नई दिल्ली: Manipur Violence: मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क गई है. राज्य के मोरेह जिले में सुरक्षाबलों और कुकी उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ हो गई है. इस में एक CDO अधिकारी की मौत हो गई. पुलिस का कहना है कि पहले उग्रवादियों ने चौकी पर बम फेंका, फिर फायरिंग की. इस दौरान सुरक्षाबलों ने भी जवाबी फायरिंग की.
चौकी पर इस कारण हुआ हमला
जानकारी के मुताबिक, घटना के 48 घंटे पहले ही राज्यबलों ने दो संदिग्धों को एक पुलिस अधिकारी की हत्या के शक में गिरफ्तार किया था. इसके बाद भड़के कुकी उग्रवादियों ने चौकी पर ही हमला बोल दिया.
महिलाओं ने किया विरोध प्रदर्शन
पुलिस के अधिकारीयों का कहना है कि दोनों संदिग्धों से आग्नेयास्त्र और गोला-बारूद बरामद किया गया है. दोनों संदिग्धों को रिहा करने के लिए बड़ी संख्या में महिलाओं ने मोरेह पुलिस थाने के सामने प्रदर्शन भी किया था. इनके अलावा, कुकी इनपी तेंगनोउपल (KIT), चुराचांदपुर जिले के इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (ITLF) और कांगपोकपी जिले की कमेटी ऑन ट्राइबल यूनिटी (COTU) ने भी दोनों संदिग्धों की की गिरफ्तारी की निंदा की.
कर्फ्यू लगाया गया
मणिपुर सरकार ने तेंगनोउपल में ‘'शांति भंग होने, सार्वजनिक सद्भाव बिगड़ने और मानव जीवन एवं संपत्ति को गंभीर खतरे की आशंका' संबंधी जानकारी मिलने के बाद 16 जनवरी को देर रात 12 बजे से कर्फ्यू लगा दिया था. हालांकि, कानून प्रवर्तन एजेंसियों और आवश्यक सेवाओं को कर्फ्यू से राहत दी गई है.
इस मामले में हुई गिरफ्तारी
गौरलतब है कि बीते साल अक्टूबर में उप संभागीय पुलिस अधिकारी सी आनंद की हत्या कर दी गई थी. इसी मामले के दो मुख्य संदिग्धों फिलिप खोंगसाई और हेमोखोलाल माते को स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तार. पुलिस ने दोनों को मोरेह के न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया. यहां से इन्हें 9 दिन की हिरासत में भेज दिया.
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