ईश निंदा पर 'मौत की सज़ा' नहीं, करना होगा शौचालय की सफाई और सुनना होगा कीर्तन
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam2540988

ईश निंदा पर 'मौत की सज़ा' नहीं, करना होगा शौचालय की सफाई और सुनना होगा कीर्तन

Punjab News: पंजाब में शिरोमणि अकाली दल की तरफ से की गई गलतियों के लिए सुखबीर सिंह बादल को सजा सुना दी गई है. सुखबीर बादल को सजा के तौर पर टॉयलेट और जूते और झूठे बर्तन साफ करने होंगे. उन्हें सेवादार भी बनना होगा.

ईश निंदा पर 'मौत की सज़ा' नहीं, करना होगा शौचालय की सफाई और सुनना होगा कीर्तन

Punjab News: अकाल तख्त ने पंजाब में 2007 से 2017 तक शिरोमणि अकाली दल और उसकी सरकार की तरफ से की गई 'गलतियों' के लिए सुखबीर सिंह बादल को सजा सुनाई है. उन्हें 'सेवादार' के तौर पर अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में बर्तन और जूते साफ करने का आदेश दिया गया है. अमृतसर में अकाल तख्त के 'फसील' (मंच) से फैसला सुनाते हुए सिखों के सर्वोच्च तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने शिरोमणि अकाली दल (शिअद) की कार्यकारिणी को पार्टी अध्यक्ष पद से सुखबीर बादल का इस्तीफा मंजूर करने का निर्देश भी दिया.

धार्मिक सजा का ऐलान
उन्होंने छह महीने के भीतर शिअद अध्यक्ष और पदाधिकारियों के चयन के लिए चुनाव कराने के मकसद से एक समिति भी गठित की. जत्थेदार ने सुखबीर बादल के पिता और पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत प्रकाश सिंह बादल को दी गई 'फख्र-ए-कौम' की उपाधि वापस लेने की घोषणा भी की. पांच सिंह साहिबानों ने 2007 से 2017 के दौरान शिअद कैबिनेट में मंत्री के तौर पर काम करने वाले दूसरे सिख नेताओं के लिए भी धार्मिक सजा का ऐलान किया.

सजा के तौर पर साफ करेंगे जूते
सिंह ने कहा कि पैर में फ्रैक्चर की वजह से  व्हीलचेयर का इस्तेमाल कर रहे सुखबीर बादल और बागी नेता सुखदेव सिंह ढींडसा को दो दिन तक एक-एक घंटे के लिए 'सेवादार' की पोशाक पहनकर स्वर्ण मंदिर के बाहर बैठने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि दोनों नेता तख्त केसगढ़ साहिब, तख्त दमदमा साहिब, मुक्तसर के दरबार साहिब और फतेहगढ़ साहिब में भी दो दिनों के लिए 'सेवादार' की भूमिका में काम करेंगे. सुखबीर बादल और सुखदेव ढींडसा से 'कीर्तन' सुनने के अलावा स्वर्ण मंदिर में एक घंटा श्रद्धालुओं के बर्तन और जूते साफ करने के लिए कहा गया है. 'तनखा' की घोषणा से पहले सुखबीर बादल ने अपनी गलतियां स्वीकार कीं, जिनमें शिअद शासन के दौरान 2007 के ईशनिंदा मामले में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को माफ करना भी शामिल है. 

तीन महीने बाद मिली सजा
अकाल तख्त ने सुखबीर बादल को 'तनखैया' (धार्मिक कदाचार का दोषी) घोषित करने के लगभग तीन महीने बाद उनकी 'तनखा' का एलान किया. जत्थेदार ने अकाली नेताओं-सुच्चा सिंह लंगाह, हीरा सिंह गाबड़िया, बलविंदर सिंह भूंदड़, दलजीत सिंह चीमा और गुलजार सिंह रणिके को स्वर्ण मंदिर में एक घंटे के लिए शौचालय साफ करने और फिर स्नान करने के बाद सामुदायिक रसोई में बर्तन धोने का निर्देश दिया.

Trending news