कांग्रेस ने सचिन पायलट को उनके सभी पदों से बर्खास्त कर दिया है. अब सभी लोग सचिन पायलट के अगले कदम का इंतजार कर रहे हैं. भाजपा में जाने के सवाल पर पायलट ने ये बात कही है.
राजस्थान में राजनीतिक संकट तेज होता जा रहा है. सचिन पायलट के बगावती तेवर देखते हुए विधानसभा स्पीकर ने उन्हें और उनके 18 समर्थक विधायकों को नोटिस थमा दिया है. इस पर राजस्थान में उठापटक और तेज हो गई है.
कांग्रेस की सरकार पर महासंकट आ गया है. अशोक गहलोत के आगे झुकते हुए कांग्रेस ने सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया है. इस पर कांग्रेस में खुलकर मतभेद सामने आ गए हैं.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यपाल से मुलाकात की. मंत्रिमंडल में बदलाव पर फैसले के बाद सीएम अशोक गहलोत राज्यपाल से मिले. उप मुख्यमंत्री को बर्खास्त करने की जानकारी देने के लिए राज्यपाल से मुलाकात की..
कांग्रेस में सचिन पायलट के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई. विधायक दल की बैठक के बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ये ऐलान किया कि उन्हें प्रदेश अध्यक्ष और डिप्टी सीएम पद से हटाया गया..
जयपुर के फेयरमाउंट होटल में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सचिन पायलट नहीं पहुंचे. सूत्रों के हवाले से ये जानकारी सामने आ रही है कि सचिन पायलट मुख्यमंत्री पद से कम पर समझौते को तैयार नहीं हैं.
राजस्थान का राजनीतिक ड्रामा जानबूझ कर रचा गया था और इसके निशाने पर थे सचिन पायलट. जो गांधी खानदान के साथ साथ गहलोत परिवार की आंख में भी खटक रहे थे. पायलट को पिछले 2 साल से निशाना बनाया जा रहा था.
राजस्थान में कांग्रेस सरकार पर संकट बढ़ता जा रहा है. सीएम अशोक गहलोत ने विधायकों को मीडिया के सामने लाकर बहुमत दिखाने की कोशिश की लेकिन वे भी विधायकों पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं.
अशोक गहलोत राजस्थान की राजनीति में अपने लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गए सचिन पायलट को कुछ हद तक पीछे धकेल दिया है. इसके बावजूद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी चाहते हैं कि सचिन पायलट वापस लौट आएं.
राजस्थान में कांग्रेस की अहम बैठक चल रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की राजनीतिक किस्मत का फैसला इस बैठक पर निर्भर करता है. इसमें कई विधायक शामिल नहीं हुए.
शिवसेना मुखपत्र में शरद पवार का बड़ा बयान सामने आया है. पवार का आरोप है कि "बीजेपी ने एनसीपी को सरकार बनाने की पेशकश की थी. महाराष्ट्र में बीजेपी का ऑपरेशन कमल कामयाब नहीं होगा."
राजस्थान में जारी सत्ता संग्राम के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और महासचिव पीएल पुनिया ने कांग्रेस को एक बयान देकर फंसा दिया है. उन्होंने स्वीकार किया है कि अब सचिन पायलट कांग्रेस के साथ नहीं हैं. इस बयान के बाद पुनिया अपनी बात से पलट गये हैं. उन्होने कहा कि गलती से सिंधिया के बजाय सचिन का नाम मुंह से निकल गया.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि हम सचिन पायलट समेत सभी विधायकों से निवेदन करते है कि वे वापस आ जाये यदि बैठक में शामिल होने में किसी भी विधायक को कोई दिक्कत है तो वो पार्टी को अपनी समस्या से अवगत करा सकता है.
राजस्थान में कांग्रेस की सरकार पर बड़ा संकट है. उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट अब पूरी तरह बागी हो गए हैं और उन्होंने अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इस बीच पायलट के गुट के कुछ MLA कांग्रेस विधायक दल की बैठक में दिखाई दिए.
ये सवाल वाकई काफी अहम है कि सचिन पायलट कांग्रेस छोड़ेंगे या उन्हें निकाला जाएगा. दोनों ही स्थिति में वो किस पार्टी का दामन थामेंगे और यदि वो भाजपा के साथ नहीं आएंगे तो क्या वो तीसरा मोर्चा बनाने की तैयारी में हैं? जानकारी यही सामने आ रही है..
राजस्थान में कांग्रेस के सामने बहुत बड़ा सत्ता संकट खड़ा हो गया है. सचिन पायलट ने अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ बागी रुख अपना लिया है. कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व और सचिन पायलट ने संग्राम तेज हो गया है.