गुजर गए निर्भया रेप कांड के 11 साल, आज भी दिल्ली की सड़कों पर असुरक्षित महसूस करती हैं महिलाएं!

निर्भया कांड ने 11 साल पहले न केवल दिल्ली बल्कि भारत को दहलाकर रख दिया था. इस घटना के बाद महिला सुरक्षा को लेकर कई बदलाव किए गए. लेकिन आज भी महिलाएं रात के समय दिल्ली में अकेले ट्रेवल करने से डरती हैं.   

Written by - Shilpa | Last Updated : Dec 16, 2023, 06:41 PM IST
  • निर्भया रेप कांड के 11 साल बाद भी देश की बेटियां
  • दिल्ली की सड़कों पर महिलाएं असुरक्षित महसूस करती हैं
गुजर गए निर्भया रेप कांड के 11 साल, आज भी दिल्ली की सड़कों पर असुरक्षित महसूस करती हैं महिलाएं!

नई दिल्ली:  ये दिल्ली है मेरी जान.. इश्क मोहब्बत प्यार यह गाना फिल्म 'दिल्ली 6' का है. दिल्ली को दिलवालों की नगरी कहा जाता है.  लेकिन एक काली रात ने दिलवालों की नगरी की पहचान बदल दी. 16 दिसंबर 2012 की रात दिल्ली की सड़कों पर चलती एक प्राइवेट बस में गैंगरेप कांड हुआ था. दिल्ली की उस काली रात ने देश की राजधानी को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया था. निर्भया कांड को आज 11 साल पूरे हो गए हैं लेकिन इसके बाद भी दिल्ली महिलाओं के लिए कितनी सुरक्षित है यह एक बड़ा सवाल है. 

किए कई बदलाव 
इस बर्बर रेप कांड के बाद राजधानी और देश में बहुत कुछ बदला गया था. देश में महिलाओ की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए गए. निर्भया रेप कांड के बाद  जस्टिस जेएस वर्मा कमेटी की सिफारिशें लागू की गईं, हर जिले में रेप पीड़िताओं के लिए वन स्टॉप सेंटर बनाए गए, हेल्पलाइन शुरू की गई, निर्भया फंड जारी किया गया, निर्भया एब बना, निर्भया का फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा लड़ा गया. रेप कांड के बाद इतने बदलाव के बाद लग रहा है कि देश की बच्चियां और महिलाएं सुरक्षित हैं. देशभर में रेप केस के मामलों में कमी आई होगी लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि यह केवल कागजों में है.  

नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्‍यूरो रिकॉर्ड 
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्‍यूरो की ओर से जारी की गई साल 2022 की रिपोर्ट  में पिछले साल देश में रेप के 31516 मामले रजिस्‍टर किए गए थे. इसका अर्थ है कि हर दिन लगभग 87, हर घंटे में 3 से 4 महिलाएं या बच्चियां रेप का शिकार हो रही हैं. इस रिपोर्ट में राजस्थान रेप कैपिटल बन गया है. राजस्थान में पिछले एक साल में 5399 रेप मामले दर्ज हुए हैं. दिल्ली की बात करें तो राजधानी में 1212 मामले दर्ज हुए है.  

क्या दिल्ली में महिलाएं सुरक्षित हैं? 
दिल्ली में महिला सुरक्षा को लेकर हमने दिल्ली से गुरुग्राम में काम करने वाली महिलाओं से बातचीत की. महिलाओं ने बताया है कि सुरक्षा को लेकर दिल्ली में कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिला है. आज भी ऑफिस से लेट घर में जाने में घबराहट होती है. दिल्ली की सड़कों पर रात में अकेले कहीं जाने के बारे में सोच कर ही रूह कांप जाती है. महिलाओं ने बताया है कि दिल्ली में कई साल से रह रहे हैं लेकिन रात के समय अकेले ट्रैवल करने में सेफ नहीं लगता है. 

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