Sandeshkhali Violence: ममता के खिलाफ BJP ने बंगाल में चल दिया मास्टरस्ट्रोक, संदेशखाली पीड़िता को चुनावी मैदान में उतार दिया
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Sandeshkhali Violence: ममता के खिलाफ BJP ने बंगाल में चल दिया मास्टरस्ट्रोक, संदेशखाली पीड़िता को चुनावी मैदान में उतार दिया

Lok Sabha Election 2024: बीजेपी ने रेखा पात्रा को टिकट देकर न सिर्फ इलाके की आधी आबादी बल्कि ममता सरकार के खिलाफ भी मास्टरस्ट्रोक खेल दिया है. संदेशखाली घटना के बाद ममता बनर्जी ने बशीरहाट से सांसद और बंगाली अभिनेत्री नुसरत जहां को टिकट नहीं दिया है.

Sandeshkhali Violence: ममता के खिलाफ BJP ने बंगाल में चल दिया मास्टरस्ट्रोक, संदेशखाली पीड़िता को चुनावी मैदान में उतार दिया

लोकसभा चुनावों के लिए बीजेपी ने 111 उम्मीदवारों की पांचवीं लिस्ट रविवार को जारी कर दी. लेकिन लिस्ट में सबसे चौंकाने वाला जो नाम सामने आया वह है रेखा पात्रा का, जिन्हें बीजेपी ने बंगाल की बशीरहाट सीट से चुनावी मैदान में उतारा है. रेखा पात्रा संदेशखाली की उन पीड़ित महिलाओं में शामिल हैं, जिन्होंने टीएमसी के स्थानीय नेता शाहजहां शेख के जुल्म झेले हैं. पूरे देश में संदेशखाली उस वक्त सुर्खियों में आ गया था, जब वहां की महिलाओं ने टीएमसी के स्थानीय नेता शाहजहां शेख पर यौन उत्पीड़न और जमीन कब्जाने जैसे आरोप लगाए. इसके बाद बीजेपी, कांग्रेस और लेफ्ट जैसे सियासी दलों ने ममता बनर्जी सरकार पर जमकर आरोप लगाए. संदेशखाली की महिलाओं ने जब अपनी आपबीती सुनाई तो जैसे हर किसी का कलेजा मुंह को आ गया. उन पर ये जुल्म बरसों से चल रहा था. 

कहां से शुरू हुई कहानी

दरअसल 5 जनवरी 2024 को राशन भ्रष्टाचार मामले में ईडी की टीम संदेशखाली पहुंची ताकि शाहजहां शेख से पूछताछ की जा सके. लेकिन वह फरार हो गया और उसके गुर्गों ने ईडी के अफसरों पर हमला बोल दिया. इसके बाद तो जैसे वहां के लोगों में एक जोश आ गया और ममता सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. वह शाहजहां शेख की गिरफ्तारी की मांग पर उतारू हो गए, जिसमें महिलाएं भी बढ़-चढ़कर आगे आईं.

जो गुस्सा इतने वक्त से महिलाओं के अंदर दबा हुआ था, वह खुलकर बाहर आया और उन्होंने शाहजहां शेख के करीबी और टीएमसी नेता शिबू हाजरा के पोल्ट्री फार्म और खेतों को आग के हवाले कर दिया. महिलाओं ने आरोप लगाया कि उनकी जमीनों को छीनकर ही यह पोल्ट्री फार्म बनाया गया है और यही शाहजहां शेख के अवैध कामों का अड्डा है. ईडी अफसरों और सुरक्षा बलों पर हमले को 33 दिन ही बीते थे कि उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में बवाल फिर चरम पर आ गया. अब गांववालों का गुस्सा था तृणमूल समर्थकों के खिलाफ. इस दौरान टीएमसी समर्थकों और गांववालों के बीच मारपीट भी हुई थी.

इसके बाद महिलाएं सड़कों पर उतर आईं और शाहजहां शेख की गिरफ्तारी की मांग करने लगीं.  9 फरवरी को संदेशखाली में धारा 144 लागू कर दी गई. इंटरनेट भी बंद कर दिया गया.  महिलाओं के विरोध प्रदर्शन के बाद आरोपी उत्तम सरदार को उत्तर 24 परगना जिला परिषद के सदस्य और टीएमसी के अंचल चीफ के पद से 6 साल के लिए सस्पेंड कर दिया गया. बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. 29 फरवरी को शाहजहां शेख को कोलकाता हाई कोर्ट के आदेश पर सरबेरिया इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया.

बीजेपी ने दिया मजबूत संदेश

बीजेपी ने रेखा पात्रा को टिकट देकर न सिर्फ इलाके की आधी आबादी बल्कि ममता सरकार के खिलाफ भी मास्टरस्ट्रोक खेल दिया है. संदेशखाली घटना के बाद ममता बनर्जी ने बशीरहाट से सांसद और बंगाली अभिनेत्री नुसरत जहां को टिकट नहीं दिया है. ममता की पार्टी ने हाजी नुरुल इस्लाम को मैदान में उतारा है. कहीं ना कहीं ममता सरकार को भी यह डर है कि संदेशखाली की घटना उनके लिए चुनावी हार का सबब ना बन जाए.  लेकिन बीजेपी के इस चुनावी मास्टरस्ट्रोक से पार पाना ममता सरकार के लिए आसान नहीं होगा.

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