Congress's Hath Se Hath Jodo Campaign : कांग्रेस पार्टी के सद्र मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा अपना पद संभालने के बाद पहली बार कांग्रेस संचालन समिति की बैठक दिल्ली में हुई है, जिसमें पार्टी की सेहत सुधारने के लिए कई बड़े फैसले लिए गए हैं. इस बैठक में पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता मौजूद थे.
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Congress's Hath Se Hath Jodo Campaign: कांग्रेस पार्टी ने इतवार को कहा है कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बाद वह अब आगामी 26 जनवरी से मुल्कभर में ‘हाथ से हाथ जोड़ो अभियान’ शुरू करेगी जिसके तहत ब्लॉक, पंचायत और बूथ स्तर पर जनसंपर्क मुहिम चलाया जाएगा. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पत्रकारों को बताया कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के खत्म होने के बाद अगले माह 26 जनवरी से देशभर में ‘हाथ से हाथ जोड़ो’ कैंमपेन शुरू किया जाएगा. इसके तहत ब्लॉक, पंचायत और बूथ के स्तर पर लोगों को पार्टी से जोड़ने का काम किया जाएगा.
वेणुगोपाल ने बताया कि दो महीने तक चलने वाली इस मुहिम में राहुल गांधी का पत्र भी लोगों को सौंपा जाएगा जिसमें यात्रा का संदेश होगा और उसके साथ नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ ‘‘आरोप पत्र’’ भी संलग्न होगा. पार्टी सद्र मल्लिकार्जुन खड़गे की सदारत में हुई कांग्रेस संचालन समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया है.
तीन स्तरों पर लागू होगा ‘हाथ से हाथ जोड़ो अभियान’
वहीं, पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि ‘भारत जोड़ो’ यात्रा 24 दिसंबर को दिल्ली पहुंचेगी और 26 जनवरी तक श्रीनगर में इसका समापन होगा. उन्होंने कहा, ‘‘इस यात्रा के बाद ‘हाथ से हाथ जोड़ो अभियान’ के तहत तीन स्तरीय प्रोग्राम का संचालन किया जाएगा. ब्लॉक और बूथ के स्तर पर यात्राएं होंगी, जिला स्तर पर अधिवेशन होंगे और राज्य के स्तर पर रैलियां होंगी.’’ रमेश ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा और पार्टी के दीगर सीनियर नेता ‘हाथ से हाथ जोड़ो अभियान’ से संबंधित कार्यक्रमों में शामिल होंगे.
फरवरी में रायपुर में होगा कांग्रेस का तीन दिवसीय अधिवेशन
वहीं, कांग्रेस का तीन दिवसीय अधिवेशन अगले साल फरवरी महीने में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में होना तय किया गया है. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि अधिवेशन फरवरी के दूसरे पखवाड़े में होगा जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा होगी.
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में नहीं आए राहुल गांधी
गौरतलब है कि खड़गे के कांग्रेस सद्र बनने के बाद पहली बार संचालन समिति की बैठक हुई है. पिछले महीने पार्टी सद्र का पदभार संभालने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी के शीर्ष निकाय कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की जगह पर इस संचालन समिति का गठन किया था. बैठक में खड़गे के अलावा पार्टी संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और कई दीगर सीनियर नेता शामिल हुए हैं. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल होने की वजह से इस बैठक में हिस्सा नहीं ले सके है.
जानकारों की मानें तो कांग्रेस ने अपने संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने के लिए यह प्लान बना रही है, ताकि वह गांव-गांव पहुंच सके. ग्रासरूठ लेवल पर अभी कांग्रेस का कोई मजबूत संगठन नहीं है. इससे भाजपा और उससे जुड़े संगठनों से मुकाबला करने में और अपना जनाधार बढ़ाने में पार्टी को मदद मिल सकती है.
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