सुलह/पांवटा साहिब. केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता बरकरार रहती है, तो जल्द ही समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को लागू किया जायेगा. उन्होंने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस द्वारा दी गई ‘10 गारंटी’ का जिक्र करते हुए कहा कि लोग प्रतिष्ठित लोगों की गारंटी पर भरोसा करते हैं, जबकि विपक्षी दल की कोई प्रतिष्ठा नहीं है.
चुनाव प्रचार के अंतिम दिन चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि 2014 में केंद्र में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से कोई घोटाला सामने नहीं आया जबकि विपक्षी दल के शासन काल के घोटालों की गिनती करना मुश्किल है. उन्होंने कांग्रेस पर 2004-14 के बीच केंद्र में अपने 10 साल के शासनकाल में 12 लाख करोड़ रुपये के घोटालों में शामिल होने का आरोप लगाया और कहा कि पार्टी द्वारा दी जाने वाली गारंटी पर हिमाचल प्रदेश की जनता का कोई भरोसा नहीं होगा. राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए 12 नवंबर को मतदान होगा.
शाह ने अपने भाषण में विकास और हिंदुत्व का भी जिक्र किया. उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और मेडिकल कॉलेज स्थापित करने जैसे कदमों का हवाला देते हुए कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार और राज्य में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली सरकार ने हिमाचल प्रदेश के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी है.
'डबल इंजन की सरकार ने रचा इतिहास'
उन्होंने कहा, ‘डबल इंजन सरकार ने हर क्षेत्र में विकास का इतिहास रचा है.’ उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस ने दिल्ली में दशकों तक शासन किया, तो उसने सैन्यकर्मियों की ‘एक रैंक-एक पेंशन’ संबंधी मांग पर कोई कदम नहीं उठाया, जबकि मोदी ने 2014 में सत्ता में आने के बाद इसे 2015 में लागू कर दिया था. शाह ने कहा कि भाजपा ने अपने विकास कार्यों के कारण उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर जैसे कई राज्यों में अपनी सरकार बरकरार रखी है. उन्होंने दावा किया कि हिमाचल प्रदेश में भी पार्टी फिर से सरकार बनायेगी.
आर्टिकल 370 का हुआ जिक्र
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने पाकिस्तान में आतंकी शिविरों पर सर्जिकल स्ट्राइक, अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण और मोदी सरकार के तहत कई पवित्र स्थलों के विस्तार और जीर्णोद्धार संबंधी कार्यों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अनुच्छेद 370 के रूप में प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की ‘गलती’ को आगे बढ़ाया, लेकिन मोदी ने वर्ष 2019 में इसमें सुधार किया. उन्होंने पूछा, ‘कश्मीर हमारा है या नहीं? क्या अनुच्छेद 370 को खत्म किया जाना चाहिए था या नहीं?’ शाह ने कहा, ‘10 साल तक जब कांग्रेस सत्ता में थी, तो पाकिस्तान हमारे जवानों के बिना सिर वाले पार्थिव शरीर वापस भेजता था और सरकार कभी भी एक शब्द तक नहीं बोलती थी.’ उन्होंने उरी और पुलवामा हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि इनका करारा जवाब दिया गया.
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