लड़ने की अटकलों को खारिज कर दिया है.
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Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोकसभा चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है. उन्होंने राजनांदगांव से चुनावी मैदान में उतरने वाली अटकलों पर विराम लगा दिया है. एक दिन पहले ही कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में पूर्म मंत्री मोहम्मद अकबर उनके नाम का प्रस्ताव रखा था. भूपेश बघेल ने लोकसभा चुनाव लड़ने से इंकार करते हुए कहा, 'मैं तो विधायक हूं, मैं प्रदेश भर में घूम-घूमकर प्रचार करना चाहता हूं. मैं समझता हूं ये जिम्मेदारी मिलेगी तो ज्यादा अच्छा होगा.
इधर, बिहार में मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों के बीच कांग्रेस ने भूपेश बघेल को मैदान में उतार दिया है. भूपेश बघेल को बिहार में कांग्रेस संगठन की गतिविधियों को संचालित करने का जिम्मा दिया गया है. इस वक्त बिहार में मौजूदा सत्ताधारी गठबंधन टूटने की संभावना बढ़ गई है. इस बीच कांग्रेस के विधायकों में टूट की आशंका भी है.
राहुल गांधी की यात्रा में भी बड़ी जिम्मेदारी
इसके अलावा भूपेश बघेल को भारत जोड़ो न्याय यात्रा में भी बड़ी जिम्मेदारी सौंप गई है. उन्हें यात्रा का वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाया गया है. भूपेश बघेल आज दिल्ली जा रहे हैं. माना जा रहा है कि यहां से वह तत्काल बिहार रवाना हो सकते हैं. उनकी नियुक्तियों को तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है. इससे अलावा न्याय यात्रा के लिए छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने जिलेवार संयोजक और पर्यवेक्षक नियुक्त किए. ंयात्रा के लिए 4 पूर्व मंत्रियों को भी जिम्मेदारी दी गई.
डॉ. शिवकुमार डहरिया, जयसिंह अग्रवाल, अमरजीत भगत और उमेश पटेल को संयोजक बनाय गया है.
छत्तीसगढ़ आएगी कांग्रेस की न्याय यात्रा
कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 5 फरवरी के आसपास छत्तीसगढ़ में प्रवेश कर सकती है. इसका कारण असम में यात्रा का पूरा न हो पाना है. संभावना थी कि कांग्रेस की यह यात्रा 15 से 18 फरवरी के बीच रायगढ़ के रास्ते छत्तीसगढ़ में प्रवेश करेगी. न्याय यात्रा का नेतृत्व पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी कर रहे हैं. कांग्रेस की कोशिश है कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए आचार संहिता लगने से पहले यात्रा को समाप्त कर दिया जाए. ऐसे में पार्टी तैयारी और व्यवस्थाओं में लगी है.