नई दिल्ली: Rajasthan Jat Andolan: राजस्थान में जाट आरक्षण का मुद्दा तूल पकड़ रहा है. एक बार फिर बड़े आंदोलन की तैयारी हो रही है. आने वाली 17 जनवरी से जाट संगठन आंदोलन करने की चेतावनी दे चुके हैं. बीती 7 जनवरी को जाटों ने राजस्थान की भजनलाल सरकार को 10 दिन के भीतर ओबीसी आरक्षण देने की मांग की थी. लेकिन सरकार ने अभी तक इन संगठनों की मांग नहीं मानी है.
'भाजपा ने खत्म कर दिया था आरक्षण'
दरअसल, धौलपुर और भरतपुर के जात संगठन OBC आरक्षण की मांग कर रहे हैं. इनका दावा है कि 10 साल पहले केंद्र की भाजपा सरकार ने हमारा आरक्षण खत्म कर दिया था. हालांकि, 2017 में वसुंधरा सरकार ने जाटों को ओबीसी आरक्षण दिया था. लेकिन केंद्र ने फिर से आरक्षण की बहाली नहीं की. यही कारण है कि भरतपुर और धौलपुर जिले का जाट समाज ओबीसी आरक्षण पाने के लिए आंदोलन की तैयारी में है.
2015 में खत्म हुआ था आरक्षण
जाट आरक्षण के लिए सबसे पहला आंदोलन 1998 में शुरू हुआ था. यह लंबे समय तक चला था. सालों बाद केंद्र की मनमोहन सरकार ने 9 राज्यों के जाटों को OBC आरक्षण दिया गया था. लेकिन 10 अगस्त, 2015 को भरतपुर और धौलपुर की जाटों का केंद्र और राज्य ने ओबीसी आरक्षण खत्म कर दिया.
चक्का जाम करेगा जाट समाज
जाट समाज के नेताओं का कहना है कि हम राजस्थान में चक्का जाम करेंगे. आंदोलन की रणनीति बनाने के लिए जयचोली गांव में महापड़ाव होगा. यहीं से रेल और सड़क से गुजरने वाले वाहनों को रोका जाएगा. गौरतलब है कि इसी साल देश में लोकसभा चुनाव होने हैं. बीते चुनाव में भाजपा को राजस्थान में पूरी 25 सीटें मिली थीं. ऐसे में इस बार जाटों की नाराजगी सत्ताधारी दल पर भारी पड़ सकती है.
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