Acting Schools In Mumbai: स्कूलों की जरूरत और महत्व अपनी जगह है. लेकिन कई बार दुनिया में नाम कमाने वालों का स्कूली रिकॉर्ड खराब रहा है. वे या तो पीछे की बैंचों पर बैठने वाले रहे या स्कूल से निकाले गए. आज अपनी एक्टिंग से लाखों दिल जीतने वाली इस बॉलीवुड एक्ट्रेस को एक्टिंग स्कूल से निकाल दिया गया था.
Trending Photos
Bhumi Pednekar: भूमि पेडनेकर आज भले ही बॉलीवुड की सफल एक्ट्रेसों में शामिल हैं और तमाम फिल्मों में उन्होंने एक्टिंग का लोहा भी मनवाया, लेकिन जिस फिल्म स्कूल में वह एक्टिंग (Acting School) की पढ़ाई कर रही थी थीं, वहां से उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. वजह थी, क्लास में अटेंडेंस शॉर्ट होना. यह स्कूल और कोई नहीं बल्कि विख्यात निर्माता-निर्देशक सुभाष घई (Subhash Ghai) का व्हिसलिंग वुड्स था. भूमि पेडनेकर के लिए स्कूल से निकाल दिया जाना बहुत तगड़ा झटका था क्योंकि इस महंगे स्कूल में एक्टिंग की पढ़ाई कराने के लिए उनकी मां ने एजुकेशन लोन (Education Loan) लिया था.
गलती का एहसास
34 बरस की हो चुकीं भूमि इस बात को कभी भूली नहीं. उन्हें याद है कि 18 साल की उम्र में फिल्म स्कूल से निकाले जाने के बाद जीवन कैसे बदल गया था. वह मीडिया से बातचीत में इस घटना के बारे में बात कर चुकी हैं. उन्होंने कहा कि स्कूल से निकाले जाने के बाद उन्होंने ज्यादा मेहनत की. एक इंटरव्यू (Bhumi Pednekar Interview) में उन्होंने बताया कि कैसे उनकी मां ने उनके पिता को बताए बगैर एक्टिंग की पढ़ाई कराने के लिए एजुकेशन लोन लिया था. बाद में उनके पिता को यह बात पता चली. मगर जब एक्टिंग स्कूल से निकाल दिया गया तो भूमि को एहसास हुआ कि उन्होंने अपने माता-पिता को धोखा दिया.
बदल गई जिंदगी
भूमि ने कहा कि आम तौर पर मुंबई (Mumbai) में दसवीं के बाद ग्यारहवीं-बारहवीं जूनियर कॉलेज (Junior Collage) होते हैं. यहां बच्चे पढ़ते कम और मौज-मस्ती ज्यादा करते हैं. वह भी इन्हीं बच्चों जैसी थीं. परंतु उन्हें बड़ा सबक मिला. व्हिसलिंग वुड्स से निकाले जाने के बाद भूमि को पता चला कि यशराज फिल्म्स (वाईआरएफ) में एक सहायक कास्टिंग डायरेक्टर की तलाश हो रही हैं. भूमि ने वहां काम शुरू किया. भूमि कहती हैं कि मुझे पता नहीं था कि मैं क्या कर रही हूं. मैं 18 साल की था. लेकिन यहीं काम करते हुए भूमि को पहली फिल्म मिली. दम लगा के हइशा (2015). यह रोल पाने के लिए भूमि को अपना वजन 12 किलो बढ़ाना पड़ा. परंतु उनकी जिंदगी बदल गई. उन्हें फिल्मफेयर (Film Fare Awards) का बेस्ट फीमेल डेब्यू अवार्ड मिला. इसके बाद वह इंडस्ट्री में जम गईं और उनके खाते में टॉयलेटः एक प्रेम कथा, शुभ मंगल सावधान और बाला जैसी सफल फिल्में हैं. डॉली किट्टी और वो चमकते सितारे तथा बधाई दो के लिए भी वह फिल्म फेयर का बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस (क्रिटिक्स) के अवार्ड्स जीत चुकी हैं.