वैटिकन सिटी: Female genital mutilation: पोप फ्रांसिस ने रविवार को महिलाओं का खतना किए जाने की प्रथा पर चिंता जताते हुए बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इस प्रथा को ‘‘अपराध’’ करार दिया. पोप ने कहा कि समाज की भलाई के लिए महिलाओं के अधिकारों, समानता और अवसर की लड़ाई जारी रहनी चाहिए.
क्या बोले पोप फ्रांसिस
पोप ने कहा, ‘‘क्या आज हम दुनिया में युवतियों के अंतर्मन की त्रासदी को नहीं रोक सकते? यह भयावह है कि आज भी एक प्रथा है, जिसे मानवता रोक नहीं पा रही है. यह एक अपराध है. यह एक आपराधिक कृत्य है.’’
बहरीन से लौट रहे थे पोप
फ्रांसिस बहरीन से वापस लौटते समय महिलाओं के अधिकार के बारे में एक सवाल का जवाब दे रहे थे. उन्होंने कहा कि समाज की भलाई के लिए महिलाओं के अधिकारों, समानता और अवसर की लड़ाई जारी रहनी चाहिए.
क्या है महिलाओं की खतना प्रथा
एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत समेत 92 देशों में महिलाओं का खतना होता है. पांच से -आठ वर्ष की छोटी बच्चिओं के गुप्तांगो की सुन्नत की यह प्रथा बोहरा मुस्लिम समुदाय के औरतों के लिये अभिशाप बन चुकी है. इसमें महिलाओं के गुप्तांग का एक हिस्सा (क्लाइटोरल हुड) काट दिया जाता है. खतना करने का यह रिवाज वैसे तो अफ्रीकी देशों में है, लेकिन इसका प्रचलन भारत के कुछ हिस्सों में भी है. मिस्र, केन्या, यूगांडा, इरीट्रिया जैसे दर्जनों देशों में यह परंपरा सदियों से चली आ रही है. 2020 में यूनिसेफ द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार दुनिया में करीब 20 करोड़ बच्चियों और महिलाओं के जननांगों को नुकसान पहुंचाया गया है.
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