Bihar News: बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर बयान देकर हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं. इस बार उन्होंने 'पैगंबर मुहम्मद साहब' की तुलना 'मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम' से की है. पूरी खबर पढ़ने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.
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Bihar News: बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर एक बार फिर बयान देकर सुर्खियों में बने हुए हैं. उन्होंने 'पैगंबर मुहम्मद साहब' की तारीफ करते हुए 'मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम' से तुलना की है. उन्होंने कहा कि 'पैगंबर मुहम्मद साहब' एक 'मर्यादा पुरूषोत्तम' थे. इस बयान के बाद प्रदेश का सियासी पारा चढ़ा हुआ है.
मंत्री ने कही ये बात
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर नालन्दा के हिलसा के बाबा अभयनाथ धाम परिसर में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "दुनिया में बुराई बढ़ रही थी, ईमानदारी खत्म हो रही थी, धोखेबाजों और बुरे लोगों की संख्या बढ़ गई थी, तभी ईमानदारी लाने के लिए मध्य एशिया के इलाके में भगवान ने मर्यादा पुरुषोत्तम मोहम्मद साहब को धरती पर भेजा था. मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम जाति व्यस्था से खुश नहीं थे. इसलिए उन्होंने माता सबरी के जूठे बेर खाए और यह मैसेज दिया कि जातियां मायने नहीं रखतीं हैं. मैं दुख के साथ कह रहा हूं कि हम भगवान राम के जरिए दिखाए गए आचरण का हिमायत नहीं कर रहे हैं.''
प्रोग्राम के दौरान प्रदेश के कला एवं संस्कृति मंत्री जीतेंद्र राय, श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम, विज्ञान और सूचना मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी, हिलसा के पूर्व विधायक और पार्टी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव और पूर्व विधायक चंद्रशेखर प्रसाद भी मौजूद थे.
भाजपा ने बताया भगवान श्री राम का अपमान
शिक्षा मंत्री की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव निखिल आनंद ने कहा, "चन्द्रशेखर ने एक जन्माष्टमी कार्यक्रम के दौरान भगवान कृष्ण की पाकीज़गी को ठेस पहुंचाने की कोशिश की है. शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर हिंदू-सनातन मजहब के खिलाफ जो भी टिप्पणी कर रहे हैं और भगवान श्री राम और भगवान श्री कृष्ण के लिए अपमानजनक भाषा इस्तेमाल कर रहे हैं, वह राजद की मानसिकता को दर्शाता है. जन्माष्टमी कार्यक्रम के दौरान चंद्रशेखर का बयान विवाद पैदा करेगा.''
आनंद ने कहा “चंद्रशेखर का विवादास्पद बयान देना राजद की राजनीति का हिस्सा है. अगर चंद्रशेखर 'हिंदू सनातन मजहब' के इतने विरोधी हैं और 'मोहम्मद साहब' के अस्तित्व की तुलना में भगवान श्री कृष्ण के अस्तित्व को नहीं देख सकते, तो उन्हें 'मौलाना' टोपी पहननी चाहिए, 'नमाज' अदा करनी चाहिए, 'खतना' कराना चाहिए और पाकिस्तान चले जाना चाहिए."
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