दिल्ली की रैली में एक साथ नहीं दिख रहे राहुल-केजरीवाल? ये है इनसाइड स्टोरी
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दिल्ली की रैली में एक साथ नहीं दिख रहे राहुल-केजरीवाल? ये है इनसाइड स्टोरी

India Alliance: क्या इंडिया गठबंधन में सब कुछ सही चल रहा है. ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं कि दिल्ली की रैली में राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल एक साथ नहीं दिख रहे हैं. अब इसकी कहानी क्या है, इस बारे में समझ लेना जरूरी है.

दिल्ली की रैली में एक साथ नहीं दिख रहे राहुल-केजरीवाल? ये है इनसाइड स्टोरी

Loksabha Chunav 2024: इंडिया गठबंधन में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी शामिल है. अरविंद केजरीवाल कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों के लिए रोड शो करते रहे हैं.. लेकिन दिल्ली में राहुल गांधी की रैली में अरविंद केजरीवाल को न्योता भी नहीं मिला.. गठबंधन के साथी होते हुए भी न्योता नहीं मिलने की क्या है इनसाइड स्टोरी ?

असल में ये इंडिया गठबंधन के साथी हैं...जो मोदी और बीजेपी के खिलाफ एक दूसरे के साथ मिलकर सियासी मोर्चे पर एक साथ खड़े रहे.. दिल्ली में कांग्रेस पार्टी और आम आदमी पार्टी का गठबंधन है...और दिल्ली में रैलियों का सुपर शनिवार रहा.

दिल्ली के चांदनी चौक सीट पर आज राहुल गांधी की रैली की रौनक रही..लेकिन 24 में गठबंधन के उनके साथी अरविंद केजरीवाल राहुल के मंच से दूर हैं.
केजरीवाल को कांग्रेस से न्योता क्यों नहीं मिला?
कांग्रेस पार्टी ने केजरीवाल से क्यों बनाई दूरी ?

हाल ही में अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में सिर्फ अपने उम्मीदवारों के लिए ही नहीं...बल्की  कांग्रेस पार्टी के दो उम्मीदवार उदित राज और जेपी अग्रावाल के लिए दिल्ली की जनता से वोट मांगे थे. लेकिन राहल की रैली में अरविंद केजरीवाल को न्योता नहीं भेजा गया तो सियासी सवाल उठने शुरू हो गए.. 

ये पहले से तय कार्यक्रम है. चुनाव का समय है, उनकी व्यवस्था कुछ और कार्यक्रम में है. लेकिन निश्चित तौर पर उनकी पार्टी के नेता शामिल होंगे. उनको न्योता दिया गया है.))

केजरीवाल से कांग्रेस की दूरी की बड़ी वजह क्या है?
केजरीवाल से दूरी बनाने की वजह है राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल पिटाई कांड. जी हां सियासी गलियारों में चर्चा इसी बात कि है...कहा जा रहा है कि सियासी नफा-नुकसान को देखते हुए...कांग्रेस पार्टी ने केजरीवाल से दूरी बनाने का फैसला किया है.. 

इस मामले (स्वाति मालीवाल) में अभी आरोप लगे हैं. इन्वेस्टिगेशन होगी. इसके बाद सजा होगी. कांग्रेस का महिलाओं कों लेकर स्टैंड साफ है. उनके साथ हुई घटना इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और जांच में जो भी दोषी पाए जाते हैं, उनके साथ सबसे सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.

खुलकर कुछ भी कहने से बच रही पार्टी 

कांग्रेस पार्टी खुलकर कुछ भी कहने से बच रही है...लेकिन हकीकत यही है कि राहुल गांधी जिस भी प्रदेश में जाते हैं वहां अपने गठबंधन के साथियों संग मंच साझा करते दिखते हैं. झारखंड में भी ऐसा ही दिखा और यूपी में भी.. उम्मीद दिल्ली को लेकर भी थी...लेकिन 7 में से 3 सीटों पर संतुष्ट रहने वाली ग्रैंड ओल्ड पार्टी ने आम आदमी पीर्टी से परहेज कर लिया..

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