Raksha Bandhan: रक्षाबंधन पर टीका करने आई बहन को न भेजें खाली हाथ, उठानी पड़ सकती है ये परेशानी
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Raksha Bandhan: रक्षाबंधन पर टीका करने आई बहन को न भेजें खाली हाथ, उठानी पड़ सकती है ये परेशानी

Raksha Bandhan 2022: राखी खरीदते समय बहनें ध्यान रखें कि उसमें काले रंग का प्रयोग कतई न हो.  वहीं भाई इस बात का जरूर ध्यान रखें कि वो अपनी बहन को दक्षिणा देना न भूल जाएं. वरना बड़ी गड़बड़ हो सकती है.

सांकेतिक तस्वीर

Raksha Bandhan 2022 puja vidhi: रक्षा बंधन (Raksha Bandhan) पर्व के लिए अब कुछ समय ही बचा है, भाई और बहन अपने-अपने तरीके से प्लानिंग करने में लगे हैं. जहां बहनें भाई के लिए उनकी पसंद की मिठाई और राखी के बारे में विचार कर रही हैं तो वहीं भाई भी सोच रहे हैं कि इस बार बहन को कौन सा यादगार गिफ्ट दें. एक बात सबसे महत्वपूर्ण है कि रक्षाबंधन पर टीका करने आई बहन को वापसी में खाली हाथ न जाने दें. यदि आपने ऐसी गलती की तो यह आपके लिए बहुत महंगा पड़ने वाला है, आइए जानते हैं कि बहन को खाली हाथ भेजने पर आपके ऊपर क्या प्रभाव पड़ने वाला है. 

बहन बुध ग्रह का प्रतीक, उसे नाराज न करें

दरअसल बुध ग्रह का प्रतीक हैं, बुध ग्रह को रुष्ट करने का सीधा असर दिमाग पर पड़ता है. घर आई बहन को यथोचित सम्मान नहीं किया और वह मन ही मन नाराज हो गईं तो उसका असर आपके दिमाग पर पड़ेगा, आपका दिमाग ठीक से काम करना ही बंद कर देगा और गड़बड़ियां होती रहेंगी. मानसिक शांति, सुख समृद्धि का आना प्रभावित होगा. 

कब मनाया जाएगा रक्षाबंधन का त्योहार

सबसे पहली बात तो यही है कि रक्षाबंधन का पर्व 11 अगस्त को रात में भद्रा समाप्त होने पर ही मनाया जाएगा. भद्रा के प्रभाव के चलते कोई भी बॉंडिंग वाला कार्य नहीं हो सकता है क्योंकि भद्रा तो अलग और विध्वंस करने का तत्व हैं और रक्षा बंधन नाम के अनुसार बांधने यानी जुड़ने का दिन है इसलिए इस बात का सदैव ध्यान रखा जाता है कि भद्रा में बहनें अपने भाइयों को राखी न बांधें.

इन बातों का रखना होगा विशेष ध्यान

राखी खरीदते समय बहनें ध्यान रखें कि उसमें काले रंग का प्रयोग कतई न हो. आज के मार्डन युग में नए-नए तरीके की हाईटेक राखियां आ गई हैं, उसे भी बांध सकते हैं लेकिन साथ में सूती रक्षा सूत्र अवश्य बांधें. अगर रक्षा सूत्र लेना भूल गई हैं तो कलावा भी बांध सकती हैं. बहनों से टीका व राखी बंधाते समय भाइयों को खाली हाथ नहीं रहना चाहिए. बहन के लिए उपहार एवं धन अवश्य रखना चाहिए. यह त्योहार है बहन के प्रति अपना प्रेम प्रदर्शित करने का, उसके मन के अज्ञात भय को सकारात्मक प्रकाश से भरने का. 

वहीं बहने भी भाई के लिए मिठाई का चुनाव करते समय ध्यान रखें कि मिठाई में रस हो ताकि बहन भाई के बीच में प्रेम रस कभी कम न हो, कभी भी मिठाई भूरे या काले रंग की न हो. फल और मेवे भाई को खिलाना सबसे अच्छा रहता है. एक बात और ध्यान रखें कि तिलक करने के बाद बहन को अपने हाथों से भाई को मिठाई जरूर खिलानी चाहिए.

कुल की परंपराओं का हो पालन

टीके के बाद अपने कुल की परंपरा अनुसार पैर छूने का पालन करें. यदि आपके यहां बहनों के पैर छूने की परंपरा है तो अवश्य उनके पैर छूकर उनकी रक्षा का वचन दें और यदि छोटी बहन द्वारा भाई के पैर छूने की परंपरा है तो आशीर्वाद देकर रक्षा का वचन दें.

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