एक ऐसा देवी मंदिर, जिसमे हथकड़ी चढ़ाई जाती है. राजस्थान के प्रतापगढ़ में स्थित दिवाक माता के प्राचीन मंदिर में हथकड़ी चढाने से मुराद पूरी होती है. साथ ही त्रिसागर संगम स्थल पर बने शुचींद्रम शक्तिपीठ के दर्शन कीजिए. मान्यता के अनुसार, देवी सती का ऊपरी दांत यहीं गिरा था, यहां भोलेनाथ की भी आराधना होती है. देखिए, आराधना...
झारखंड के रामगढ़ में रहस्यमयी टूटी झरना मंदिर स्थित है. टूटी झरना मंदिर के बारे में कहा जाता हैं कि यहां सदियों से मां गंगा भोलेनाथ का जलाभिषेक कर रही हैं और जानिए, चमत्कारिक भगवान परशुराम की माता देवी रेणुका के प्रसिद्ध मंदिर के बारे में, यहां देवी तीन बार रूप बदलती हैं. देखिए, आराधना...
आज आराधना में दक्षिण भारत के देवी सरस्वती मंदिर के दर्शन कीजिए. माना जाता है कि ये केरल का एकमात्र सरस्वती मंदिर है, यहां बच्चों को ज्ञान का आशीर्वाद मिलता है. वहीं बजरंगबली के एक अनोखे मंदिर के दर्शन कीजिए, जहां बजरंगबली नृत्य करते हैं. देखिए, आराधना...
एक ऐसा मंदिर जहां पुरुषों का प्रवेश वर्जित है, लेकिन महिलाओं के वस्त्र धारण कर 16 श्रृंगार के बाद दर्शऩ कर सकते हैं और भगवान शिव के अनोखे टपकेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन कीजिए, जहां पूरे वर्ष शिवलिंग पर जल टपकता है. देखिए, आराधना...
काशी में एक ऐसी देवी विराजमान हैं, जो अपने भक्तों को करोड़पति बनने का आशीर्वाद देती हैं. मान्यता के अनुसार, इस मंदिर में देवी के समक्ष कौड़िया चढ़ाने की मान्यता है. इस मंदिर को कौड़िया देवी मंदिर कहा जाता है. देखिए, आराधना...
दक्षिण भारत में राम भक्त हनुमान के कई प्रसिद्ध और प्राचीन मंदिर स्थापित हैं. इन्हीं में से एक कर्नाटक में बेल्लारी के हंपी नगर में बना यंत्रोद्धारक हनुमान मंदिर है, जहां भक्तों की हर मुराद पूरी होती है. देखिए, आराधना...
गोदावरी तीर शक्तिपीठ, भगवती के जाग्रत मंदिरों में से एक है. कुरुक्षेत्र में बना विख्यात देवी का शक्तिपीठ कोटिलिंगेश्वर मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है. श्रीदेवी कूप भद्रकाली मंदिर से जुड़ी कई प्राचीन मान्यताएं है. देखिए, आराधना...
श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर महाराष्ट्र के पुणे में स्थित है. दगडूशेठ मंदिर भगवान श्री गणेश के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है. ये मंदिर भगवान गणेश को विशेष रुप से समर्पित है. विघ्नहर्ता मंगलमूर्ति श्री गणेश को गणपति, विनायक, गजानन और बप्पा नाम से पूजा जाता है. देखिए, आराधना...
तमिलनाडु में बने 'कांची शक्तिपीठ' का हिन्दू धर्म में बड़ा महत्त्व है. कांची शक्तिपीठ 51 शक्तिपीठों में से एक है. हिन्दू धर्म के पुराणों के अनुसार जहां-जहां सती के अंग, वस्त्र और आभूषण गिरे थे, वहां-वहां शक्तिपीठ स्थापित हुए. देखिए, आराधना...
भगवान शिव को शास्त्रों में मृत्यु का देवता भी कहा जाता है. इसलिए महामृत्युंजय मंत्र, मृत्यु पर विजय का मंत्र है. इस मंत्र को त्रयम्बकम मंत्र भी कहा जाता है. इस मंत्र में शिव को 'मृत्यु को जीतने वाला' बताया गया है. ऋषि-मुनियों ने महा मृत्युंजय मंत्र को वेद का हृदय कहा है. चिंतन और ध्यान के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले अनेक मंत्रों में गायत्री मंत्र के साथ इस मंत्र का सर्वोच्च स्थान है. देखिए, आराधना...
करीब पांच हजार साल पहले कुरुक्षेत्र की भूमि पर दिया गया गीता का ज्ञान आज भी उतना ही समकालीन और मौजूं है, जितना कि वह अर्जुन को सुनाते समय था. गीता का उपदेश मोह में पड़े अर्जुन को कर्म के लिए प्रेरित करने वाला केवल एक प्रसंग नहीं है, बल्कि यह महाभारत की घटित घटनाओं और उनमें निहित कारणों का संक्षेपीकरण भी है. इस आधार पर देखें तो महर्षि वेदव्यास का लिखित यह काव्यग्रंथ खुद में गीता की ही विस्तार कथा है, जिसमें सत्य, धैर्य, शील और मानव जीवन की आधारभूत भावनाएं शामिल हैं. गीता जयंती के मौके पर इसी पावन गीता की बात
मुक्तिनाथ धाम हिंदू धर्म में आस्था गढ़ है. मुक्तिनाथ धाम हिन्दुओं के महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक है. यह नेपाल के मस्तांग जिले की थोरांग ला पहाड़ियों के बीच 3710 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद है. इसे सभी पापों का नाश करने वाला तीर्थ माना जाता है. पौराणिक कथा के अनुसार, यहां भगवान विष्णु को जलांधर दैत्य की पत्नी वृंदा के शाप से मुक्ति मिली थी. यहां भगवान विष्णु की पूजा शालिग्राम के रूप में होती है. देखिए, आराधना...
देश में आज भी एक ऐसी जगह है जहां के लोग खुद को पांडवों का वंशज मानते हैं और कांटों पर लोटकर एक अनोखी परंपरा मनाते हैं. आइये जानते हैं कि इस परंपरा के पीछे की कहानी क्या है.
कर्नाटक के मैसूर की चामुंडी पहाड़ियों पर चामुंडेश्वरी देवी विराजमान है. चामुंडेश्वरी देवी मंदिर आस्था का एक प्रमुख धार्मिक स्थान है. चामुंडेश्वरी देवी को माता दुर्गा का ही रूप माना जाता है. चामुंडी देवी ने ही राक्षस महिषासुर का वध किया था. चामुंडी पहाड़ी पर महिषासुर की एक विशाल मूर्ति भी स्थापित है, जो पौराणिक कथा का प्रतीक हैं. देखिए, आराधना...
मन्नारसला श्रीनागराज मंदिर केरल के अलप्पुझा जिले के हरीपद गांव में बना है. भगवान शिव से संबंध होने के कारण सनातन धर्म में सांपों की बहुत मान्यता है. हर शिव मंदिर में नाग देवता की प्रतिमा या धातु के नाग मिल ही जाते हैं, लेकिन इस मंदिर में 1 या 2 नहीं बल्कि पूरे 30 हजार नागों की प्रतिमाएं हैं. देखिए, आराधना...
तेंलगाना का बेहद खूबसूरत शहर वारंगल, एक ऐतिहासिक और धार्मिक नगर है. दुनियाभर से श्रद्धालु इस धार्मिक नगरी में प्राचीन मंदिरों के दर्शन के लिए आते हैं. वारंगल के प्राचीन मंदिरों में पहाड़ी की चोटी पर बना मां भद्रकाली मंदिर भक्तों के लिए आस्था का सबसे बड़ा केंद्र हैं. इस धार्मिक स्थल पर चालुक्य वंश की कुलदेवी मां भद्रकाली की अष्टभुजी प्रतिमा स्थापित हैं. तेलंगाना के सबसे पुराने मंदिरों में से एक भद्रकाली मंदिर, भद्रकाली झील के किनारे पर बना है. देखिए, आराधना...
दक्षिण भारत के मंदिर सिर्फ भारत में ही नहीं, पूरे विश्व में काफी प्रसिद्ध हैं. यहां के मंदिरों में उनकी प्राचीनता और वैभव साफ झलकता है. तमिलनाडु से लेकर आंध्र प्रदेश और उड़ीसा तक संपूर्ण दक्षिण भारत में प्राचीन और उत्कृष्ठ मंदिरों का समूह है. दक्षिण भारत के इन मंदिरों में अनेकों देवी-देवताओं का वास है. इन्हीं मंदिरों में से एक भगवान कार्तिकेय का सबसे विशाल मंदिर है. देखिए, आराधना...
भारत के गौरवशाली इतिहास के पन्नों से हम एक बेहद दिलचस्प कहानी हम उठा कर के आपके लिए लाए हैं, चंबल के दिहरों में एक खूबसूरत मंदिर बना 11वीं शताब्दी में वो इतना विशालकाय, भव्य और खूबसूरत था की उसके साथ कहानी जूड़ती चली गई है.