Ashubh Yog: इस योग में जन्में लोगों के हाथ में नहीं होता पैसा, जीवन पर रहते हैं गरीब; जानें इसके उपाय
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Ashubh Yog: इस योग में जन्में लोगों के हाथ में नहीं होता पैसा, जीवन पर रहते हैं गरीब; जानें इसके उपाय

Shapit Yog In Kundali: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि और राहु की युति से कुंडली में शपित योग का निर्माण होता है. जानें इसके उपाय और प्रभाव. 

 

फाइल फोटो

Shapit Yog Effect: ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है कि जब भी किसी बच्चे का जन्म होता है, तो उसकी जन्मकुंडली में शुभ और अशुभ दोनों तरह के योग होते हैं. कुंडली में बनने वाले इन योगों का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर साफ देखा जा सकता है. कुंडली में बनने वाला ऐसा ही एक अशुभ योग है शपित योग. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिन लोगों की कुंडली में ये योग होता है, उन्हें जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इन लोगों को किस्मत का साथ भी नहीं मिलता. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इन लोगों की किस्मत में न तो पैसा होता है और न ही हाथ में. इन्हें अपना जीवन दरिद्रता के साथ जीना पड़ता है. 

इन दो ग्रहों की युति से बनता है शपित योग 

 ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में शपित दोष राहु और शनि ग्रह की युति से बनता है. ज्योतिषीयों का कहना है कि ये योग अलग-अलग भावों में अलग-अलग तरह के फल देता है. अगर कुंडली में राहु और शनि नीच अवस्था में है, तो इस योग का फल अत्यधिक बुरा होगा. वहीं, ऐसा कहा जाता है कि पिछले जन्म में बुरे कर्मों के कारण भी व्यक्ति को इस दोष का सामना करना पड़ता है. 

जीवन पर पड़ता है ये प्रभाव

वैदिक ज्योतिष में बताया है कि जिस व्यक्ति की कुंडली में शपित योग होता है, उसे जीवन में आर्तिक तंगी का सामना करना पड़ता है. व्यापार में सफलता नहीं मिलती. इतना ही नही, व्यक्ति के वैवाहिक जीवन में कलेश बना रहता है. इसके साथ ही, अगर व्यक्ति के जीवन में ये योग दशम भाव में बने तो व्यक्ति की कई बार नौकरी भी छूट जाती है. वहीं, अगर 12 वें भाव में बने तो व्यक्ति को जेल भी हो सकती है.

शपित दोष से मुक्ति के उपाय 

- अगर आपकी कुंडली में भी शपित दोष है, तो भगवान शिव को हर  सोमवार दूध, दही और शहद से अभिषे करें. 

- इसके साथ ही पक्षियों को काला और हरा दान खिलाने से भी लाभ होता है. 

- शपित दोष से मुक्ति पाने के लिए शनि और राहु के बीच मंत्रों का जाप करें. 

- काले कुत्ते को घी से चुपड़ी रोटी खिलाने से भी दोष से मुक्ति मिलती है या फिर इसके दुष्प्रभाव कम हो जाते हैं. 

- हर शनिवार को शनि चालीसा का पाठ करने से भी शुभ फलों की प्राप्ति होती है. शनि प्रतिमा के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाने से भी लाभ होगा. 

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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