Lok Sabha Chunav 2024: आंध्र में जगन के खिलाफ BJP, TDP और जनसेना ने मिलाया हाथ, इतनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा भगवा दल
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Lok Sabha Chunav 2024: आंध्र में जगन के खिलाफ BJP, TDP और जनसेना ने मिलाया हाथ, इतनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा भगवा दल

Andhra Pradesh Assembly Elections 2024: आंध्र प्रदेश में CM जगन मोहन के खिलाफ बीजेपी ने टीडीपी और जनसेना पार्टी के साथ हाथ मिला लिया है. तीनों दल मिलकर लोकसभा और असेंबली चुनाव एक साथ लड़ेंगे.

 

Lok Sabha Chunav 2024: आंध्र में जगन के खिलाफ BJP, TDP और जनसेना ने मिलाया हाथ, इतनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा भगवा दल

Andhra Pradesh Lok Sabha Elections 2024 News: आंध्र प्रदेश में जगनमोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) की सत्ता उखाड़ फेंकने के लिए बीजेपी, टीडीपी और जनसेना का गठबंधन हो गया है. गठबंधन के मुताबिक बीजेपी राज्य की 25 लोकसभा सीटों में 6 से 8 लोक सभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इसके साथ ही उसे असेंबली की 175 सीटों में 10-12 सीटें भी मिलेंगी. एक्टर पवन कल्याण की पार्टी जन सेना 3 लोक सभा और 24 विधानसभा सीटों पर लड़ सकती है. बाकी बची सीटों पर चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी चुनाव लड़ेगी. राज्य में लोकसभा और असेंबली सीटों के चुनाव एक साथ अप्रैल- मई में होने हैं. 

बीजेपी के संभावित उम्मीदवार

सूत्रों के मुताबिक आंध्र प्रदेश में बीजेपी के संभावित उम्मीदवारों में प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष डी पुरंदेश्वरी विशाखापट्टनम या राजमुंदरी से चुनाव लड़ सकती हैं. अराकू (सुरक्षित ) के गीता अलेरू, सी आर रमेश या तपन चौधरी के नाम चर्चा में हैं. नरसापुरम सीट से रघु रामा कृष्णा राजू की दावेदारी बताई जा रही है. विजयवाड़ा सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री वाई एस चौधरी या पी पी वेरप्रसाद में से किसी एक को टिकट मिल सकता है. राजमपेट से पूर्व सीएम किरण कुमार रेड्डी और हिंदुपुर से परिपूर्णानंद स्वामी के नाम आगे चल रहे हैं. 

आंध्र में चली थी जगन मोहन की आंधी

बताते चलें कि आंध्र प्रदेश में लोकसभा की 25 सीटें हैं. वर्ष 2019 में हुए आम चुनाव वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने 22 सीटों पर कब्जा जमाया था, जबकि शेष बची तीन सीटें टीडीपी के खाते में गई थी. बीजेपी, कांग्रेस, जनसेना पार्टी के हाथ खाली रहे थे. उन चुनावों में जगन मोहन रेड्डी की पार्टी ने 49 प्रतिशत और टीडीपी ने 40 प्रतिशत वोट हासिल किए थे. जबकि कांग्रेस को डेढ़ प्रतिशत और बीजेपी को महज एक प्रतिशत वोट मिले थे. एक्टर पवन कल्याण की पार्टी जनसेना पार्टी 5.87 प्रतिशत वोट लेकर दोनों राष्ट्रीय पार्टियों से कहीं आगे रही थी. 

कांग्रेस- बीजेपी के हाथ रहे थे थाली

आंध्र प्रदेश में वर्ष 2019 में लोकसभा के साथ ही असेंबली चुनाव भी हुए थे. 15वीं असेंबली के लिए हुए चुनाव में जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) की जमकर आंधी चली थी. पार्टी ने असेंबली की 175 में से 151 सीटें जीतकर इतिहास रच दिया था. जबकि सत्तारूढ रही तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) महज 23 सीटें ही जीत पाई थी. वहीं पवन कल्याण की न सेना पार्टी ने एक सीट जीतकर असेंबली में डेब्यू किया था. कांग्रेस और बीजेपी लोकसभा के साथ ही असेंबली चुनाव में भी कोई सीट जीतने में असफल रही थीं. 

पिता के देहांत के बाद आए राजनीति में

जगन मोहन रेड्डी YSRCP के संस्थापक अध्यक्ष हैं. वे आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम रहे वाईएस राजशेखर रेड्डी के बेटे हैं. फिलहाल उनकी मां वाईएस विजयम्मा वाईएसआर कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रही हैं, जबकि जगन मोहन रेड्डी राज्य के मुख्यमंत्री बने हुए हैं. जगन मोहन रेड्डी के राजनीतिक करियर की बात की जाए तो उन्होंने अपनी पॉलिटिक्स की शुरुआत भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से शुरू की थी. 

वे 2009 में कडप्पा से लोकसभा सदस्य बने. उसी साल हेलीकॉप्टर दुर्घटना में उनके पिता और राज्य के सीएम का देहांत हो गया. जिसके बाद कांग्रेस ने उनके दावे को नकारते हुए सी किरण रेड्डी को राज्य को सीएम बना दिया. इससे नाराज होकर उन्होंने ओडारपु यात्रा (एक सांत्वना यात्रा) शुरू की. जब वे यात्रा के बावजूद कांग्रेस आलाकमान पर कोई दबाव नहीं बना सके तो उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी और अपने पिता के नाम से YSRCP पार्टी शुरू कर दी. 

खुद की पार्टी बनाकर बन गए सीएम

इस पार्टी ने वर्ष 2014 में आंध्र प्रदेश असेंबली का चुनाव लड़ा और 67 सीटें जीतीं. इस जीत के बाद जगन मोहन रेड्डी विपक्ष के नेता बन गए. इसके 5 साल बाद वे प्रचंड जीत के साथ राज्य के सीएम बनने में कामयाब रहे. 

12- 13 मार्च को जम्मू कश्मीर जाएगा चुनाव आयोग

चुनाव आयोग की टीम 12- 13 मार्च को जम्मू कश्मीर का दौरा करेगी. इस टीम में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, चुनाव आयुक्त और दूसरे अधिकारी शामिल होंगे. इस दौरे के बाद चुनाव आयोग तय करेगा कि जम्मू कश्मीर लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव भी कराएं जाएं या नहीं. माना जा रहा है कि जम्मू कश्मीर से लौटने के बाद आयोग 15 या 16 मार्च को लोकसभा चुनाव की तारीख़ों का ऐलान कर सकता है. संभावना जताई जा रही है कि चुनाव आयोग लोकसभा के साथ ही जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव की घोषणा भी कर सकता है. 

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