Vaikuntha Ekadashi 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार, 10 जनवरी को साल की पहली एकादशी है. यह वैकुंठ एकादशी है. वैकुंठ का मतलब विष्णु लोक से है जहां स्वयं भगवान विष्णु वास करते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, वैकुंठ एकादशी पर कुछ चीजों को घर में लाने से भाग्य चमक सकता है. शास्त्रों के अनुसार, ये चीजें समुद्र मंथन के दौरान निकली थीं. ऐसे में आइए जानते हैं कि वैकुंठ एकादशी पर घर में किन चीजों को लाने से किस्मत पलट सकती है.
विष्णु पुराण के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान धन की देवी माता लक्ष्मी का प्राकट्य हुआ था. ऐसे में वैकुंठ एकादशी पर घर में मां लक्ष्मी की प्रतिमा ला सकते हैं. ऐसा करने से मां लक्ष्मी की असीम कृपा प्राप्त होगी.
समुद्र मंथन के दौरान जो 14 बहुमूल्य रत्न निकले थे, उनमें से एक पारिजात का पौधा भी था. पुराणों के मुताबिक, इस पौधे को स्वयं देवराज इंद्र ने स्वर्ग लोग में स्थापित किया था. ऐसे में आप भी इस साल की पहली एकादशी पर अपने घर में पारिजात का पौधा लगा सकते हैं. माना जाता है कि इस पौधे को घर में रखने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है.
मान्यता है कि समुद्र मंथन के दूसरे चरण में कामधेनु गाय निकली थी. कहा जाता है कि समुद्र मंथन से निकले कामधेनु गाय को ब्रह्मवादी ऋषियों ने ग्रहण किया था. विष्णु पुराण के अनुसार, कामधेनु गाय मन की निर्मलता का प्रतीक है. ऐसे में इस की प्रतिमा घर में तिजोरी के पास या दुकान के गल्ले के पास रखने से धन की आवक बढ़ती है.
शास्त्रों में शंख को मां लक्ष्मी का भाई बताया गया है. शंख समुद्र मंथन से निकले 14 रत्नों में से एक है. इसे घर में रखने से धन की कमी नहीं होती है.
साल 2025 की पहली एकादशी तिथि की शुरुआत 9 जनवरी को रात 12 बजकर 22 मिनट से होगी. जबकि, एकादशी तिथि की समाप्ति 10 जनवरी को रात 10 बजकर 19 मिनट पर होगी. ऐसे में उदया तिथि की मान्यता के अनुसार, वैकुंठ एकादशी का व्रत 10 जनवरी को रखा जाएगा. वहीं, इस एकादशी का पारण 11 जनवरी को किया जाएगा.
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