मुजफ्फरपुर में बढ़ती ठंड के बाद प्रशासन अलर्ट, सरकारी और निजी स्कूलों की बढ़ाई छुट्टियां
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मुजफ्फरपुर में बढ़ती ठंड के बाद प्रशासन अलर्ट, सरकारी और निजी स्कूलों की बढ़ाई छुट्टियां

बिहार में ठंड से शिक्षक की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. आए दिन शिक्षकों की ठंड में बीमार पढ़ने से मौत हो जा रही है.दरअसल, बिहार में पड़ रही कड़ाके की ठंड के बीच 7 जनवरी से जातीय जनगणना शुरू चुकी है.

मुजफ्फरपुर में बढ़ती ठंड के बाद प्रशासन अलर्ट, सरकारी और निजी स्कूलों की बढ़ाई छुट्टियां

पटना : पहाड़ से आती बर्फीली हवा ने बिहार में ठंड बढ़ा दी है. बिहार में बढ़ती ठंड को देखते हुए मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन ने सरकारी और निजी स्कूलों की छुट्टियां बढ़ा दी है. जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने जारी आदेश डीइओ ने सभी बीइओ व प्रधानाध्यापकों के लिए निर्देश जारी किया.आदेश में साफ कहा गया है कि शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी इस दौरान विद्यालय में उपस्थित रहकर शिक्षणेत्तर व अन्य गतिविधियां निष्पादित करेंगे. जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग की ओर से 12 से 14 जनवरी तक स्कूल बंद किए गए हैं.

अभी नहीं खुलेंगे स्कूल
बिहार में ठंड बढ़ाने से मौसम में काफी बदलाव हुआ है. बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए मुजफ्फरपुर जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने आदेश जारी किया है. आदेश के अनुसार 12 से 14 जनवरी तक स्कूल बंद रहेंगे. साथ ही जिला प्रशासन व विभाग की ओर से छुट्टी का पत्र प्रधानाध्यापकों को वाट्सएप पर भेज दिया गया. इधर, मौसम विभाग के अनुसार अभी लोगों को एक सप्ताह तक ऐसी भी ठंड का सामना करना पड़ेगा. मुजफ्फरपुर में ठंड का पिछले बीस वर्षों का रिकार्ड टूट गया है.

ठंड से शिक्षकों की हो रही मौत
बिहार में ठंड से शिक्षक की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. आए दिन शिक्षकों की ठंड में बीमार पढ़ने से मौत हो जा रही है.दरअसल, बिहार में पड़ रही कड़ाके की ठंड के बीच 7 जनवरी से जातीय जनगणना शुरू चुकी है. प्रदेश में लोगों की गिनती के लिए राज्य के टीचरों को लगाया गया है. तेज ठंड से शिक्षक बिमार पढ़ रहे हैं. मृतक शिक्षिका आशा कुमारी के पति अनिल सिंह ने बताया कि कपूर गांव के प्राथमिक विद्यालय रामपुर में कार्यरत थीं. वो बच्चों को पढ़ाने के लिए स्कूल गई थी. सर्दी से उनकी तबीयत खराब हो गई. तबीयत बिगड़ने के बाद उनको गोरखपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया. शनिवार की अहले सुबह उनकी मौत हो गई. आशा की मौत के बाद घर में मातम पसरा हुआ है. परिवार के सदस्यों को रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं  शेखपुरा जिले के गवय पंचायत के लोदीपुर गांव निवासी अंजनी शर्मा रविवार को बरबीघा प्रखंड के पिंजड़ी गांव में जनगणना करने गए थी. इसी बीच दोपहर में अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई. तीबयत बिगड़ने से वह अपने घर वापस लौट आई. घर पर जब तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया. अस्पताल में इलाज के बाद जब सुधार हुआ तो परिजन घर वापस लेकर आ गए. घर वापस लाने के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई है और फिर मौके पर ही मौत हो गई.

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