Surya ki Mahadasha: करियर में बुलंदियों पर पहुंचा देते हैं सूर्य की महादशा के 6 साल, मिलती है बेशुमार शोहरत
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Surya ki Mahadasha: करियर में बुलंदियों पर पहुंचा देते हैं सूर्य की महादशा के 6 साल, मिलती है बेशुमार शोहरत

Surya ki Mahadasha ke Upay: ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को ग्रहों का राजा कहा गया है. सूर्य सफलता, सेहत, आत्‍मविश्‍वास, नेतृत्‍व क्षमता देने वाले ग्रह हैं. कुंडली में सूर्य शुभ हो तो सूर्य की महादशा जातक को करियर में बुलंदियों पर पहुंचा देती है.

फाइल फोटो

Surya ki Mahadasha ka fal: ज्‍योतिष शास्‍त्र में ग्रह गोचर, ग्रहों की युति की तरह ग्रहों की महादशा को भी बहुत महत्‍वपूर्ण माना गया है. ग्रहों के राजा सूर्य की महादशा 6 साल की होती है. सूर्य सफलता, आत्‍मविश्‍वास, यश, सेहत और सम्‍मान देने वाले ग्रह हैं. यदि कुंडली में सूर्य शुभ हो तो महादशा के 6 साल शानदार गुजरते हैं. इस दौरान व्‍यक्ति अपने करियर में बुलंदियों को छूता है. साथ ही खूब नाम-शोहरत पाता है. 

सूर्य की महादशा का प्रभाव 

कुंडली में सूर्य की स्थिति अच्‍छी हो तो जातक को महादशा के दौरान खूब नाम, पैसा और शोहरत मिलती है. जातक जिस भी क्षेत्र में हो उसे बड़ा पद, पैसा, प्रतिष्‍ठा, अपार शोहरत सब कुछ मिलता है. वह बड़ा लीडर बनता है. यदि व्‍यापार में हों तो उसका कारोबार दूर-दूर तक फैलता है. ऐसे जातक यदि सरकारी नौकरी, राजनीति या प्रशासन में हों तो उनके लिए सूर्य की महादशा ऊंचा ओहदा दिलाती है. सूर्य की महादशा प्रशासनिक पद की तैयारी कर रहे जातकों को जल्द सफलता दिलाती है. 

वहीं कुंडली में सूर्य का अशुभ स्थिति में होना सूर्य की महादशा के दौरान कई तरह के नुकसान कराता है. जैसे- व्‍यक्ति गुस्‍सैल हो जाता है, उसके पिता से रिश्‍ते बिगड़ जाते हैं. उसे हाई ब्‍लड प्रेशर और आंख से जुड़ी समस्‍या हो सकती है. ऐसे में व्‍यक्ति को सूर्य की महादशा के उपाय कर लेने चाहिए. 

सूर्य की महादशा के उपाय

- सूर्य की कृपा पाने का सबसे अच्‍छा तरीका है, रोजाना सूर्य देव को तांबे के लोटे में जल लेकर अर्घ्य देना. यदि जल में रोली और अक्षत मिला लें तो ज्‍यादा लाभ होगा. 

- सूर्य की महादशा के दौरान अशुभ फल से बचने के लिए 'ॐ रं रवये नमः' और 'ॐ घृणी सूर्याय नम:' मंत्र का जाप करें. 

- हर रविवार को गेहूं, गुड़ या तांबे का दान करना भी कुंडली में सूर्य को मजबूत करता है और सूर्य की महादशा के दौरान दुष्‍प्रभावों से बचाता है. 

- रोजाना आदित्यह्रदय स्त्रोत का पाठ करें. इससे आत्‍मविश्‍वास बढ़ेगा और कामों में सफलता मिलेगी. 

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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