Stock Market Tips: ओला इलेक्ट्रिक का शेयर मार्केट में लिस्टिंग के बाद से 44 प्रतिशत चढ़ गया है. स्टॉक में तेजी आने से कंपनी का मार्केट कैप बढ़कर 48,258 करोड़ रुपये हो गया है. आइए जानते हैं इसको लेकर क्या है एक्सपर्ट की राय-
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Ola Electric Share Price: अगर आपने भी ओला इलेक्ट्रिक के आईपीओ में निवेश किया है तो यह खबर आपके काम की है. जी हां, ओला इलेक्ट्रिक के शेयर में लगातार दूसरे दिन 20 प्रतिशत की तेजी देखी गई. पिछले कारोबारी सत्र में भी शेयर की काफी मांग रही थी, इस कारण आज भी शेयर की कीमत ऊपर चढ़ गई. देश की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक स्कूटर निर्माता कंपनी के शेयर की लिस्टिंग शुक्रवार को इश्यू प्राइस (76 रुपये प्रति शेयर) के मुकाबले 20% ज्यादा यानी 91.20 रुपये प्रति शेयर पर हुई थी. अब सोमवार के शेयर में लगातार दूसरे दिन तेजी देखने को मिली. अब तक यह शेयर इश्यू प्राइस से करीब 44 प्रतिशत चढ़ गया है.
109 रुपये पर पहुंचा ओला का शेयर
सोमवार के कारोबारी सत्र के शुरुआत में ओला इलेक्ट्रिक का शेयर 97.21 रुपये पर खुला. कुछ ही देर बार यह 20 प्रतिशत की तेजी के साथ 109.41 रुपये पर पहुंच गया. इसके साथ ही शेयर में लगातार दूसरे दिन अपर सर्किट लग गया. 6,145 करोड़ रुपये के आईपीओ (IPO) को निवेशकों की तरफ से अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. इश्यू को आखिरी दिन यानी 6 अगस्त को 4.27 गुना ज्यादा सब्सक्राइब किया गया था. यह IPO 2 अगस्त को 72 से 76 रुपये के प्राइस बैंड के साथ खुला था.
तीन साल रुकने पर अच्छे रिटर्न की संभावना
जानकारों का कहना है कि ओला इलेक्ट्रिक के शेयर को बाजार के अनुमान से कम मांग मिलने के बावजूद इसमें शुरुआती दो दिनों में तेजी देखी जा रही है. कंपनी का लॉन्ग टर्म के लिहाज से भविष्य अच्छा है और मार्केट अब 15 अगस्त को भारत में लॉन्च होने वाली ओला इलेक्ट्रिक बाइक पर फोकस कर रहा है. इन चीजों को ध्यान में रखते हुए रिस्क लेने वाले निवेशक कम से कम 2-3 साल के लिए शेयर को होल्ड कर सकते हैं. इसके अलावा जानकारों का यह भी कहना है कि अगर शेयर मौजूदा स्तर से नीचे आता है तो इसे खरीदा जा सकता है और यह लॉन्ग टर्म के लिए अच्छा साबित हो सकता है.
कंपनी पैसे का क्या करेगी?
कंपनी ने पहले से मौजूद 8,49,41,997 शेयर बेचने का फैसला किया. दूसरा हिस्से के रूप में कंपनी ने नए शेयर जारी करके 5,500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई. आईपीओ से इकट्ठा होने वाले 6,145 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कंपनी बैटरी बनाने वाली फैक्ट्री को बढ़ाने के लिए करेगी. इसके अलावा नए प्रोडक्ट पर काम करने और रिसर्च करने के लिए भी पैसा का इस्तेमाल किया जाएगा. इस पैसे से कंपनी पुराने कर्ज को भी चुकाएगी. जी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी (Anil Singhvi) ने पहले ही आईपीओ की लिस्टिंग का इंतजार करने की सलाह दी थी.
(डिस्क्लेमर: जी न्यूज किसी भी प्रकार के निवेश की सलाह नहीं देता. किसी भी प्रकार का इनवेस्टमेंट करने से पहले अपने एडवाइजर से संपर्क करें.)