Mahindra BE 6e : महिंद्रा की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि, इसलिए हमें कोई टकराव नजर नहीं आता, क्योंकि महिंद्रा का साइन "BE 6e" है, न कि स्टैंडअलोन "6E".
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Mahindra BE 6e : Mahindra BE 6e इलेक्ट्रिक कार का नाम अब महिंद्रा BE 6 कर दिया गया है. दरअसल पिछले हफ़्ते भारतीय कार निर्माता कंपनी ने यह घोषणा की थी, जब इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड (इंडिगो) ने 'be' नाम के टैग के ब्रांड अधिकारों पर आपत्ति जताई थी. हालांकि, महिंद्रा ने कहा है कि वह इस मामले को अदालत में चुनौती देगी और एक बार फिर इस बात पर जोर दिया है कि उसके लेटेस्ट इलेक्ट्रिक व्हीकल का नाम पहले 'BE 6e' रखा गया था, न कि '6E', जो कि इंडिगो एयरलाइंस के लिए IATA डेजिग्नेशन है. अब महिंद्रा की इस कार को BE 6 कहा जाएगा.
IATA कोड का यूज कमर्शियल एयरलाइन ओब्जेक्टिव्स के लिए किया जाता है और एयरलाइन के अनुरोध पर जारी किया जाता है. नवंबर के आखिरी हफ्ते में महिंद्रा BE 6e के लॉन्च के कुछ दिनों बाद, हालांकि, इंडिगो ने ट्रेडमार्क उल्लंघन का आरोप लगाते हुए महिंद्रा इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल लिमिटेड के खिलाफ मुकदमा दायर किया है. महिंद्रा ने एक बयान जारी कर बताया कि वह इंडिगो के साथ बातचीत कर रही है. महिंद्रा ने अपने इलेक्ट्रिक ओरिजिन एसयूवी पोर्टफोलियो के एक हिस्से "BE 6e" के लिए क्लास 12 (वाहन) के तहत ट्रेडमार्क पंजीकरण के लिए आवेदन किया है.
कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि, इसलिए हमें कोई टकराव नजर नहीं आता, क्योंकि महिंद्रा का साइन "BE 6e" है, न कि स्टैंडअलोन "6E". हालांकि, फिलहाल कार निर्माता ने नाम से 'ई' हटाने का फैसला किया है. यह कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी कई ऐसे मौके आए हैं जब किसी कार मॉडल के नाम ने लोगों की भौंहें चढ़ा दी थीं.
क्या आप जानते हैं कि टाटा टियागो को मूल रूप से टाटा जीका कहा जाना तय था? हालांकि कार के पहले लॉन्च के समय - 2016 की शुरुआत में, जीका वायरस ने दुनिया भर में तबाही मचा दी थी और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आपातकाल घोषित कर दिया था. जाहिर है, टाटा मोटर्स नहीं चाहती थी कि उसकी कार लोगों को एक घातक वायरस की याद दिलाए, भले ही उसकी स्पेलिंग अलग हो. इस तरह, 'जीका' नाम हटा दिया गया और टियागो नाम रखा गया.