छत्तीसगढ़ विधानसभा में पेश हुआ आर्थिक सर्वेक्षण, प्रतिव्यक्ति इनकम में हुई बढ़ोत्तरी
Advertisement

छत्तीसगढ़ विधानसभा में पेश हुआ आर्थिक सर्वेक्षण, प्रतिव्यक्ति इनकम में हुई बढ़ोत्तरी

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ विधानसभा (Chhattisgarh Assembly) में प्रदेश का आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया गया. जिसके आधार पर प्रदेश की जीडीपी (GDP) 2022- 23 में 8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है.

छत्तीसगढ़ विधानसभा में पेश हुआ आर्थिक सर्वेक्षण, प्रतिव्यक्ति इनकम में हुई बढ़ोत्तरी

Chhattisgarh GDP 2022- 23: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में इसी साल विधानसभा चुनाव होना है. चुनाव को लेकर भाजपा (BJP) और कांग्रेस (congress) दोनों अपना अपना तालमेल बैठाने में व्यस्त हैं. इसी बीच विधानसभा में मंत्री अमरजीत भगत ने प्रदेश का आर्थिक सर्वेक्षण (economic survey CG) प्रस्तुत किया है. जिसके मुताबक वित्तीय वर्ष 2022 - 23 के हिसाब से इस साल जीडीपी 8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया जा रहा है. ये सर्वेक्षण किन किन क्षेत्रों में प्रस्तुत किया गया जानते हैं.

ये लगाया गया अनुमान
मंत्री अमरजीत भगत ने आर्थिक सर्वेक्षण पुस्तक का भी किया विमोचन. अगर हम राज्य के पिछले साल के जीडीपी को देखें तो 2021-22 में यह 8.46% था. लेकिन इस वित्तीय वर्ष देश के अनुमानित जीडीपी 7% से प्रदेश की जीडीपी 1% ज्यादा है. इस साल छत्तीसगढ़ राज्य में कृषि क्षेत्र की वृद्धि 5.93% अनुमानित है. इसके अलावा उद्योग क्षेत्र की वृद्धि 7.83% अनुमानित है. जबकि सेवा क्षेत्र की वृद्धि 9.29% अनुमानित है.

प्रतिव्यक्ति आय में हुई है बढ़ोत्तरी
पिछले साल के मुकाबले इस साल प्रदेश में प्रतिव्यक्ति आय में भी काफी ज्यादा बढ़ोत्तरी हुई है. इस साल प्रदेश में  प्रति व्यक्ति आय करीब एक लाख 33 हजार अनुमानित है. इस बार पिछले साल की तुलना में 10.93% की बढ़ोत्तरी होने का अनुमान लगाया गया है. इस साल बाजार मूल्य के मुताबिक पिछले साल की तुलना में स्टेट जीडीपी में 12.60 फीसदी बढ़ोतरी का अनुमान लगाया जा रहा है. जबकि इस वित्तीय वर्ष में राज्य की राजस्व प्राप्ति 89073.25 करोड़ और राजस्व व्यय 88371.61 करोड़ अनुमानित है. इसके अलावा राजस्व घाटा 701.64 करोड़ अनुमानित किया गया है.

शिशुदर मृत्यु में आई कमी
छत्तीसगढ़ में शिशु मृत्यु दर साल 2001 में प्रति एक हज़ार जीवित जन्म पर 77 थी. जो साल 2022 में घटकर 38 हो गई है. इसके अलावा सतत विकास लक्ष्य में वर्ष 2030 तक शिशु मृत्यु दर का लक्ष्य 15 रखा गया है. साथ ही साथ छत्तीसगढ़ में मातृ मृत्यु दर 2001-2003 के दौरान एक लाख प्रति जीवित जन्मों पर 379 थी, जो अब घटकर 137 हो गई है. 

Trending news