Amravati News: क्या महाराष्ट्र का अमरावती भारत का 'सुसाइड कैपिटल' बन गया है? 5 महीने में 461 किसानों ने की आत्महत्या
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Amravati News: क्या महाराष्ट्र का अमरावती भारत का 'सुसाइड कैपिटल' बन गया है? 5 महीने में 461 किसानों ने की आत्महत्या

Maharashtra Amravati News: अपनी खेतीबाड़ी के लिए प्रसिद्ध रहा महाराष्ट्र का अमरावती क्या भारत का 'सुसाइड कैपिटल' बनता जा रहा है. पिछले 5 महीने में वहां पर 461 किसान आत्महत्या कर चुके हैं. 

 

Amravati News: क्या महाराष्ट्र का अमरावती भारत का 'सुसाइड कैपिटल' बन गया है? 5 महीने में 461 किसानों ने की आत्महत्या

India Suicide Capital Amravati: महाराष्ट्र के अमरावती में किसान परेशान है. इसकी वजह से देश का अन्नदाता सुसाइड जैसा खौफनाक कदम उठा रहा है. महाराष्ट्र के अमरावती से चौंकाने वाली रिपोर्ट आई है. अमरावती किसानों के लिए सुसाइड कैपिटल बनती जा रही है. वर्ष 2024 किसानों के लिए काल बन गया है. जनवरी से मई 2024 के बीच किसानों ने सबसे ज्यादा सुसाइड महाराष्ट्र के अमरावती में किए हैं.

5 महीनों में अमरावती में 461 की मौत

पांच महीनों में अमरावती डिवीजन में 461 किसानों ने आत्महत्या की है. अकेले अमरावती जिले में 146 किसानों ने मौत को गले लगा लिया. यवतमाल जिले में 132 किसानों ने, बुलढाणा में 83 किसानों ने खुदकुशी की. अकोला में 82 और वाशिम जिले में 21 किसानों ने पिछले पांच महीनों में सुसाइड किया.

कपास और सोयाबीन की खेती

अमरावती में कपास और सोयाबीन की खेती की जाती है. प्रसिद्ध नागपुरी संतरे की खेती भी अमरावती जिले के कुछ हिस्सों में होती है. अमरावती के किसानों ने जब से सोयाबीन की खेती करनी शुरू की तब से उपज में काफी गिरावट देखी गई है.

कर्ज चुकाने में हो रहे असहाय

बैंक लोन की कमी के कारण कई किसान छोटी फाइनेंस फर्मों या साहूकारों से पैसा लेते है. लेकिन ये लोग किसानों पर वसूली का दबाव बनाते है. किसान की आर्थिक तंगी और उनकी फसलों का सही दाम ना मिलना भी किसानों की आत्महत्या की बड़ी वजह है.

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