Jharkhand News: केंद्रीय गृह मंत्रालय की टीम ने मुसाबनी के उपरबांधा गांव और चाकुलिया पहुंचकर हाथियों के मौत मामले की जांच शुरू कर दी है. केंद्रीय टीम ने इस मामले में झारखंड वन विभाग और बिजली विभाग के पदाधिकारियों के साथ ग्रामीणों से भी पूछताछ की और उनका बयान दर्ज किया.
Trending Photos
Jharkhand News: झारखंड के घाटशिला से हाल ही में एक दर्दनाक खबर सामने आई थी. यहां स्थित मुसाबनी वन क्षेत्र में 33 केवी पावर लाइंस के चपेट में आने से पांच जंगली हाथियों की दर्दनाक मौत हो गई थी. मरने वाले हाथियों में हाथियों के दो बच्चे भी शामिल हैं. एक साथ पांच हाथियों की मौत ने देश-दुनिया के पशु प्रेमियों को हिलाकर रख दिया है. इस घटना ने देश भर में जंगली पशु संरक्षण अभियान पर एक सवालिया निशान लगा दिया है. मामला सुर्खियों में आने पर मोदी सरकार इस पूरे मामले की जांच कराएगी. केंद्रीय गृह मंत्रालय की एक टीम झारखंड पहुंच चुकी है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय की टीम ने मुसाबनी के उपरबांधा गांव और चाकुलिया पहुंचकर हाथियों के मौत मामले की जांच शुरू कर दी है. केंद्रीय टीम ने इस मामले में झारखंड वन विभाग और बिजली विभाग के पदाधिकारियों के साथ ग्रामीणों से भी पूछताछ की और उनका बयान दर्ज किया. इस टीम में गृह मंत्रालय के वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो के संयुक्त निदेशक एचवी गिरिजा और बोर्ड के सदस्य एन लक्ष्मी नारायण थे. इनके साथ सीएफ पीआर नायडू, डीएफओ ममता प्रियदर्शी, चाकुलिया के प्रभारी वन क्षेत्र पदाधिकारी दिग्विजय सिंह और बिजली विभाग के पदाधिकारी भी मजूद रहें.
ये भी पढ़ें- Crime News: पटना-मुजफ्फरपुर में मॉब लिंचिंग, कहीं आशिक की हत्या, कहीं मजदूर को उतारा मौत के घाट
केंद्रीय गृह मंत्रालय की टीम ने बारीकी से हर बिंदु की जांच करके जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपने की बात कही. बता दें कि मुसाबनी वन क्षेत्र से हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के माइंस के लिए हाईटेंशन लाइट का तार गया हुआ है, जिसकी चपेट में आने से ये हादसा हुआ. बताया जा रहा है कि 20 नवंबर रात से ही करीब 12 हाथियों के झुंड जंगल में घूम रहे थे. ग्रामीणों ने वन विभाग को इसकी सूचना भी दी थी, लेकिन वन विभाग की लापरवाही से 5 हाथियों की करंट लगने से मौत हो गई है. मरने वाले हाथियों में 2 हाथी के बच्चें और तीन व्यस्क हाथी शामिल हैं.
ये भी पढ़ें- Jharkhand: CM हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र में मलेरिया से 7 बच्चों की मौत, BJP ने झारखंड सरकार को घेरा
वन विभाग और बिजली विभाग ने इस घटना को दबाने का पूरा प्रयास किया. उन्होंने घटना की सूचना कई घंटे तक दबाए रखा, लेकिन ग्रामीणों ने इसकी पोल खोल दी. हाथियों के झुंड को भगाने के दौरान ग्रामीणों ने जब हाथियों के शव देखे तो मामले का खुलासा हुआ. इसके बाद जिला उपायुक्त ने कहा कि इस घटना की विस्तृत जांच की जाएगी. जांच के लिए एक टीम का गठन किया गया है. उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग को भी यह निर्देश दिए जाएंगे कि 440 वोल्ट के तार, 11 हजार और 33 हजार वोल्ट के तार व पोल की क्या स्थिति है, इसकी समीक्षा करके खामियों को दुरुस्त करें.
रिपोर्ट:- रणधीर कुमार सिंह