Workers Stranded in Saudi Arabia: झारखंड से 5 मजदूर सऊदी अरब कमाने के लिए गए थे, लेकिन उन्हें यहां 8 महीने से वेतन नहीं मिला है. ऐसे में ये मजदूर यहां फंस गए हैं. इन लोगों ने भारतीय सरकार से मदद की अपील की है.
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Workers Stranded in Saudi Arabia: भारत से बड़ी तादाद में मजदूर सऊदी अरब में काम करने के लिए जाते हैं. कई बार ये मजदूर यहां अच्छा पैसा कमाते हैं तो वहीं कई बार ये मजदूर यहां खराब स्थिति में फंस जाते हैं. झारखंड के गिरिडीह में मौजूद हजारीबाग और बोकारो जिले के पांच मजदुर भी काम के सिलसिले में सऊदी अरब में गए थे. लेकिन वह यहां फांस गए. अब इन मजदूरों ने सऊदी अरब से वीडिओ बनाकर भारत सरकार व झारखंड सरकार से वतन वापसी की गुहार लगाई है.
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परिवार वालों ने लगाई गुहार
फंसे हुए मजदूरों के परिजनों ने भी केंद्र और राज्य सरकार से उनकी सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित कराने की मांग की हैं. मजदूरों ने बताया है कि कंपनी की तरफ से पिछले आठ महीने का वेतन नहीं मिलने से ये मजदूर दाने-दाने के लिए मोहताज हैं. सभी मजदूरो की वीजा अवधि समाप्त हो गई है. उन्हें अकामा भी नहीं दिया गया है. मजदूरों के हित में कार्य करने वाले सिकन्दर अली ने केंद्र व राज्य सरकार से सऊदी अरब में फंसे मजदूरों को मदद करने की अपील की है.
विदेश में मिलती हैं यातनाएं
सिकन्दर अली ने कहा कि यह पहली घटना नहीं है. काम की तलाश में मजदूर विदेश जाते हैं, वहां उनको यातनाएं झेलनी पड़ती हैं. बड़ी मुश्किल से वे स्वदेश लौट पाते हैं. पहले भी कई ऐसे मामले सामने आए हैं. ऐसे में सरकार को इस पर ठोस कदम उठाने की जरूरत है.
मजदूरों को नहीं मिला वेतन
सऊदी अरब में फंसे मजदूरों में गिरिडीह जिले के सरिया प्रखंड के कुसमाडीह पंचायत के जगदीश महतो, बोकारो जिले के पेंक नारायणपुर थाना क्षेत्र के पेंक पंचायत के जिवलाल महतो, विनोद महतो और हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत चानो पंचायत के चिंतामन महतो, विरेन्द्र महतो शामिल हैं. ये सभी मजदूर पिछले 28 मार्च 2023 को अल मुरब्बा अल हादी की कंपनी में ट्रांसमिशन के ओपीजी में काम करने के लिए सऊदी अरब गये थे. लेकिन पिछले आठ महीने से किसी भी मजदूर को वेतन नहीं मिला है. जिसकी वजह से सभी मजदूर खाने के लिए मोहताज हो गये हैं.