Bangladesh Violence: बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण को लेकर छात्रों ने कई महीनों तक विरोध प्रदर्शन किया. इस विरोध प्रदर्शन में कम से कम 300 लोगों की मौत हो गई. बाद 5 अगस्त को शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और भारत चलीं आई हैं.
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Bangladesh Violence: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनकी सरकार के पूर्व मंत्रियों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. शेख हसीना और उनकी पूर्व मंत्रियों के खिलाफ हत्या के दो नए मामले दर्ज किए गए हैं. मकामी मीडिया ने यह जानकारी दी है.
बांग्लादेश की 76 साल की पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ दर्ज मामलों की लिस्ट में यह ताजा मामला है. गौरतलब है कि बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में रिजर्वेशन को लेकर कई महीनों तक छात्र विरोध प्रदर्शन करते रहे. इस प्रोटेस्ट में कम से कम 300 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी. जिसके बाद 5 अगस्त को शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और भारत चलीं आईं. फिलहाल, अभी भारत में ही हैं.
148 लोगों के खिलाफ दर्ज है मुकदमा
सरकारी न्यूज एजेंसी बीएसएस की खबर के मुताबिक, राजधानी के मीरपुर इलाके में लिटन हसन लालू उर्फ हसन और शेर-ए-बांग्ला नगर इलाके में तारिक हुसैन की हत्या के लिए अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं. इस हिंसा की वहज से शेख हसीना को सत्ता से बेदखल होना पड़ा था. लिटन के भाई ने ढाका मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट मेंहदी हसन की कोर्ट में हसीना, पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल, पूर्व पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) अब्दुल्ला अल मामून और दूसरे समेत 148 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
शेख हसीना समेत इन लोगों पर दर्ज है मुकदमा
मामले के दस्तावेजों के मुताबिक, लिटन चार अगस्त को मीरपुर इलाके में स्टूडेंट्स आंदोलन के तहत एक शांतिपूर्ण जुलूस में शामिल हुआ था. दोपहर करीब दो बजे हसीना की अवामी लीग पार्टी के लोगों ने जुलूस पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे हसन घायल हो गया और बाद में उसकी मौत हो गई. इस बीच, तारिक की मां फिदुशी खातून ने हसीना, पूर्व सड़क, परिवहन एवं पुल मंत्री ओबैदुल कादर, पूर्व गृह मंत्री कमाल, पूर्व विदेश मंत्री हसन महमूद और सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री मोहम्मद अली अराफात सहित 13 लोगों के खिलाफ एक और मामला दर्ज कराया.
रिपोर्ट के मुताबिक, तारिक को पांच अगस्त को शेर-ए-बांग्ला नगर पुलिस थाने के सामने अज्ञात बदमाशों ने गोली मार दी थी और नौ अगस्त को उसकी मौत हो गई. इससे हसीना के पद से हटने के बाद उनके खिलाफ दर्ज मामलों की संख्या बढ़कर पंद्रह हो गई है.
इस मामले में 62 लोग हैं आरोपी
ढाका ट्रिब्यून अखबार की खबर के मुताबिक, रविवार देर रात मोहम्मद मिलन की पत्नी शहनाज बेगम ने एक और हत्या का मामला दर्ज कराया. मिलन की 21 जुलाई को स्थानीय मछली बाजार से घर लौटते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में हसीना, पूर्व सड़क परिवहन और पुल मंत्री कादर, पूर्व विधायक शमीम उस्मान और पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान सहित 62 लोगों को आरोपी बनाया गया है.