Adipurush Controversy: आदिपुरुष से लोग नाराज; अदालत पहुंचा मामला, फिल्म को बैन करने की मांग
Advertisement
trendingNow11741167

Adipurush Controversy: आदिपुरुष से लोग नाराज; अदालत पहुंचा मामला, फिल्म को बैन करने की मांग

PIL Against Adipurush: आदिपुरुष का टीजर (Adipurush Teaser) देखकर ही लोग नाराज हो गए थे. भगवान राम, हनुमान और लंकेश रावण के लुक पर काफी विवाद हुआ था. तब निर्माताओं ने फिल्म की रिलीज आगे बढ़ा दी और कहा कि सुधार कर रहे हैं. लेकिन फिल्म रिलीज होने पर दिखा कि कुछ नहीं बदला है. मामला कोर्ट में पहुंच गया है.

 

Adipurush Controversy: आदिपुरुष से लोग नाराज; अदालत पहुंचा मामला, फिल्म को बैन करने की मांग

Adipurush Response: आदिपुरुष की रिलीज के बाद कई दर्शक इतने नाराज हैं कि शुक्रवार को ही मामला कोर्ट में पहुंच गया. फिल्म को बैन (Ban Adipurush) करने की मांग कर दी गई है. शुक्रवार 16 जून को हिंदू सेना ने दिल्ली उच्च न्यायालय (Delhi High Court) का रुख किया और आदिपुरुष में राम, सीता, रावण और हनुमान जैसे पात्रों से जुड़े कथित आपत्तिजनक दृश्यों को हटाने या सुधारने के लिए निर्देश देने की मांग करते हुए जनहित याचिका दायर की. जनहित याचिका (पीआईएल) का दावा किया गया है कि फिल्म के पात्र महाकाव्य रामायण (Ramayan) में वर्णित किरदारों से पूरी तरह से अलग हैं. हिंदू सेना (Hindu Sena) के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने इस जनहित याचिका फिल्म सेंसर बोर्ड (CBFC / Censor Board) द्वारा प्रमाणपत्र देने के फैसले को भी चुनौती दी है.

पहुंची भावनाओं को ठेस
इस जनहित याचिका में निर्देशक, निर्माता और फिल्म से जुड़े अन्य  लोगों को भी पार्टी बनाते हुए उनके जवाब मांगने की अपील की गई है. गुप्ता ने कहा कि वह कल (17 जून) याचिका में संशोधन करेंगे और फिल्म को सीबीएफसी द्वारा जारी प्रमाणपत्र को रद्द करते हुए आदिपुरुष पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग करेंगे. याचिकाकर्ता ने कहा है कि कि फिल्म धार्मिक चरित्रों को ‘गलत और अनुचित तरीके’ से दिखाते हुए हिंदू समुदाय की ‘भावनाओं को ठेस पहुंचाती है.’ उन्होंने कहा कि फिल्म में जिस तरह से राम-सीता-हनुमान और रावण को दिखाया गया है, वह महर्षि वाल्मीकि और संत तुलसीदास जैसे महाकवियों द्वारा रचे गए महाकाव्यों में दर्ज विवरणों से विपरीत है.

संस्कृति के विपरीत
याचिका में तर्क दिया गया है कि फिल्म में रावण और हनुमान जैसे पात्रों का चित्रण भारतीय सभ्यता-संस्कृति से पूरी तरह से विपरीत है. खास तौर पर फिल्म में रावण के चरित्र (सैफ अली खान ने यह रोल निभाया है) का दाढ़ी वाला रूप हिंदू समुदाय की भावनाओं को आहत करने वाला है. रावण हिंदू ब्राह्मण था और उसे गलत तरीके से भयानक रूप में दिखाया गया है. यह हिंदू सभ्यता, धर्म, हिंदू किरदारों और मूर्तियों का घोर अपमान है. याचिका में यह भी दावा किया गया है कि देश में लोग आदिपुरुष में इस तरह से रामायण के किरदारों को दिखाए जाने पर नाराज हैं. याचिकाकर्ता ने कहा कि हमारे महाकाव्यों में रामायण में आने वाले सभी पात्रों के लुक, केश शैली, दाढ़ी, मूंछें और पहनावे इत्यादि को बहुत विस्तार से दर्ज किया गया है. ऐसे में फिल्म निर्माता और निर्देशक द्वारा अभिनेताओं को अपने मन से नया रंग-रूप देना भक्तों, उपासकों और हिंदू धर्म को मानने वालों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला काम है. फिल्म में राम, सीता और रावण की प्रमुख भूमिकाओं को प्रभास (Prabhas), कृति सैनन (Kriti Sanon) और सैफ अली खान (Saif Ali Khan) निभाया है.

 

Trending news