DNA: क्या है डंकी फ्लाइट स्कैम, जिस पर बनी है शाहरुख खान की फिल्म Dunki? ऐसे चलता है पूरा धंधा
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DNA: क्या है डंकी फ्लाइट स्कैम, जिस पर बनी है शाहरुख खान की फिल्म Dunki? ऐसे चलता है पूरा धंधा

Dunky Flight Scam: डंकी स्कैम एक चीज है जो अवैध रूप से विदेश जाने के खतरनाक खेल से जुड़ी है. आप ये फिल्म अगले महीने थिएटर में देख पाएंगे लेकिन फिल्म से पहले इस फिल्म की असली कहानी को जान लीजिए.

DNA: क्या है डंकी फ्लाइट स्कैम, जिस पर बनी है शाहरुख खान की फिल्म Dunki? ऐसे चलता है पूरा धंधा

Story Of Illegal Immigration: शाहरुख खान के अभिनय वाली राजकुमार हिरानी की फिल्म डंकी की बड़ी चर्चा है. फिल्मी एक्सपर्ट्स इसे पहले ही सुपरडुपर हिट का तमगा दे चुके हैं. इस फिल्म के नाम और इसकी कहानी को लेकर भी बज है. वैसे तो सबको पता है कि डंकी का मतलब क्या होता है लेकिन इस फिल्म में यह नाम खास है. इसका कारण यह इस फिल्म की कहानी. आइए जान लेते हैं कि इस फिल्म की कहानी क्या है. जिस विषय पर ये फिल्म बनी है वह विषय अवैध रूप से विदेश जाने के खतरनाक खेल से जुड़ा है. असल में डंकी रुट एक ऐसा रास्ता, जो अवैध रूप से लोगों को भारत से विदेश या फिर अमेरिका या कनाडा जैसे देशों में ले जाता है.

अवैध रूप से अन्य देशों में जाने का तरीका
आपने अवैध रूप से दूसरे देशों में पहुंचाने के एक और तरीके,'कबूतरबाजी' के बारे में सुना होगा. ठीक उसी तरह से Donkey Route भी अवैध रूप से लोगों को अन्य देशों में ले जाने का एक तरीका है. कबूतरबाजी में व्यक्ति किसी समूह में शामिल होकर, वैध वीज़ा के साथ किसी देश में पहुंचता है, फिर वीज़ा खत्म होने के बावजूद, वापस अपने देश नहीं लौटता, वो उसी देश में कहीं गायब हो जाता है. इस तरीके में पकड़े जाने के चांस ज्यादा होते हैं. क्योंकि सरकारी एजेंसियों के पास, वीज़ा खत्म होने के बावजूद रुके हुए लोगों का डेटा पहले से होता है, वो उन्हें TRACK भी कर सकते हैं.

बड़ा Nexus चल रहा है
लेकिन Doneky Route के साथ ऐसा नहीं है. Doneky Route एक ऐसा तरीका है, जिसमें सिर्फ पहले देश तक पहुंचने के लिए वैध वीज़ा चाहिए होता है, उसके बाद बिना किसी कागज़ात के लोगों को उनकी मंजिल तक पहुंचाया जाता है. इसमें खतरा भी ज्यादा होता है. लोगों को अवैध रूप से दूसरे देशों में ले जाने के लिए देश में एक बड़ा Nexus चल रहा है. जो लाखों रुपये लेकर बिना कागजात के लोगों को अमेरिका, कनाडा या ब्रिटेन जैसे देश में ले जाने का सपना दिखाते हैं. वो इस तरह का अवैध रास्ता चुनते हैं.

कई देशों में ले जाया जाता है
जिसमें कभी flight, तो कही समुद्री मालवाहक जहाजों के Container में बैठकर, तो कभी दो देशों की सीमाएं पार करने के लिए कार की डिक्की में छिपकर यात्रा करनी पड़ती है. इस तरह के अवैध रास्तों को चुनने में जान का खतरा भी होता है. बावजूद इसके लोग इस तरह के रास्ते चुनते हैं. अब सवाल ये है कि अवैध रूप से दूसरे देशों तक ले जाने वाले लोग, इस तरीके को Donkey Route क्यों कहते हैं. तो इसका जवाब ये है कि जिस तरह से Donkey अपनी मंजिल तक जाने के लिए यहां-वहां कूदता हुआ, जाता है, ठीक वैसे ही Donkey Route से जा रहे लोगों को उनकी मंजिल तक जाने से पहले, उन्हें कई अन्य देशों में ले जाया जाता है. यानी वो मंजिल तक पहुंचने से पहले एक देश से दूसरे देश फिर तीसरे देश से होते हुए, मंजिल तक पहुंचते हैं.

ये Donkey Route कैसे काम करता है. उदाहरण के तौर पर अगर किसी व्यक्ति को Donkey Route से अमेरिका जाना है, तो इसके लिए Travel Agent क्या तरीका अपनाते हैं, ये आपको बताते हैं. Donkey Route से अमेरिका ले जाने के लिए Travel Agent 40 से 50 लाख रुपये लेते हैं. इस पैसे से व्यक्ति को भारत से वैध पासपोर्ट और वैध वीज़ा के साथ दुबई पहुंचाया जाता है. अमेरिका जाने वाले अलग-अलग देशों के व्यक्तियों को दुबई में इकट्ठा किया जाता है.

इसके बाद इस पूरे दल को दुबई से अजरबैजान ले जाया जाता है.
फिर इसके बाद उन्हें अजरबैजान से तुर्किए पहुंचाया जाता है.
तुर्किए से इन लोगों को पनामा ले जाया जाता है, जिसके बाद पनामा से ये लोग El Salvador पहुंचते हैं.
El Salvador से इस पूरे दल को Mexico पहुंचाया जाता है.
Mexico से इन लोगों को मौका देखकर अमेरिका की सीमा में पहुंचा दिया जाता है.
Doneky Route से अमेरिका जाने वाले लोगों को कम से कम 3 से 4 महीने लगते हैं.

उदाहरण के लिए
भोलाराम नाम के एक शख्स का इकलौता बेटा था अरविंद...जिसे भोलाराम ने इस उम्मीद से अमेरिका भेजा था कि बेटा डॉलर में कमाएगा तो घर के वारे-न्यारे हो जाएंगे. बेटे को डंकी रूट से अमेरिका भेजने के लिए इन्होंने 45 लाख रुपये खर्च किये, बेटे को अमेरिका पहुंचे तीन महीने भी नहीं हुए थे..खबर आई कि अब उनका बेटा अमेरिका से कभी नहीं लौटेगा..उसकी हत्या हो गई है. भोलाराम ने बताया कि बेटे को डोंकी रूट से अमेरिका भेजा था, 3 महीने लगे थे भारत से अमेरिका पहुंचने में और 45 लाख खर्च हुए थे. अरविंद का पूरा परिवार उस दिन को कोस रहा है जब उन्होंने अपने बेटे को अमेरिका भेजने का फैसला किया था. अरविंद का शव भी बेहद मुश्किल से वापस मिल पाया...क्योंकि अरविंद, डंकी रूट से अवैध तौर पर अमेरिका पहुंचा था. 

डॉलर कमाने की चाहत
करनाल के शामगढ़ गांव में रहने वाले सतवीर के भतीजे ने भी डॉलर कमाने की चाहत में अमेरिका जाने के लिए डंकी का रास्ता चुना. वो बता रहे हैं कि हरियाणा के युवाओं को डंकी रूट से अमेरिका पहुंचाने का जिम्मा. गली-गली दुकान खोलकर बैठे ट्रेवल एजेंट ही नहीं बल्कि रसूखदार लोग भी उठा रहे हैं..और बदले में लाखों की कमाई कर रहे हैं. सतवीर ने बताया कि गावों के राजनेता भी युवाओं को अवैध रूप से अमेरिका पहुंचाने का काम कर रहे हैं और बदले में लाखों की कमाई कर रहे हैं. सतवीर के मुताबिक गांव के बहुत से युवक जो अवैध Donkey Route से अमेरिका गए थे वो अभी अमेरिका की जेलों तक में फंसे हुए हैं. जिस तरह पंजाब को विदेश जाने वाले युवाओं के लिए जाना जाता है..उसी तरह अब हरियाणा की पहचान. डंकी रूट से विदेश जाने वालों के तौर पर बन रही है..हरियाणा में पिछले कुछ वर्षों से ये ट्रेंड तेजी से बढ़ा है.

जान जाने का खतरा भी
ये बात समझ से परे है कि ऐसे लोग अमेरिका, कनाडा या इंग्लैड जाना चाहते हैं, जिनके पास पहले से ही 50-60 या 70 लाख रुपये होते हैं. दरअसल DONKEY ROUTE से ले जाने वाले Travel Agent करीब करीब इतने ही पैसे लेते हैं और Donkey Route से जाने में जान जाने का खतरा भी रहता है. बावजूद इसके डॉलर में कमाने की चाहत, लोगों को जान दांव पर लगाने के लिए मजबूर कर देती है. भारत से हर साल हजारों लोग अवैध रूप से अमेरिका में घुसने की कोशिश करते हैं. अवैध प्रवासियों की समस्या, अमेरिका और इंग्लैड जैसे देशों में एक बड़ा मुद्दा है. पिछले कुछ वर्षों में भारत से अवैध तरीके से विदेश जाने वाले लोगों की संख्या में कई गुना इज़ाफा हुआ है.

अक्टूबर 2022 से सितंबर 2023 के बीच US CUSTOM & BORDER PROTECTION ने छियानवें हजार 917 भारतीयों को अवैध रूप से अमेरिका में घुसने से रोका है. इनमें 83 हजार 517 पुरुष थे, जबकि 730 बच्चे. ये बच्चे अभिभावक के बगैर आए थे. कुल 96 हजार 917 भारतीयों में से 41 हजार 770 को तो MEXICO के रास्ते अमेरिका की दक्षिणी सीमा में घुसते हुए पकड़े गए थे. करीब 30 हजार लोगों को Canada के रास्ते अमेरिका की उत्तरी सीमा में घुसते वक्त पकड़ा गया है. अमेरिका में अवैध रूप से घुसने के लिए Donkey Route के Travel Agent मुख्यतौर पर दो रास्ते अपनाते हैं. पिछले कुछ वर्षों में इन दोनों ही रास्तों से घुसने वालों में भारतीयों की संख्या तेजी से बढ़ी है.

अक्टूबर 2019 से सितंबर 2020 तक 19 हजार आठ सौ तिरासी भारतीयों को अवैध रूप से अमेरिका में घुसने से पहले पकड़ा गया था।
अक्टूबर 2020 से सितंबर 2021 के बीच ये संख्या बढ़कर 30 हजार छह सौ बासठ हो गई.
इसके बाद अक्टूबर 2021 से सितंबर 2022 के बीच ये संख्या बढ़कर 63 हजार 972 हो गई.

आपको हैरानी होगी जानकर कि अक्टूबर 2022 से सितंबर 2023 के बीच छियानवें हजार 917 भारतीयों को अवैध रूप से अमेरिका में घुसने से पहले पकड़ा गया था. देखा जाए तो अवैध रास्तों से अमेरिका में दाखिल होने वालों में भारतीयों की संख्या पिछले 4 वर्षों के अंदर करीब 4 गुना से ज्यादा बढ़ चुकी है. इस वर्ष केवल सितंबर महीने में ही 8 हजार 706 भारतीयों को अमेरिका में अवैध रूप से घुसते वक्त पकड़ा गया है। इनमें ज्यादातर लोग गुजरात, पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोग हैं.

कुछ यही हाल इंग्लैड में अवैध रूप से घुसने वालों का भी है. इंग्लैड, एक island है, इसलिए वहां घुसने के लिए ज्यादातर लोग छोटी नावों का इस्तेमाल करते हैं. या फिर वो लोग France पहुंचकर, English Channel के रास्ते इंग्लैंड में दाखिल होते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस वर्ष इंग्लैड में अवैध रूप से घुसते वक्त पकड़े गए लोगों में भारतीय दूसरे नंबर पर हैं. हालांकि इंग्लैंड और अमेरिका दोनों में ही भारतीयों के अलावा अन्य कई देशों के लोग भी अवैध रूप से दाखिल होते पकड़े जाते हैं। इनमें पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, वेनेजुएला, सीरिया, ईराक जैसे देशों के नागरिक भी होते हैं.

अवैध Immigration, इन देशों की राजनीति में एक बड़ा मुद्दा रहती है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक का भी एक मुख्य राजनीतिक मुद्दा यही है। उनका एक राजनीतिक नारा भी Stop The Boats था. इससे पहले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति Donald Trump की चुनावों में जीत की एक बड़ी वजह, उनका एक वादा था, जो उन्होंने अमेरिका के लोगों से किया था. उन्होंने अपनी चुनावी रैलियों में कहा था कि वो मैक्सिको और अमेरिका के बीच एक बड़ी दीवार खड़ी करेंगे, जिससे अवैध घुसपैठ रुक जाएगा. इस दीवार को बनाने में 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च हो चुके हैं. लेकिन इसके बावजूद रोजाना हजारों लोग अवैध तरीके से मैक्सिको के रास्ते अमेरिका में दाखिल होते हैं. (Input-DNA)

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