Ayurveda Plants For Home: गार्डनिंग का शौक नहीं फिर भी घर में इन 4 पौधों को जरूर लगाएं. आयुर्वेद में इन्हें औषधी की उपाधि दी गयी है. इसकी मदद से आप कई सारी बीमारियों से बच सकते हैं.
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Plants For Medicinal Use: आयुर्वेद दुनिया की सबसे पुरानी चिकित्सा पद्धति है. लंबे समय तक गुमनामी में जाने के बाद कोविड-19 के इंफेक्शन के बाद से एक बार फिर आयुर्वेदिक उपचार और उपाय तेजी से घर-घर में किए जाने लगे हैं.
ऐसे में यहां हम आपको कुछ ऐसे प्लांट्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आयुर्वेद में दवा के रूप में बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता है. अगर आप भी अपने घर में आयुर्वेदिक पौधों को उगाकर नेचुरल चिकित्सा का लाभ उठाना चाहते हैं, इन पौधों को आज ही अपने घर में लगा लें.
तुलसी
तुलसी आयुर्वेद में एक प्रमुख स्थान रखती है. यह पौधा विशेषकर अपने प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने, सर्दी-खांसी को ठीक करने और मानसिक शांति प्रदान करने के गुणों के लिए जाना जाता है.
उगाने का तरीका- तुलसी के पौधे या बीज से उगाया जा सकता है. इसे सुबह की धूप में रखें और मिट्टी को हमेशा नम रखें, लेकिन अधिक पानी देने से बचें.
अदरक
अदरक पाचन क्रिया को सुधारने, सूजन को कम करने और इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है. अदरक की जड़ों का उपयोग मसाले और चिकित्सा दोनों के लिए किया जाता है.
उगाने का तरीका- अदरक के टुकड़ों को मिट्टी में 2 से 3 इंच गहरा बोएं. सुनिश्चित करें कि मिट्टी अच्छी तरह से सूखी और अच्छी जल निकासी वाली हो. अदरक के पौधे को छांव में रखें और नियमित रूप से पानी दें.
नीम
नीम, जिसे 'स्वदेशी पैनास' के नाम से भी जाना जाता है, आयुर्वेद में त्वचा की समस्याओं के समाधान लिए प्रसिद्ध है. यह पौधा शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने, त्वचा रोगों को ठीक करने और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में सहायक होता है.
उगाने का तरीका- नीम के बीज को मिट्टी में 1 इंच गहरा बोएं और इसे धूप वाली जगह पर रखें. नीम को नियमित रूप से पानी देना जरूरी है, लेकिन अत्यधिक पानी से बचें. नीम का पौधा समय के साथ बड़ा और मजबूत हो जाता है.
पुदीना
पुदीना पेट की समस्याओं और त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद है. यह ताजगी देने वाला पौधा घर में आसानी से उगाया जा सकता है और इसका उपयोग चाय, ठंडे पेय, और सलाद में किया जा सकता है.
उगाने का तरीका- पुदीने के पौधे को टहनी से भी उगाया जा सकता है. इसे मिट्टी में डालें और नियमित रूप से पानी दें. पुदीना को धूप और छांव दोनों जगह की जरूरत होती है, इसलिए इसे कम धूप वाली जगह पर रखें.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.